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वजन कम करने के लिए लो कार्ब डाइट फायदेमंद होती है। लेकिन हाई फैट या हाई प्रोटीन कौन सी डाइट ज्यादा फायदेमंद है यह सवाल अक्सर असमंजस की स्थिति उत्पन्न करता है। दरअसल वजन कम करने वाली डाइट में सबसे पहले कार्ब्स कम किये जाते हैं। ऐसे में प्रोटीन इनटेक या फैट इनटेक बढ़ाना जरूरी होता है। वैसे तो दोनों ही लो कार्ब्स डाइट हैं और वजन घटाने मे सहायक भी। लेकिन इन दोनों डाइट में से कौन सी बेस्ट है यह जानना भी आवश्यक है।
हमारी प्रतिदिन कि कैलोरीज़ कार्ब्स द्वारा ही आती हैं और एक लो कार्ब डाइट में कार्ब्स को कम करने पर ही ध्यान दिया जाता है। कार्ब की कमी को पूरा करने के लिए प्रोटीन या फैट का प्रयोग किया जाता है। हमारी डाइट का आधा हिस्सा कार्बोहाइड्रेट से युक्त होता है। अतः लो कार्ब डाइट में इस सारे कार्ब को हटा कर फैट या प्रोटीन का प्रयोग किया जाता है।
इस प्रकार की डाइट का सबसे अच्छा उदाहरण कीटो डाइट होता है। इस डाइट में कार्ब्स का सेवन बहुत ही कम यानी केवल कुछ प्रतिशत होता है। इसके अलावा फैट इनटेक बहुत अधिक मात्रा मे होता है यानी लगभग 35 से 45 प्रतिशत। हाई फैट के सेवन से हमारा शरीर एक ऐसी अवस्था में पहुंच जाता है जहां वह एनर्जी के लिए कार्ब्स की बजाय फैट को बर्न करना शुरू करने लगता है।
प्रोटीन जोकि हमारे जीवन की नींव भी कहा जाता है, हमारे शरीर की हर कोशिका में पाया जाता है। इस प्रकार की डाइट में प्रोटीन सेवन कि मात्रा अधिक व कार्ब सेवन की मात्रा को केवल 35-40 प्रतिशत ही रखा जाता है। बाकी कैलोरीज़ की बची हुई मात्रा फैट से आती है।
विज्ञान कहता है कि चाहे आप हाई प्रोटीन डाइट चुने या हाई फैट डाइट, आप दोनों में ही आसानी से वजन घटा सकते हैं। कुछ शोध साबित करते हैं कि वजन घटाने मे दोनों ही डाइट लाभदायक हैं। परंतु इन दोनों में से किसी एक को सर्वश्रेष्ठ साबित करना उनके लिए मुश्किल है क्योंकि दोनों ही डाइट एक जैसे नतीजे दिखाती हैं।
कम वसा और कम कार्ब आहार स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं को विभिन्न तरीकों से प्रभावित कर सकते हैं। जैसे कि कोलेस्ट्रॉल,रक्तचाप,ट्राइग्लिसराइड्स और इंसुलिन आदि के स्तर को। इसीलिए इन्हें वजन कम करने की बेस्ट डाइट माना जाता है।