त्वचा पर लाल पैचेस और खुजली हो सकते हैं सोरायसीस के लक्षण, जानें इस बीमारी के आयुर्वेदिक उपचार
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो लम्बे समय तक बनी रहती है। इसमें, त्वचा पर लाल रंग के पैचेस उभरते हैं जिसमें, सूजन और खुजली महसूस होती है।
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो लम्बे समय तक बनी रहती है। इसमें, त्वचा पर लाल रंग के पैचेस उभरते हैं जिसमें, सूजन और खुजली महसूस होती है।
Scalp Psoriasis Treatment in Hindi: स्कैल्प सोरायसिस सिर की त्वचा यानि खोपड़ी पर होने वाला एक चर्मरोग है, जिसे समय रहते पहचान कर इसके लक्षणों का उपचार किया जा सकता है।
Psoriasis : अगर आप महीने भर तक इस पर ध्यान नहीं देते हैं तो ये तेजी से बढ़ने लगता और इसमें जलन होने लगती है, जिसको ठीक कर पाना मुश्किल हो जाता है।
सोरायसिस त्वचा का एक स्थायी ऑटोइम्यून रोग है, जिससे लगभग 25 मिलियन भारतीय पीड़ित हैं। यह एक गंभीर रोग है, जिसमें इंफ्लेमेशन होने के साथ ही यह कई कोमोरबिडिटी से जुड़ा है होता जैसे सोरायटिक अर्थराइटिस, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबीटीज आदि।
World Psoriasis Day 2021: सोरायसिस त्वचा से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसका उपचार आयुर्वेद की मदद से संभव है. तो अगर भी सोरायसिस से पीड़ित हैं तो उनके लक्षणों को पहचान कर किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं.
अगस्त महीने को ''सोरायसिस अवेयरनेस मंथ'' के तौर पर मनाया जाता है। सोरायसिस में त्वचा पर लाल दाग और मोटे चकत्ते उभर आते हैं। एक आंकडे के मुताबिक, भारत में कुल जनसंख्या में से लगभग 1 फीसदी लोग सोरायसिस से पीड़ित हैं।
धूम्रपान से सोराइसिस का खतरा दोगुना हो जाता है, क्योंकि निकोटिन के चलते त्वचा की निचली परत में रक्त संचार बाधित हो जाता है और त्वचा को ऑक्सीजन कम मिलती है। ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।
ठंडे और शुष्क मौसम के कारण सोरायसिस के मरीजों की त्वचा पर लाल रंग की सतह उभरकर सामने आती है और त्वचा बार-बार रूखी-सूखी, फटी और बेजान दिखाई देती है।
अगर समय पर इलाज शुरू न किया जाए तो और कई सहायक बीमारियां जन्म ले सकती हैं।
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो लम्बे समय तक बनी रहती है। इसमें, त्वचा पर लाल रंग के पैचेस उभरते हैं जिसमें, सूजन और खुजली महसूस होती है।
Scalp Psoriasis Treatment in Hindi: स्कैल्प सोरायसिस सिर की त्वचा यानि खोपड़ी पर होने वाला एक चर्मरोग है, जिसे समय रहते पहचान कर इसके लक्षणों का उपचार किया जा सकता है।
Psoriasis : अगर आप महीने भर तक इस पर ध्यान नहीं देते हैं तो ये तेजी से बढ़ने लगता और इसमें जलन होने लगती है, जिसको ठीक कर पाना मुश्किल हो जाता है।
सोरायसिस त्वचा का एक स्थायी ऑटोइम्यून रोग है, जिससे लगभग 25 मिलियन भारतीय पीड़ित हैं। यह एक गंभीर रोग है, जिसमें इंफ्लेमेशन होने के साथ ही यह कई कोमोरबिडिटी से जुड़ा है होता जैसे सोरायटिक अर्थराइटिस, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबीटीज आदि।
World Psoriasis Day 2021: सोरायसिस त्वचा से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसका उपचार आयुर्वेद की मदद से संभव है. तो अगर भी सोरायसिस से पीड़ित हैं तो उनके लक्षणों को पहचान कर किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं.
अगस्त महीने को ''सोरायसिस अवेयरनेस मंथ'' के तौर पर मनाया जाता है। सोरायसिस में त्वचा पर लाल दाग और मोटे चकत्ते उभर आते हैं। एक आंकडे के मुताबिक, भारत में कुल जनसंख्या में से लगभग 1 फीसदी लोग सोरायसिस से पीड़ित हैं।
धूम्रपान से सोराइसिस का खतरा दोगुना हो जाता है, क्योंकि निकोटिन के चलते त्वचा की निचली परत में रक्त संचार बाधित हो जाता है और त्वचा को ऑक्सीजन कम मिलती है। ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।
ठंडे और शुष्क मौसम के कारण सोरायसिस के मरीजों की त्वचा पर लाल रंग की सतह उभरकर सामने आती है और त्वचा बार-बार रूखी-सूखी, फटी और बेजान दिखाई देती है।
अगर समय पर इलाज शुरू न किया जाए तो और कई सहायक बीमारियां जन्म ले सकती हैं।