छोटी-छोटी बात पर लेते हैं टेंशन तो जा सकती है आंखों की रोशनी, जानें स्ट्रेस और अंधेपन का आपस में संबंध
इस नयी स्टडी के अनुसार बहुत अधिक तनाव लेने से आपकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है।
इस नयी स्टडी के अनुसार बहुत अधिक तनाव लेने से आपकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है।
जिन लोगों को छोटी-छोटी बात पर तनाव महसूस होता है उनके लिए मोटापे का खतरा भी बहुत बढ़ सकता है।
स्ट्रेस की वजह से होने वाले इस दर्द और तकलीफ से राहत पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपायों के बारे में पढ़ें यहां।
यदि आपके बाल एक दिन में 50 से 100 टूटते हैं, तो इसे विशेषज्ञ नॉर्मल कहते हैं, लेकिन इससे अधिक बाल हर दिन टूटने लगे हैं, तो फिर चिंता की बात है। बाल कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण भी अधिक टूटने लगते हैं। जानें, किन बीमारियों की तरफ इशारा करते हैं बालों का अधिक गिरना....
ऐसा माना जाता है कि आईबीएस 10 में से एक व्यक्ति को प्रभावित करता है और पेट में दर्द, सूजन और कब्ज, दस्त या दोनों की परेशानी पैदा कर सकता है। (Anxiety And Irritable Bowel Syndrome In Hindi)
तनाव को जहां अब तक सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता रहा है वहीं, अब एक नयी स्टडी में दावा किया गया है कि थोड़ा-बहुत तनाव लोगों के दिमाग और ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। (Stress Benfits) इस स्टडी के मुताबिक, यदि लोगों को उनके दैनिक जीवन में किसी भी कारण से थोड़ा-सा भी तनाव नहीं महसूस होता, तो यह उनके लिए अच्छी स्थिति नहीं मानी जा सकती है।
हाल ही में आयी स्टडीज़ और रिसर्च पेपर में यह बात सामने आयी कि डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों का ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक बढ़ गया है। एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि, लॉकडाउन के कारण डायबिटीज के मरीज़ों के ब्लड शुगर लेवल 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
इससे मानसिक क्षमताओं में वृद्धि होती है। यह मस्तिष्क में एड्रिकनेलिन निर्माण में सहायक है, जिससे आपकी ऊर्जा का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है।
अध्ययन में कहा गया है कि अकेले काम के तनाव वाले लोगों में 1.6 गुना अधिक जोखिम था, जबकि केवल खराब नींद वाले लोगों में 1.8 गुना अधिक जोखिम था।
आपका छोटा सा तनाव आपकी जिंदगी को किस तरह प्रभावित करता है आपने सोचा भी नहीं होगा, तनाव के कारण आपके शरीर का यह जरूरी हार्मोन डिस्टर्ब होता है, जिससे आपकी लाइफ भी डिस्टर्ब हो जाती है।
इस नयी स्टडी के अनुसार बहुत अधिक तनाव लेने से आपकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है।
स्ट्रेस की वजह से होने वाले इस दर्द और तकलीफ से राहत पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपायों के बारे में पढ़ें यहां।
ऐसा माना जाता है कि आईबीएस 10 में से एक व्यक्ति को प्रभावित करता है और पेट में दर्द, सूजन और कब्ज, दस्त या दोनों की परेशानी पैदा कर सकता है। (Anxiety And Irritable Bowel Syndrome In Hindi)
तनाव को जहां अब तक सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता रहा है वहीं, अब एक नयी स्टडी में दावा किया गया है कि थोड़ा-बहुत तनाव लोगों के दिमाग और ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। (Stress Benfits) इस स्टडी के मुताबिक, यदि लोगों को उनके दैनिक जीवन में किसी भी कारण से थोड़ा-सा भी तनाव नहीं महसूस होता, तो यह उनके लिए अच्छी स्थिति नहीं मानी जा सकती है।
हाल ही में आयी स्टडीज़ और रिसर्च पेपर में यह बात सामने आयी कि डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों का ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक बढ़ गया है। एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि, लॉकडाउन के कारण डायबिटीज के मरीज़ों के ब्लड शुगर लेवल 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
इससे मानसिक क्षमताओं में वृद्धि होती है। यह मस्तिष्क में एड्रिकनेलिन निर्माण में सहायक है, जिससे आपकी ऊर्जा का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है।
अध्ययन में कहा गया है कि अकेले काम के तनाव वाले लोगों में 1.6 गुना अधिक जोखिम था, जबकि केवल खराब नींद वाले लोगों में 1.8 गुना अधिक जोखिम था।
आपका छोटा सा तनाव आपकी जिंदगी को किस तरह प्रभावित करता है आपने सोचा भी नहीं होगा, तनाव के कारण आपके शरीर का यह जरूरी हार्मोन डिस्टर्ब होता है, जिससे आपकी लाइफ भी डिस्टर्ब हो जाती है।
जिन लोगों को छोटी-छोटी बात पर तनाव महसूस होता है उनके लिए मोटापे का खतरा भी बहुत बढ़ सकता है।
यदि आपके बाल एक दिन में 50 से 100 टूटते हैं, तो इसे विशेषज्ञ नॉर्मल कहते हैं, लेकिन इससे अधिक बाल हर दिन टूटने लगे हैं, तो फिर चिंता की बात है। बाल कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण भी अधिक टूटने लगते हैं। जानें, किन बीमारियों की तरफ इशारा करते हैं बालों का अधिक गिरना....