सर्दी में UTI से परेशान? एक्सपर्ट ने बताया ठंड के दिनों में कैसे संक्रमण से बचना है आसान
आप अगर कम पानी पीते हो तो पेशाब जादा देर तक अपने यूरिनरी ब्लैडर में रखता हैं, जिसकी वजह से यूरीन ज्यादा वक्त रहने के कारण इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है।
आप अगर कम पानी पीते हो तो पेशाब जादा देर तक अपने यूरिनरी ब्लैडर में रखता हैं, जिसकी वजह से यूरीन ज्यादा वक्त रहने के कारण इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है।
Frequent Urination Causes in Hindi: बार-बार पेशाब आना किस बीमारी का लक्षण है?अगर आप भी बार-बार पेशाब आने की समस्या से परेशान हैं तो पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह।
UTI एक ऐसी परेशानी है, जो ज्यादातर महिलाओं को होती है और इसके पीछे ढेर सारे कारण हो सकते हैं, जिसमें से एक है पब्लिक बाथरूम यूज करना।
Coconut water for UTI: नारियल पानी में कई इलेक्ट्रोलाइट, पोटेशियम, सोडियम और कई विटामिन होते हैं। साथ ही इसका एंटीबैक्टीरियल गुण आपको बीमार होने से बचा सकता है।
गर्भवती महिलाओं को लगातार अपने शरीर में होने वाले लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए, जिससे यूरिनरी इंफेक्शन का समय रहते पता चल सके और साथ ही इसका इलाज भी हो सके।
ब्लैडर इंफेक्शन होने पर दवाइयों और घरेलू उपायों की मदद से इन लक्षणों से आराम मिल सकता है।
UTI ko kaise thik kare : गंभीर रूप से इंफेक्शन आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, जिसमें पेशाब के दौरान जलन, खुजली, पेशाब में झाग, पेशाब से तेज गंध आना और पेट में दर्द शामिल है।
यूटीआई एक ऐसी स्थिति है जो सबसे ज्यादा इंफेक्शन का कारण होती है और खासकर महिलाओं में इसलिए इसका इलाज और इसके लक्षणों के बारे में जानना काफी जरूरी होता है।
Uti and bladder infections: गर्मियों और बरसात के मौसम में यूटीआई और ब्लैडर इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में आप बचाव के लिए इन टिप्स की मदद ले सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के दौरान जो दवाएं दी जाती हैं, वो किडनी पर अतिरिक्त लिक्विड को बाहर निकालने का दबाव बनाती हैं। इसी वजह से इस तरह की दवाओं के इस्तेमाल से भी व्यक्ति को बार-बार पेशाब होने लगता है।
foods to avoid that cause UTI: गर्मियों में कुछ लोगों को रह-रह कर बार-बार यूटीआई की समस्या होती है। असल में ये आपके खान-पान से जुड़ी गलतियों के कारण भी हो सकता है।
अगर आपके घर में किसी भी महिला को बार-बार यूटीआई की परेशानी होती है तो क्रैनबेरी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे काम करती है क्रैनबेरी और इससे होने वाले फायदे।
द बीएमजे पर पब्लिश की गई एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को रोकने में मेथानेमिन हिप्यूरेट (Methenamine hippurate) नामक दवाएं एंटीबायोटिक दवाओं के जितनी ही कारगर हैं।
UTI संक्रमण हमारी पेशाब की नली से होते हुए किडनी और फिर ब्लैडर तक फैल जाता है, जो किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक स्थिति हो सकती है।
आमतौर पर 1 साल से कम उम्र के लड़कों और चार साल से कम उम्र की लड़कियों को यूटीआई संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है। जानें बचाव के टिप्स।
आपने यूटीआई के दर्द को कम करने के बारे में बहुत सारे घरेलू उपचार के बारे में पढ़ा होगा लेकिन इन उपचार से जुड़े कई मिथ भी हैं।
Foods for Vaginal Health: अधिकतर महिलाओं को योनी में खुजली, वेजाइना से बदबू आने या फिर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या होती है। यदि आप इन समस्याओं से बचना चाहती हैं, तो अपने वेजाइनल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए इन 6 फूड्स का सेवन जरूर करें।
