खान-पान की इन 2 आदतों से लोगों को हो रही डायबिटीज! स्टडी में दावा पूरी दुनिया में लोगों के बीच है ये ट्रेंड
2018 में प्रकाशित ये स्टडी बताती है कि आपके खान-पान की आदतें दुनियाभर में 70 फीसदी तक नए मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।
2018 में प्रकाशित ये स्टडी बताती है कि आपके खान-पान की आदतें दुनियाभर में 70 फीसदी तक नए मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।
टाइप-2 डायबिटीज कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्रमुख कारण है, जिसमें ह्रदय रोग, किडनी से जुड़े रोग और स्ट्रोक शामिल है। ये स्थिति कुछ कैंसर के खतरे को बढ़ाने से भी जुड़ी हुई है।
यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत एक शोध से पता चला है कि डायबिटीज वाले लोगों को गंभीर बीमारी और मृत्यु का जोखिम दूसरों की तुलना में अधिक है।
नेशनल हेल्थ सर्विस का कहना है कि अगर महामारी के दौरान किसी व्यक्ति का वजन महामारी के दौरान 1kg भी बढ़ता है तो डायबिटीज की चपेट में आने के चांस 8% तक बढ़ जाते हैं.
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डायबिटीज के रोगी अचार खाने (Lemons and Diabetes) से बचते हैं, लेकिन आप जान लीजिए की नींबू का अचार खाने से आपका शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है। जानें, डायबिटीज में नींबू का अचार खाने के फायदे...
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कहा कि टाइप 2 डायबिटीज होने पर शरीर में पोटेशियम की मात्रा (Diabetes and Potassium) को सीमति रखना चाहिए।
डायबिटीज से पीड़ित लोगों को जूस न पीने की सलाह दी जाती है और यही कारण है कि डायबिटीक अक्सर जूस पीने से बचते हैं। दूसरे जूस के मुकाबले हरे रंग का ये जूस डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद हो सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की चपेट में अधिकतर उम्रदराज या बुजुर्ग लोग आते हैं। टाइप 2 मधुमेह को एडल्ट ऑनसेट डायबिटीज (Adult-Onset Diabetes) भी कहा जाता है।
सर्दियों के मौसम को हर कोई इन्ज्वॉय करता हैा फिर चाहे वह मौसम हो या फिर फूड होा सर्दियों की गर्मागर्म चाय का कप, मूंगफली, गाजर का हलका और जूसी संतरे, ये सर्दियों में मिलने वाली कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें लोग खूब चाव से खाते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज होने का मतलब स्वादिष्ट भोजन से बचना नहीं। बल्कि कुछ खास सब्जियों को अपने आहार का मुख्य हिस्सा बनाएं। जानिए विस्तार से...
टाइप-2 डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जाए, तो आप बहुत हद तक दूसरी शारीरिक समस्याओं से बचे रह सकते हैं। गिलोय हर्ब के सेवन से आप टाइप-2 डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज से पीडि़त लोगों के लिए बहुत जरूरी है कि वे हेल्दी लाइफ स्टावइल को फॉलो करें। वरना उनमें कार्डियोवस्कुुलर बीमारियों का खतरा रहता है।
डायबिटीज के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उससे मालूम होता है कि स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। विशेषज्ञों का मानना है कि जल्दी ही इस स्थिति को काबू नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया भर में डायबिटीज कैपिटल बन जाएगा।
आहार एक व्यक्ति के वजन से स्वतंत्र मधुमेह के जोखिम को प्रभावित करता है। टाइप-2 मधुमेह को एक 'साइलेंट किलर' के रूप में जाना जाता है। जब तक इसका निदान किया जाता है, तब तक अन्य संबंधित स्वास्थ्य जटिलताएं पहले से मौजूद हो सकती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों से पता चलता है कि टाइप2 मधुमेह से 44.2 करोड़ लोग पीड़ित हैं।
टाइप 2 डायबिटीज होने के बाद मरीज को ऐसे खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है जिसमें कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। खासकर ऐसे खाद्य पदार्थ न खाने की सलाह दी जाती है जिनमें प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट होता है। लेकिन जब ब्रेड की बात होती है तो वह एक हाई कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ में आता है।
टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है। गोभी, पालक, पत्ता गोभी का सेवन करने से डायबिटीज नियंत्रित रहता है।
2018 में प्रकाशित ये स्टडी बताती है कि आपके खान-पान की आदतें दुनियाभर में 70 फीसदी तक नए मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।
टाइप-2 डायबिटीज कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्रमुख कारण है, जिसमें ह्रदय रोग, किडनी से जुड़े रोग और स्ट्रोक शामिल है। ये स्थिति कुछ कैंसर के खतरे को बढ़ाने से भी जुड़ी हुई है।
यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत एक शोध से पता चला है कि डायबिटीज वाले लोगों को गंभीर बीमारी और मृत्यु का जोखिम दूसरों की तुलना में अधिक है।
नेशनल हेल्थ सर्विस का कहना है कि अगर महामारी के दौरान किसी व्यक्ति का वजन महामारी के दौरान 1kg भी बढ़ता है तो डायबिटीज की चपेट में आने के चांस 8% तक बढ़ जाते हैं.
