21 जून 2019 को दुनिया भर में पांचवां ''अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस'' (International Yoga Day) मनाया जाएगा। दिसंबर, 2014 में यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के दौरान 21 जून को ''अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस'' के रूप में मनाने का सुझाव दिया था। योग के महत्व को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी International Yoga Day 2019 पर हर दिन एक योगासन का एनिमेटेड वीडियो शेयर करते हैं, ताकि लोग योग के महत्व को पहचान सकें। आज उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर वज्रासन करते हुए एक वीडियो शेयर किया है।
आप भी वज्रसान का नियमित अभ्यास करके देखें, लाभ होगा। वज्रासन के दो मुख्य लाभ होते हैं, पहला आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दूसरा डाइजेस्टिव सिस्टम सुचारू रूप से काम करता है। तरह-तरह के योग का नियमित अभ्यास करने से ना सिर्फ आप कई रोगों से बचे रहेंगे बल्कि मानसिक और शारीरिक शांति का भी अहसास होगा। आप लंबी उम्र तक हेल्दी बने रहेंगे। जानें, वज्रासन के फायदे क्या-क्या हैं और इसे किस तरह से किया जाना चाहिए-
Better blood circulation and digestive system are two of the many benefits of Vajrasana.
Do you practice this Asana? If not, what are you waiting for! #YogaDay2019pic.twitter.com/vqd3rKs3bW — Narendra Modi (@narendramodi) June 13, 2019
वज्र यानी कठोर, सख्त या मजबूत। वज्रासन को अंग्रेजी में द थंडरबोल्ट पोस्चर भी कहते हैं। इस आसन के अभ्यास से शरीर मजबूत बनता है। इसे सुबह या शाम दोनों वक्त आप कर सकते हैं।
सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं। तलवों को पीछे फैलाकर एक पैर के अंगूठे को दूसरे अंगूठे पर रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके घुटने पास-पास और एड़ियां अलग-अलग हों। इसी दौरान अपने नितंबों को तलवों के बीच रखें और आपकी एड़ियां कूल्हों की तरफ रखें।
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अंत में इस अवस्था में बैठते समय हथेलियों को घुटनों पर रखें। वज्रासन को जितना संभव हो सके उतने समय तक अभ्यास कीजिए। भोजन के पश्चात खास तौर पर कम से कम पांच मिनट तक इस आसन को करना चाहिए।
– इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
– पाचन शक्ति मजबूत होती है, जिससे अल्सर और अम्लता की समस्या से छुटकारा मिलता है। कब्ज को दूर करता है। पेट संबंधित अन्य रोगों से भी आपको बचाता है।
– पीठ को मजबूती देता है। पीठ के निचले हिस्से की समस्या को रोकता है।
– पीठ, सायटिका और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद करता है।
– घुटने, टखने को मजबूती देता है।
– वज्रासन पेल्विक की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
– प्रसव पीड़ा को कम करने में मदद करता है। पीरियड्स के दिनों में होने वाले पेट दर्द और ऐंठन को कम करता है।
– नियमित तौर पर वज्रासन का अभ्यास वेरिकोज वेन्स, ज्वाइंट पेन और गठिया जैसे रोगों से दूर रखने में मददगार होता है।
– यह आसन उन लोगों के लिए सही है जो ध्यान मुद्रा में जाने की इच्छा रखते हैं।
– पैरों की नसों को भी मजबूत बनाता है। हालांकि, वज्रासन की शुरुआत करने से पहले बेहतर होगा कि आप किसी योग विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
जिन लोगों को पीठ दर्द या घुटनों में दर्द की शिकायत हो, वो इस आसान को करने से बचें। गर्भवती महिलाओं को भी इस आसान को करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह ले लेना चाहिए। मांसपेशियों में दर्द हो तो इसे करने से बचें। किसी भी तरह की शारीरिक समस्याओं को करने से पहले इस आसान को करने से पहले विशेषज्ञ की राय जरूर ले लें।
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