वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2019 : क्या है हाइपरटेंशन ? जानें, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
Hypertension in hindi: हाइपरटेंशन आमतौर पर एक साइलेंट कंडीशन है। शुरुआत में कई लोगों को कोई भी लक्षण नहीं नजर आते हैं।
Hypertension in hindi: हाइपरटेंशन आमतौर पर एक साइलेंट कंडीशन है। शुरुआत में कई लोगों को कोई भी लक्षण नहीं नजर आते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञ बताते के अनुसार उच्च रक्तचाप के कारण दिल के दौरे व ब्रेन अटैक या स्ट्रोक होने का खतरा दोगुना हो जाता है और अगर हाइपरटेंशन के अलावा तनाव एवं नींद की समस्या भी हो तो यह खतरा चार गुना तक बढ़ सकता है।
खराब लाइफ स्टाइल से होने वाली बीमारियों में से एक है हाइरपटेंशन। यह ब्लड प्रेशर के अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाने के कारण होता है, इससे बचने में DASH डाइट आपकी मदद कर सकती है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि जिन बच्चों में बचपन में ही हाइरपटेंशन की समस्या होती है, उनके लिए आगे चलकर किडनी और हार्ट संबंधी समस्याओं के जोखिम बढ़ जाते हैं।
उच्च रक्तचाप से ब्लड सही से सर्कुलेट नहीं हो पाता, जिसके चलते आप दूसरी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। आयुर्वेद के उपचार से इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। जानें, हाई बल्ड प्रेशर को नियंत्रित करने के घरेलू नुस्खे...
शोधों के अनुसार, नैचुरल कैल्शियम खाने से नसें नर्म होती हैं। इन्हें फैलने में कम प्रेशर लगता है। ऐसे में दही खाने से आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रख सकते हैं।
आज लोगों में हाइपरटेंशन एक बहुत ही आम समस्या है। यह बिना किसी चेतावनी के होती है, इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं।
शहद के साथ सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिलाकर सुबह में पिएं। हाई ब्लड प्रेशर कम हो जाएगा।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करने के लिए आपको कुछ अनहेल्दी हैबिट को छोड़कर हेल्दी हैबिट्स को दिनचर्या में शामिल करना होगा।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2019 की थीम “Know Your Numbers” रखी गई है। हाई ब्लड प्रेशर के प्रति लोगों को जागरुक करने का लक्ष्य है।
महिलाओं को अगर पहले से ही हाइपरटेंशन की बीमारी होती है तो यह गर्भावस्था के दौरान भी बनी रहती है। इसे क्रोनिक हाइपरटेंशन कहते हैं।
हाइपरटेंशन का आयुर्वेदिक इलाज के बारे में सबसे ज्यादा लोग सर्च करते हैं। हाई ब्लड प्रेशर को ही हाइपरटेंशन कहा जाता है। हृदय रोग की मुख्य वजह हाइपरटेंशन ही होता है।
पिस्ता के सेवन से आप हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल कर सकते हैं।
जीवनशैली और खान-पान की आदतों को ठीक करने के साथ ही कुछ आसान का अभ्यास नियमित करें, तो बहुत हद तक हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है।
Hypertension in hindi: हाइपरटेंशन आमतौर पर एक साइलेंट कंडीशन है। शुरुआत में कई लोगों को कोई भी लक्षण नहीं नजर आते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञ बताते के अनुसार उच्च रक्तचाप के कारण दिल के दौरे व ब्रेन अटैक या स्ट्रोक होने का खतरा दोगुना हो जाता है और अगर हाइपरटेंशन के अलावा तनाव एवं नींद की समस्या भी हो तो यह खतरा चार गुना तक बढ़ सकता है।
खराब लाइफ स्टाइल से होने वाली बीमारियों में से एक है हाइरपटेंशन। यह ब्लड प्रेशर के अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाने के कारण होता है, इससे बचने में DASH डाइट आपकी मदद कर सकती है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि जिन बच्चों में बचपन में ही हाइरपटेंशन की समस्या होती है, उनके लिए आगे चलकर किडनी और हार्ट संबंधी समस्याओं के जोखिम बढ़ जाते हैं।
शोधों के अनुसार, नैचुरल कैल्शियम खाने से नसें नर्म होती हैं। इन्हें फैलने में कम प्रेशर लगता है। ऐसे में दही खाने से आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रख सकते हैं।
आज लोगों में हाइपरटेंशन एक बहुत ही आम समस्या है। यह बिना किसी चेतावनी के होती है, इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करने के लिए आपको कुछ अनहेल्दी हैबिट को छोड़कर हेल्दी हैबिट्स को दिनचर्या में शामिल करना होगा।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2019 की थीम “Know Your Numbers” रखी गई है। हाई ब्लड प्रेशर के प्रति लोगों को जागरुक करने का लक्ष्य है।
महिलाओं को अगर पहले से ही हाइपरटेंशन की बीमारी होती है तो यह गर्भावस्था के दौरान भी बनी रहती है। इसे क्रोनिक हाइपरटेंशन कहते हैं।
हाइपरटेंशन का आयुर्वेदिक इलाज के बारे में सबसे ज्यादा लोग सर्च करते हैं। हाई ब्लड प्रेशर को ही हाइपरटेंशन कहा जाता है। हृदय रोग की मुख्य वजह हाइपरटेंशन ही होता है।
पिस्ता के सेवन से आप हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल कर सकते हैं।
जीवनशैली और खान-पान की आदतों को ठीक करने के साथ ही कुछ आसान का अभ्यास नियमित करें, तो बहुत हद तक हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है।
उच्च रक्तचाप से ब्लड सही से सर्कुलेट नहीं हो पाता, जिसके चलते आप दूसरी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। आयुर्वेद के उपचार से इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। जानें, हाई बल्ड प्रेशर को नियंत्रित करने के घरेलू नुस्खे...
शहद के साथ सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिलाकर सुबह में पिएं। हाई ब्लड प्रेशर कम हो जाएगा।