
गेहूं में यदि अन्य अनाज को मिलाकर आटा पिसवाया जाए, तो ऐसे आटे से बनी रोटी की पौष्टिकता बढ़ जाती है। इस प्रकार के आटे को मल्टीग्रेन आटा या कॉम्बिनेशन फ्लोर कहा जाता है। मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी विभिन्न प्रकार के रोगों में भी लाभदायक होती है।
रोटी तो आप रोज खाती होंगी, लेकिन उसमें कितने प्रकार का आप अनाज इस्तेमाल करती हैं, यह बहुत मायने रखता है। रोटी शरीर को ऊर्जा प्रदान करने का मुख्य स्रोत है। कुछ भी खा लें, घर की बनी रोटी नहीं मिलती तो मन और पेट दोनों ही नहीं भरता है। लगभग हर अनाज कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत होता है। आमतौर पर भारतीय घरों में रोटी बनाने के लिए गेहूं, बाजरा, मक्का और ज्वार जैसे अनाज का प्रयोग किया जाता है।
सेहत के लिए रोटी खाना बेहतर या ब्रेड ?
अधिकांश घरों में मूलत: गेहूं की सादी रोटियां ही बनाई जाती हैं, परंतु गेहूं की रोटी स्वादिष्ट अधिक, पौष्टिक कम होती है। ऐसे में आपको मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटियों का सेवन करना चाहिए। गेहूं में यदि अन्य अनाज को मिलाकर आटा पिसवाया जाए, तो ऐसे आटे से बनी रोटी की पौष्टिकता बढ़ जाती है। इस प्रकार के आटे को मल्टीग्रेन आटा या कॉम्बिनेशन फ्लोर कहा जाता है। मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी विभिन्न प्रकार के रोगों में भी लाभदायक होती है।
Qualities of July Born Baby : अगर आपका बच्चा भी जुलाई के महीने में पैदा हुआ तो आइए आपको बताते हैं उसमें मौजूद कुछ अनूठी खासियत (qualities of July Born baby in hindi) के बारे में।
Neetu singh weight loss in hindi : नीतू सिंह कई सोशल मीडिया साइट्स पर अपने फिटनेस मंत्र को शेयर कर चुकी हैं, जिनकी वजह से उन्हें वजन कम करने में मदद मिली।
Hair Care Tips for Oily and Sticky Hair: क्लींजिंग शैंपू आपको बालों की परेशानी को करेंगा दूर।मानसून में बालों को शैंपू से बार-बार धोने से बालों से अधिक तेल निकल जाता है। अगर आपके बाल बहुत ज़्यादा तैलीय हैं, तो एक दिन छोड़ कर बालों को धोएं, इससे बाल स्वस्थ रहेंगे।
ICMR का दावा है कि जिन लोगों को क्रॉनिक लिवर डिजीज थी और उनका जिनका वजन बहुत ज्यादा था उनमें संक्रमण से मौत का खतरा बहुत ज्यादा था।
Diabetes signs on face in hindi : हम आपको डायबिटीज के ऐसे लक्षणों (Diabetes signs on face) के बारे में बता रहे हैं, जो सीधे आपके चेहरे पर दिखाई देते हैं।
Treatment of Nightfall: स्वप्नदोष एक मानसिक बीमारी है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए आप अच्छा सोचे. ठंडे पानी से नहायें, रात को गर्म दुध का सेवन ना करें इसके साथ ही रात को सोने से पहले अपने पांव घुटनों तक अच्छे से ठंडे पानी से साफ करें।