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मलासन करने से दूर हो जाती कब्‍ज और पाचन समस्‍याएं, जानिए Malasana करने के फायदे, सावधानियां और करने का तरीका

मलासन करने से दूर हो जाती कब्‍ज और पाचन समस्‍याएं, जानिए Malasana करने के फायदे, सावधानियां और करने का तरीका
मलासन करने से दूर हो जाती कब्‍ज और पाचन समस्‍याएं, जानिए Malasana करने के फायदे, सावधानियां और करने का तरीका

Malasana Yoga Pose Benefits In Hindi: हमारे देश में पुराने समय से ही शरीर और मन को हेल्दी बनाने के लिए कई आसनों के बारे में जिक्र किया गया है। जिसमें से एक है मलासन।

Written by Atul Modi |Published : January 15, 2021 4:14 PM IST

मलासन को गारलैंड पोज (Garland Or Malasana Pose) के तौर पर भी जाना जाता है। यह एक स्‍क्‍वाटिंग एक्‍सरसाइज है। मलासन योग (Malasana Yoga Pose) संस्कृत भाषा से मिलकर बना है। मलासन करते समय दोनों हाथ नमस्कार या प्रणाम करने की मुद्रा में होते हैं। इससे गले में पड़ी हुई माला का आभास किया जाता है। इसलिए ये आसन मलासन कहलाता है। इसे कई नामों से जाना जाता है। खेत में फसलों को बोने या काटने की मुद्रा में किसान का बैठना इसका अच्छा उदाहरण है।

मलासन योग करने से तन और मन दोनों स्‍वस्‍थ रहता है। यह शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बेहतर रखता है। मलासन योग करना आसान है, लेकिन योग से जुड़े आसन को सही ढंग से करना थोड़ा मुश्किल होता है; क्योंकि जरा सी भी लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है। आज हम आपको इस आसन से जुड़ी सभी तरह की जानकारी देंगे जो आपके काम आएगी।

मलासन की शुरुआत कैसे करें?

मलासन, योग की भाषा में एक तरह का स्क्वाट है। इससे आपके कूल्हे खुल जाते हैं और बैठने से बढ़ने वाली परेशानियां खत्म होने लगती हैं। पहली बार जब भी आप इसे करते हैं तो आपको किसी सहारे की जरूरत पड़ेगी। ताकि आपको चोट ना लगे। फिर समय के साथ साथ धीरे-धीरे आप बिना सहारे के इस आसन को करने में सक्षम हो जाएंगे। हालांकि यह एक लंबी प्रक्रिया है, लेकिन ये अपना काम बखूबी करती है।

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मलासन करने फायदे क्‍या हैं?

मलासन करने से आपके कूल्हों से जुड़ी परेशानी खत्म होने लगती है। आपको इससे एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है। आपको इससे 6 पैक एब्स बनाने में मदद मिलती है। साथ ही डाइजेशन भी सही रहता है और मेंटल हेल्थ भी सही बनी रहती है। इसके अलावा भी कुछ अन्‍य फायदे हैं।

  • यह पीठ के निचले भाग यानी कूल्हों और पेल्विक एरिया को एक खिंचाव देता है।
  • यह मेटाबॉलिज्‍म को बेहतर बनाता है।
  • यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है, कब्‍ज की समस्‍या से राहत दिलाता है।
  • यह पेट की मांसपेशियों को टोन करता है।
  • यह आसन को बेहतर बनाता है।
  • यह आपके टखनों और घुटनों में लचीलापन लाता है।

कैसे करें शुरुआत

मलासन के लिए आपको इसे करने के लिए स्टेप बाई स्टेप चलना होगा। जिससे आपको लाभ मिले सकेगा। वो इस तरह है।

  • किसी नर्म चटाई या योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
  • रीढ़ की हड्डी में खिंचाव के साथ पेट अंदर लें।
  • कंधों को खींचते हुए गहरी सांस लें।
  • हाथों को प्रणाम मुदा में लें।
  • सांस छोड़ते हुए घुटनों के बल बैठें।
  • अपनी जांघों को धीरे-धीरे फैलाएं।
  • अपनी एड़ियों को हाथों से पकड़ें।
  • सांस अंदर की ओर लेते हुए आसन को विराम दें।

मलासन से जुड़ी सावधानियां

मलासन करने में कोई भी गलती आप के लिए नुकसानदायक बन सकती है। कुछ लोग ये आसन करते समय कूल्हों को घुटनों से ऊपर रखते हैं। जिससे सारा वजन पैरों पर पड़ने लगता है और मुद्रा खराब हो जाती है। एक बेहतर संतुलन रखने के लिए अपनी एड़ी के नीचे कोई मोटी चीज रखें। इससे दबाव नहीं बढ़ेगा।

अगर आपके पैर में, घुटनों में या रीढ़ की हड्डी में चोट लगी है तो ये आसन बिलकुल न करें। आप इस तरह के किसी भी स्क्वाट करने से बचें। आगे इस मुद्रा को करते समय आपको कोई दर्द महसूस हो रहा है तो इसे तुरंत रोक दें।

पुराने समय से ही मलासन के लाभ के बारे में योग गुरुओं ने बताया है। ये आसन शरीर में ताकत को बढ़ाता है। साथ ही इससे शरीर में फिटनेस का बेस भी तैयार करता है। आप भी इसके सावधानी को ध्यान में रखते हुए मलासन कर सकते हैं।