
लेट नाइट पार्टी में तो खूब मजा आता है पर अगले दिन होने वाला हैंगओवर खासा परेशान करता है अगर आप भी पार्टी हैंगओवर से परेशान हैं, तो यहां है कुछ घरेलू उपाय इनसे जल्दीै ही मिलेगा हैंगओवर से छुटकारा।
सुबह सिरदर्द, जी मिचलाना, सुस्ती और बॉडी में दर्द का मतलब है हैंगओवर। जिससे अगले दिन आप कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाते।
हैंगओवर से बचने के लिए बाजार में कुछ दवाएं भी मिलती हैं। पर इनका ज्यादा इस्तेमाल सुरक्षित नहीं माना जाता है। इसलिए बेहतर है कि आप घरेलू उपायों का प्रयोग करें।
सिट्रिक फल हैंगओवर को कम करने में काफी प्रभावशाली साबित होते हैं। इसमें पाए जाने वाले विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व पेट में होने वाले विषैले तत्वों फाइट करते हैं। जिससे शरीर में एनर्जी आती है और सिरदर्द दूर होता है।
शराब पीने से शरीर में ड्राईनेस होने लगती है।, ऐसे में नारियल पानी पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है । इस नारियल पानी में शुगर और कार्बोहाइड्रेट काफी कम होते हैं। फैट फ्री होने के साथ ही इसमें मिनरल्स और इलेक्ट्रोलेट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते है।
हैंगओवर के असर को कम करने के लिए दूध और दही बेस्ट हैं। शराब पीने से शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। जिसके कारण थकावट बनी रहती है। दूध पीने या दही खाने से एसिड की बढ़ती मात्रा पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
Vitamin B12 Foods in hindi : : अगर आप भी सुबह-सुबह उठने के बाद थका-थका महसूस करते हैं तो आप इन 5 फूड्स की मदद से इस समस्या को दूर कर सकते हैं।
Side Effects of Mangoes: आम के साथ भी दूध का सेवन किया जा सकता है। दरअसल आम गर्म तासीर का होता है और दूध ठंडी तासीर का है ऐसे में इन दोनों का एक साथ सेवन आपके शरीर के तापमान को नॉर्मल रखने में मदद करता है।
ब्रोंकाइटिस में सांस लेते समय पीड़ित व्यक्ति को घरघराहट होने के साथ ही सीने में दर्द, बेचैनी, हल्का बुखार, सांस की तकलीफ भी हो सकती है।
ब्रिटेन की मैंनचेस्टर यूनिवर्सिटी की एक टीम ने खास तरीके का लार टेस्ट विकसित किया है, जो ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम का सटीकता से पता लगाने में मदद कर सकता है।
Great khali diet plan in hindi: आप सोच रहे होंगे कि इतने बड़े शरीर की देखभाल खली कैसे करते होंगे तो आइए आपको बताते हैं कि खली अपनी डाइट में ऐसा क्या-क्या खाते हैं, जो आपकी नींद उड़ा सकता है।
वे डायबिटीज रोगी, जो अनियंत्रित ब्लड प्रेशर की स्थिति से परेशान थे उनमें रेटीनोपेथी, पेरिफेरल न्यूरोपैथी और पेरीफेरल आर्टरियल डिजीज की समस्या अधिक थी।