अक्सर देखा जाता है कि कुछ प्रकार के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होती है। ऐसा ही कुछ 68 से 90 किलो वाले वजन के लोगों के साथ भी है। अगर आपका वजन 68 से 90 किलोग्राम के बीच है तो आपको ये समस्याएं होंगी ही।
आप अगर कम पानी पीते हो तो पेशाब जादा देर तक अपने यूरिनरी ब्लैडर में रखता हैं, जिसकी वजह से यूरीन ज्यादा वक्त रहने के कारण इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भवती महिलाओं को लगातार अपने शरीर में होने वाले लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए, जिससे यूरिनरी इंफेक्शन का समय रहते पता चल सके और साथ ही इसका इलाज भी हो सके।
ब्लैडर इंफेक्शन होने पर दवाइयों और घरेलू उपायों की मदद से इन लक्षणों से आराम मिल सकता है।
UTI ko kaise thik kare : गंभीर रूप से इंफेक्शन आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, जिसमें पेशाब के दौरान जलन, खुजली, पेशाब में झाग, पेशाब से तेज गंध आना और पेट में दर्द शामिल है।
यूटीआई एक ऐसी स्थिति है जो सबसे ज्यादा इंफेक्शन का कारण होती है और खासकर महिलाओं में इसलिए इसका इलाज और इसके लक्षणों के बारे में जानना काफी जरूरी होता है।
Uti and bladder infections: गर्मियों और बरसात के मौसम में यूटीआई और ब्लैडर इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में आप बचाव के लिए इन टिप्स की मदद ले सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के दौरान जो दवाएं दी जाती हैं, वो किडनी पर अतिरिक्त लिक्विड को बाहर निकालने का दबाव बनाती हैं। इसी वजह से इस तरह की दवाओं के इस्तेमाल से भी व्यक्ति को बार-बार पेशाब होने लगता है।
अगर आपके घर में किसी भी महिला को बार-बार यूटीआई की परेशानी होती है तो क्रैनबेरी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे काम करती है क्रैनबेरी और इससे होने वाले फायदे।
द बीएमजे पर पब्लिश की गई एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को रोकने में मेथानेमिन हिप्यूरेट (Methenamine hippurate) नामक दवाएं एंटीबायोटिक दवाओं के जितनी ही कारगर हैं।
UTI संक्रमण हमारी पेशाब की नली से होते हुए किडनी और फिर ब्लैडर तक फैल जाता है, जो किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक स्थिति हो सकती है।
आमतौर पर 1 साल से कम उम्र के लड़कों और चार साल से कम उम्र की लड़कियों को यूटीआई संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है। जानें बचाव के टिप्स।
आपने यूटीआई के दर्द को कम करने के बारे में बहुत सारे घरेलू उपचार के बारे में पढ़ा होगा लेकिन इन उपचार से जुड़े कई मिथ भी हैं।
अक्सर देखा जाता है कि कुछ प्रकार के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होती है। ऐसा ही कुछ 68 से 90 किलो वाले वजन के लोगों के साथ भी है। अगर आपका वजन 68 से 90 किलोग्राम के बीच है तो आपको ये समस्याएं होंगी ही।
किडनी में दर्द कई कारणों से हो सकता है। इस दर्द को नजरअंदाज करने से किडनी से संबंधित गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। ऐसे में दर्द के कारणों, लक्षणों और इलाज के बारे में जानना जरूरी हो जाता है।
कुछ लोग पेशाब को घंटों रोककर रखते हैं। पेशाब (Pee) को कभी-कभी रोकना परेशानी वाली बात नहीं है, लेकिन आप ऐसा बार-बार करते हैं, तो आपकी ये आदत शरीर के कई अंगों को नुकसान (Holding Urine Side Effects) पहुंचा सकती है।
कई बार गुर्दे में पथरी होने के बाद भी पेट में दर्द या कोई अन्य लक्षण नजर नहीं आते हैं। ठीक इसी तरह पेशाब से संबंधित कोई परेशानी होना जरूरी नहीं कि वह यूटीआई ही हो। जानें, यूरिन से संबंधित होने वाली 4 तरह की समस्याएं, जो गुर्दे में पथरी होने की तरफ इशारा (Symptoms of Kidney stones in hindi) करते हैं...