डायबिटीज के रोगी अचार खाने (Lemons and Diabetes) से बचते हैं, लेकिन आप जान लीजिए की नींबू का अचार खाने से आपका शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है। जानें, डायबिटीज में नींबू का अचार खाने के फायदे...
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कहा कि टाइप 2 डायबिटीज होने पर शरीर में पोटेशियम की मात्रा (Diabetes and Potassium) को सीमति रखना चाहिए।
डायबिटीज से पीड़ित लोगों को जूस न पीने की सलाह दी जाती है और यही कारण है कि डायबिटीक अक्सर जूस पीने से बचते हैं। दूसरे जूस के मुकाबले हरे रंग का ये जूस डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद हो सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की चपेट में अधिकतर उम्रदराज या बुजुर्ग लोग आते हैं। टाइप 2 मधुमेह को एडल्ट ऑनसेट डायबिटीज (Adult-Onset Diabetes) भी कहा जाता है।
सर्दियों के मौसम को हर कोई इन्ज्वॉय करता हैा फिर चाहे वह मौसम हो या फिर फूड होा सर्दियों की गर्मागर्म चाय का कप, मूंगफली, गाजर का हलका और जूसी संतरे, ये सर्दियों में मिलने वाली कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें लोग खूब चाव से खाते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज होने का मतलब स्वादिष्ट भोजन से बचना नहीं। बल्कि कुछ खास सब्जियों को अपने आहार का मुख्य हिस्सा बनाएं। जानिए विस्तार से...
टाइप-2 डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जाए, तो आप बहुत हद तक दूसरी शारीरिक समस्याओं से बचे रह सकते हैं। गिलोय हर्ब के सेवन से आप टाइप-2 डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज से पीडि़त लोगों के लिए बहुत जरूरी है कि वे हेल्दी लाइफ स्टावइल को फॉलो करें। वरना उनमें कार्डियोवस्कुुलर बीमारियों का खतरा रहता है।
डायबिटीज के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उससे मालूम होता है कि स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। विशेषज्ञों का मानना है कि जल्दी ही इस स्थिति को काबू नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया भर में डायबिटीज कैपिटल बन जाएगा।
आहार एक व्यक्ति के वजन से स्वतंत्र मधुमेह के जोखिम को प्रभावित करता है। टाइप-2 मधुमेह को एक 'साइलेंट किलर' के रूप में जाना जाता है। जब तक इसका निदान किया जाता है, तब तक अन्य संबंधित स्वास्थ्य जटिलताएं पहले से मौजूद हो सकती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों से पता चलता है कि टाइप2 मधुमेह से 44.2 करोड़ लोग पीड़ित हैं।
टाइप 2 डायबिटीज होने के बाद मरीज को ऐसे खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है जिसमें कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। खासकर ऐसे खाद्य पदार्थ न खाने की सलाह दी जाती है जिनमें प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट होता है। लेकिन जब ब्रेड की बात होती है तो वह एक हाई कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ में आता है।
टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है। गोभी, पालक, पत्ता गोभी का सेवन करने से डायबिटीज नियंत्रित रहता है।
क्या आपको इसे पूरी तरह छोड़ना ज़रूरी है ? क्या कोई और स्वस्थ विकल्प मौजूद है जो आपको चावल का स्वाद दे सके ? क्या सभी तरह का चावल आपके लिए ख़राब है ?
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