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Alzheimer: एक रिसर्च में यह सामने आया है की अब एक साधारण यूरिन टेस्ट से अल्ज़ाइमर का शुरुआती चरण में पता चल सकता है। यह एक कम खर्च और सुविधाजनक टेस्ट है जिससे रोग का पहले ही पता चल सकेगा। शोधकर्ताओं के मुताबिक़ यूरिनरी फॉर्मिक एसिड एक आसान विकल्प है इस रोग को जानने का। इस निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए शोधकर्ताओं ने कई मरीजों की जांच की जिन्हें डिफरेंट तरह का अल्ज़ाइमर था। इन मरीज़ों में कुछ गंभीर हालत में थे तो कुछ बेहतर हो रहे थे। इसमें ये सामने आया की सभी अल्ज़ाइमर के मरीज़ों का यूरिन फार्मिक एसिड का स्तर बढ़ा हुआ था, और जो लोग बेहतर हो रहे थे या शुरुआती स्टेज में थे उनका स्तर कम मात्रा में था। इससे यह सामने आया कि ये यूरिन टेस्ट कितना सही और जरूरी टेस्ट है किसी को अल्ज़ाइमर की बीमारी से बचाने के लिए। अल्ज़ाइमर एक ऐसी छिपी हुई बीमारी है जो चुपके से धीरे-धीरे आती है और एक बड़ा रूप ले लेती है। जिसमे मरीज़ फसता चला जाता है। पहले के समय में और आज भी इस बीमारी का पता लगाने के लिए आपके ब्रेन को स्कैन किया जाता है जो एक महंगा विकल्प है और इससे रेडिएशन का भी खतरा रहता हैं। ऐसे ही और भी बायोमार्कर परीक्षण है जैसे दिमाग से तरल पदार्थ लेना जिससे खून का अधिक रिसाव होना शामिल हैं। इसलिए इस टेस्ट के कारण अब मरीज़ की बीमारी का पहले से ही पता लग पाएगा और समय रहते उसका इलाज भी किया जा सकेगा।
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