क्या आप भी सेक्स करने के बाद बिना टॉयलेट गए सो जाते हैं? यदि हां, तो सेक्स करने के बाद यूरिन पास न करना (Urinating after sex in Hindi) आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है? जानिए, यहां कैसे....
युरेथराइटिस (Urethritis) एक बैक्टीरिया से होने वाला रोग है, जिसमें पेशाब जल्दी-जल्दी लगता है। पेशाब करते वक्त आपको जलन भी हो सकती है। जानिए, युरेथराइटिस के लक्षण, कारण क्या हैं और इसका समय पर इलाज ना करवाने से सेहत के लिए कितना घातक हो सकता है....
Frequent Urination Causes in Hindi: बार-बार पेशाब आना किस बीमारी का लक्षण है?अगर आप भी बार-बार पेशाब आने की समस्या से परेशान हैं तो पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह।
Coconut water for UTI: नारियल पानी में कई इलेक्ट्रोलाइट, पोटेशियम, सोडियम और कई विटामिन होते हैं। साथ ही इसका एंटीबैक्टीरियल गुण आपको बीमार होने से बचा सकता है।
foods to avoid that cause UTI: गर्मियों में कुछ लोगों को रह-रह कर बार-बार यूटीआई की समस्या होती है। असल में ये आपके खान-पान से जुड़ी गलतियों के कारण भी हो सकता है।
Foods for Vaginal Health: अधिकतर महिलाओं को योनी में खुजली, वेजाइना से बदबू आने या फिर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या होती है। यदि आप इन समस्याओं से बचना चाहती हैं, तो अपने वेजाइनल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए इन 6 फूड्स का सेवन जरूर करें।
सेक्स सबसे सुखद अहसास होता है किसी भी कपल के लिए। सेक्स शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का आसान तरीका है। हालांकि, सेक्स करने के बाद कपल्स कई ऐसी गलतियां करते हैं, जो उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जानें, सेक्स का मजा लेने के बाद आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं...
सुबह खाली पेट दही खाना पेट और संपूर्ण सेहत के लिए काफी हेल्दी होता है। जब आप दही में एक चम्मच चीनी मिला देते हैं, तो फिर इसके फायदे दो गुने बढ़ जाते (Dahi chini khane ke fayde) हैं। इससे शारीरिक और मानसिक सेहत को भी लाभ होता है। आइए जानते हैं, दही-चीनी का सेवन करने से शरीर को क्या-क्या फायदे (curd with sugar benefits in hindi) होते हैं।
हॉट टब और पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन आपके वजाइना के पीएच लेवल को बिगाड़ सकता है। इस वजह से यीस्ट इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है।
यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन के कारण भी पेशाब में जलन हो सकती है। पेशाब में जलन की समस्या ज्यादातर महिलाओं में होती है क्योंकि उनको यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन सबसे ज्यादा होता है। गर्मियों में यह समस्या सबसे आम होती है क्योंकि लोग पानी कम पीते हैं। अगर आपको बार-बार पेशाब में जलन होता है तो इन पांच घरेलू उपयों को अपनी डेली डाइट में जगह देनी चाहिए।
यह हरी सब्ज़ी आपकी सेहत से जुड़ी कई परेशानियों से दिला सकती है राहत।
बार-बार पेशाब यूटीआई के लक्षण हो सकते हैं।