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Baddha padmasana Aka Bound Lotus Pose Benefits- बद्ध पद्मासन के फायदे, तरीका, लाभ और नुकसान

Baddha padmasana Aka Bound Lotus Pose Benefits- बद्ध पद्मासन के फायदे, तरीका, लाभ और नुकसान

बद्ध पद्मासन (Bound Lotus Pose) के फायदे व नुकसान- बद्ध पद्मासन एक प्राचीन योग मुद्रा है, जिसकी मदद से शरीर की मांसपेशियों को लचीला बनाया जाता है।

Written by Mukesh Sharma |Published : April 13, 2022 8:00 PM IST

बद्ध पद्मासन एक खास प्रकार की योग मुद्रा है, जो शरीर की कई प्रमुख मांसपेशियों में लचीलापन लाने का काम करता है। बद्ध पद्मासन एक मध्यम श्रेणी की योग मुद्रा है, जिसका अभ्यास अनुभवी व शुरुआती दोनों अभ्यासकर्ता कर सकते हैं। इस योग मुद्रा का अभ्यास करने के लिए शरीर में पर्याप्त लचीलापन होना बेहद जरूरी है और इसे बलपूर्वक नहीं किया जा सकता है। बद्ध पद्मासन में शारीरिक मुद्रा कमल के बंद फूल के समान प्रतीत होती है और इसलिए अंग्रेजी में इसे “बाउंड लोटस पॉज” (Bound Lotus pose) के नाम से जाना जाता है। बद्ध पद्मासन सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकता है।

बद्ध पद्मासन के फायदे (Benefits of Bound Lotus Pose)

यदि बद्ध पद्मासन योग मुद्रा को सही तकनीक के साथ और विशेष बातों का ध्यान रखते हुए किया जाए तो इससे कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं -

1) कूल्हों में लचीलता लाए बद्ध पद्मासन

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नियमित रूप से बद्ध पद्मासन अभ्यास करने से कूल्हे के जोड़ों में मौजूद मांसपेशियां लचीली होने लगती हैं, जिससे जकड़न जैसी समस्याएं ठीक हो जाती हैं।

2) कंधों को मजबूत बनाए बद्ध पद्मासन

बद्ध पद्मासन योग मुद्रा के दौरान कंधों की मांसपेशियों में काफी खिंचाव आता आता रहता है, जिससे कंधों मजबूत होने लग जाते हैं।

3) बद्ध पद्मासन प्रभावी रूप से बढ़ाए पाचन क्रिया

सही विधि के साथ बद्ध पद्मासन अभ्यास करने से पेट के अंदरूनी अंग उत्तेजित होकर सक्रिय रूप से काम करने लग जाते हैं, जिससे पाचन क्रिया प्रभावी रूप से काम करने लगती है।

4) बद्ध पद्मासन अभ्यास से करें मानसिक स्वास्थ्य में सुधार

बद्ध पद्मासन अभ्यास करने से चिंता, तनाव व अवसाद जैसे कई मानसिक विकार दूर होते हैं और साथ ही अभ्यासकर्ता के मूड में सुधार होता है।

हालांकि, बद्ध पद्मासन से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभ पूरी तरह से योगासन के तरीके और आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करते हैं।

बद्ध पद्मासन करने का तरीका (Steps to do Bound Lotus Pose)

यदि आप पहली बार बद्ध पद्मासन अभ्यास करने जा रहे हैं, तो निम्न चरणों का पालन करके आपको यह योग मुद्रा बनाने में मदद मिल सकती है -

  • Step 1 - सबसे पहले सपाट जमीन पर मैट बिछा लें और उसपर पद्मासन मुद्रा में बैठ जाएं
  • Step 2 - अब रीढ़ की हड्डी को सीधा करें और दोनों हाथों के पीछे ले जाएं
  • Step 3 - बाएं हाथ से दाएं पैर का अंगूठा और दाएं हाथ से बाएं पैर का अंगूठा पकड़ें
  • Step 4 - अंगूठा पकड़ने के लिए आप योग प्रशिक्षक की मदद भी ले सकते हैं

इस योग क्रिया को आप अपनी क्षमता के अनुसार अवधि तक कर सकते हैं और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ सकते हैं। यदि आपको इससे संबंधित कोई भी सवाल है, तो किसी अच्छे योग प्रशिक्षक से संपर्क करें।

बद्ध पद्मासन के दौरान सावधानियां (Precautions during Bound Lotus Pose)

बद्ध पद्मासन अभ्यास आमतौर पर योग प्रशिक्षक के निगरानी में ही किया जाता है और इस दौरान निम्न सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं -

  1. अच्छे से वार्मअप कर लें
  2. कोई भी क्रिया बलपूर्वक न करें
  3. रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें
  4. किसी हिस्से में दर्द होने पर क्रिया को तुरंत छोड़ दें

बद्ध पद्मासन कब न करें (When not to do Bound Lotus Pose)

कुछ स्वास्थ्य स्थितियां हैं जिनके दौरान बद्ध पद्मासन अभ्यास करने से पहले डॉक्टर से अनुमति ले लेनी चाहिए -

  1. शरीर के किसी हिस्से में गंभीर दर्द होना
  2. चोट लगी होना
  3. हृदय या सांस की बीमारी होना
  4. विकलांगता या वृद्धावस्था
  5. गर्भावस्था या मासिक धर्म

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