
जो लोग आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं वो मौसम को ध्यान में नहीं रखते बल्कि हर मौसम में आइसक्रीम खाते हैं पर गर्मियों में आइसक्री खाना सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। आइसक्रीम खाने से आपको ताजगी का अहसास होता है। इससे आपकी थकान भी दूर हो जाती है। गर्मी में कूल होने का यह बेहतर तरीका है। यदि अप बहुत अधिक थके हुए हैं। बोझिल महौल से निकलना चाहते हैं, तो आइसक्रीम जरूर खाएं।
आइसक्रीम खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। से आपको एनर्जी मिलती है। यह पूरी तरह से दूध, शक्कर और मेवे से तैयार होती है। इसे खाने से शरीर में कई पोषक तत्व मिलते हैं। इनमें विटामिन ए, बी, सी, डी और मिनरल्स शामिल हैं। आइसक्रीम खाने से आप अनावश्यक तनाव से दूर रहते हैं। यदि आपका मूड ठीक नहीं है तब आपको आइसक्रीम जरूर खानी चाहिए। इससे गुस्सा भी शांत होता है।
आइसक्रीम खाना न केवल हड्डियों के लिए लाभकारी है, बल्कि कोलोन कैंसर से बचाने में भी मददगार है। आइसक्रीम कैल्शियम से भरपूर होती है। यह आइसक्रीम खाने से मुंह के छाले, दर्द और जलन दूर होती है। आइसक्रीम खाने से छालें सुन्न हो जाते हैं। जिससे शान्ति का अहसास होता है।
आइसक्रीम खाना हड्डियों, मांसपेशियों की सेहत के लिए अच्छा है। दूध के अन्य उत्पादों की तरह आइसक्रीम भी प्रोटीन का बेहतर स्रोत है। प्रोटीन हड्डियों, मांसपेशियों, खून और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। शरीर के कुछ हिस्से प्रोटीन से ही बनते हैं, जैसे बाल, नाख़ून। आइस क्रीम का सेवन करने से शरीर को प्रोटीन प्राप्त होता है।
आइसक्रीम विटामिन से भरपूर होती है। इसमें विटामिन ए, बी 2 और बी 12 मौजूद होते हैं। जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। विटामिन ए आँखों के लिए और विटामिन बी 2 और बी 12 मेटाबॉलिज्म को संतुलित बनाए रखने में मददगार होता है।
लैक्टोज से एलर्जी वाले लोगों को आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए। आइसक्रीम दूध से ही बनती है। दूध में लैक्टोज के कारण उन्हें इससे परेशानी हो सकती है।
अगर आप डायबिटिक हैं तो आइसक्रीम न खाएं। इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में शक्कर होती है। यह डायबिटिक पेशेंट के लिए समस्या बढ़ा सकती है। शुगर का तात्कालिक प्रभाव ब्लड ग्लूकोज स्तर को बढ़ाना है।
आइसक्रीम में उच्च मात्रा में वसा और कैलोरी पाई जाती है। जो हृदय रोग का कारण बन सकता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो आइसक्रीम न खाएं।
सेचुरेटेड फैट एसिड आमतौर पर मांस, दूध, अंडे और मक्खन जैसे पशु उत्पादों में पाए जाते हैं। आइसक्रीम में भी सेचुरेटेड फैट होता है। सेचुरेटेड फैट की अतिरिक्त खपत आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकती है।
पेट में कसाव- अगर आपको हर 10 मिनट में या बहुत जल्दी-जल्दी संकुचन महसूस हो रहा है, तो ये प्रीमैच्यो डिलीवरी का संकेत हो सकता है। स्पॉटिंग- लेबर पेन से पहले ब्लीडिंग या खूनी म्यूकस निकल सकता है। पानी की थैली फटन जाना- अचानक से पानी की थैली फट जाना लेबर पेन का साफ संकेत होता है.
रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार सुबह 7 बजे तक भारत का कोविड -19 टीकाकरण कवरेज 197.98 करोड़ (1,97,98,21,197) से अधिक हो गया है। यह 2,58,55,578 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है।
मुंह को स्वस्थ रखने और सांस की दुर्गंध कम करने के लिए आयुर्वेद में किन बातों की सलाह दी जाती है, पढ़ें यहां।
युवाओं में बढ़ते हुए हृदय रोगों के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिसके बारे में एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट मुंबई के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संतोष कुमार डोरा एक्सपर्ट ने जानकारी शेयर की है।
मेडिटेशन करने के फायदे: 9 से 5 तक की जॉब करने वाले लोगों के लिए तो मेडिटेशन करना बाकी लोगों से ज्यादा जरूरी है। क्योंकि ये दिनभर की थकान से लड़ने और स्ट्रेस मैनेजमेंट में मदद करता है।
Foods to avoid after watermelon: तरबूज खाना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन कई ऐसे फूड्स हैं जिन्हें तरबूज खाने के बाद खाया जाए तो वे हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं।