गर्भावस्था में जांघों और पेट की मांसपेशियों को मजबूती देने वाले 2 योगासन, लेबर पेन भी होगा कम
गर्भावस्था में जांघों और पेट की मांसपेशियों को मजबूती देने के लिए करें ये 2 योगासन, डिलीवरी के समय प्रसव पीड़ा को भी कम करने में करते हैं मदद...
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प्रेग्नेंसी में काली मिर्च के सेवन के कई लाभ होते हैं, जानें काली मिर्च खाने के फायदों के बारे में यहां...
Pregnant Women Coronavirus Vaccination: कोरोनावायरस को लेकर गर्भवती महिलाओं के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब गर्भवती महिलाओं को भी कोरोनावायरस के खिलाफ टीकाकरण की मंजूरी दे दी है.
सिंगर श्रेया घोषाल मां बनने वाली हैं। श्रेया ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर कैप्शन देते हुए लिखा है, "अपनी जिंदगी के सबसे खूबसूरत दौर का अनुभव (Shreya Ghoshal pregnancy news) ले रही हूं। यह ईश्वर का दैवीय चमत्कार है।"
Amarnath Yatra 2021 Registration: शिव भक्तों के लिए अच्छी खबर है। यदि आप श्री अमरनाथ की यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो इस तारीख से अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। जानें, अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले किन-किन बातों का रखना होगा ध्यान...
आपने भी सुना ही होगा कि केसर वाला दूध पीने से बच्चा गोरा होता है। तो वहीं ज़्यादातर महिलाओं को नारियल खाने की भी सलाह केवल इसीलिए दी जाती है ताकि जन्म लेनेवाले बच्चे की रंगत गोरी होती है। लेकिन, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सचमुच प्रेगनेंसी में नारियल और केसर खाने से बच्चे की रंगत गोरी होती है। आइए जानते हैं क्या कहती है रिसर्च और एक्सपर्ट्स।
टीवी स्टार नकुल मेहता और पत्नी जानकी पारेख बहुत जल्दी ही अपने पहले बच्चे के पेरेंट्स बनने वाले हैं। नकुल ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर फैंस को इस बात की दी जानकारी। जानकी तस्वीरों में दिखीं बेबी बंप के साथ...
प्रेग्नेंसी के दिनों में हर स्त्री को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। यह आपके गर्भ में पल रहे शिशु के संपूर्ण विकास के लिए बेहद जरूरी होता है। जानें, प्रेग्नेंसी के दिनों में किन पोषक तत्वों और खाद्य पदार्थों को डायट में जरूर शामिल करना चाहिए, ताकि आप रहें पूरे नौ महीने फिट और हेल्दी...
ब्रोकली में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, विटामिन सी की प्रचूर मात्रा होती है। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इतना ही नहीं, ब्रोकली स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद (Benefits of Broccoli) होता है।
यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 बीमारी का गंभीर खतरा है। ऐसे में कुछ टिप्स अपनाकर प्रेग्नेंट महिलाएं खुद को सेफ और हेल्दी रख सकती हैं।
मानसून में मलेरिया, जुकाम, बुखार, गले में दर्द, डेंगू, फ्लू, फंगल इंफेक्शन और स्किन से संबंधित कई रोगों के होने का खतरा दोगुना हो जाता है। गर्भवती यदि इनमें से किसी भी रोग की चपेट में आ जाए तो रिकवर करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
कल (21 जून) सूर्य ग्रहण (surya grahan 2020) लगने वाला है। भारत में 'ग्रहण' शब्द को सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। सूर्य ग्रहण को लेकर आज भी कई ऐसे मिथक और अंधविश्वास (myths & facts about solar eclipse) व्याप्त हैं, जिन्हें लोग फॉलो करते हैं। जानें, ऐसे ही कुछ मिथ्स एंड फैक्ट्स के बारे में यहां...
Exercise tip for pregnant woman: प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही एक्सरसाइज़ करें। अपने डॉक्टर और ट्रेनर से बात करें और समझें कि किस तरह की एक्सरसाइज़ आपके लिए सही होगी। अगर, आपने कभी कसरत नहीं की है तो बिना एक्सपर्ट्स की राय के एक्सरसाइज़ ना करें। प्रेगनेंसी के समय बहुत कठिन और बहुत देर तक कसरत नहीं करनी चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को कहा जाता है कि वे एक नहीं दो लोगों के हिसाब से भोजन (Diet Mistakes during Pregnancy) करें। गर्भावस्था के दौरान भोजन की मदद से मां और गर्भ में पल रहे बच्चे का पोषण होता है। इसीलिए, प्रेगनेंसी डायट में हेल्दी फूड्स सही मात्रा में शामिल करना भी ज़रूरी है। लेकिन, कितनी मात्रा में भोजन करना है गर्भावस्था में ज़रूरी। जानने के लिए पढ़ें यह आर्टिकल।
प्रेगनेंसी में एक्टिव रहने से ना केवल फिजिकली बल्कि, मेंटली भी फिट और स्ट्रॉन्ग रहने में मदद होती है। इससे, बच्चे की सेहत को भी बेहतर बनाने में रखना होता है। जैसा कि, प्रेगनेंसी में वेट बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसी तरह फिटनेस की कमी के कारण प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में दर्द और तकलीफें होती रहती है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान एक्टिव रहने की कोशिश करें।
Hepatitis Symptoms : हेपेटाइटिस के लक्षण की जानकारी ही बचा सकती है जान
एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्रेग्नेंसी के दिनों में जो महिलाएं आलू अधिक खाती हैं, उन्हें डायबिटीज यानी शुगर की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था में महिलाओं को होती हैं कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स और प्रेगनेंसी रैशेज़ भी एक ऐसी ही समस्या है।
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ब्रोकली में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, विटामिन सी की प्रचूर मात्रा होती है। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इतना ही नहीं, ब्रोकली स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद (Benefits of Broccoli) होता है।
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मानसून में मलेरिया, जुकाम, बुखार, गले में दर्द, डेंगू, फ्लू, फंगल इंफेक्शन और स्किन से संबंधित कई रोगों के होने का खतरा दोगुना हो जाता है। गर्भवती यदि इनमें से किसी भी रोग की चपेट में आ जाए तो रिकवर करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
कल (21 जून) सूर्य ग्रहण (surya grahan 2020) लगने वाला है। भारत में 'ग्रहण' शब्द को सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। सूर्य ग्रहण को लेकर आज भी कई ऐसे मिथक और अंधविश्वास (myths & facts about solar eclipse) व्याप्त हैं, जिन्हें लोग फॉलो करते हैं। जानें, ऐसे ही कुछ मिथ्स एंड फैक्ट्स के बारे में यहां...
Exercise tip for pregnant woman: प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही एक्सरसाइज़ करें। अपने डॉक्टर और ट्रेनर से बात करें और समझें कि किस तरह की एक्सरसाइज़ आपके लिए सही होगी। अगर, आपने कभी कसरत नहीं की है तो बिना एक्सपर्ट्स की राय के एक्सरसाइज़ ना करें। प्रेगनेंसी के समय बहुत कठिन और बहुत देर तक कसरत नहीं करनी चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को कहा जाता है कि वे एक नहीं दो लोगों के हिसाब से भोजन (Diet Mistakes during Pregnancy) करें। गर्भावस्था के दौरान भोजन की मदद से मां और गर्भ में पल रहे बच्चे का पोषण होता है। इसीलिए, प्रेगनेंसी डायट में हेल्दी फूड्स सही मात्रा में शामिल करना भी ज़रूरी है। लेकिन, कितनी मात्रा में भोजन करना है गर्भावस्था में ज़रूरी। जानने के लिए पढ़ें यह आर्टिकल।
प्रेगनेंसी में एक्टिव रहने से ना केवल फिजिकली बल्कि, मेंटली भी फिट और स्ट्रॉन्ग रहने में मदद होती है। इससे, बच्चे की सेहत को भी बेहतर बनाने में रखना होता है। जैसा कि, प्रेगनेंसी में वेट बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसी तरह फिटनेस की कमी के कारण प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में दर्द और तकलीफें होती रहती है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान एक्टिव रहने की कोशिश करें।
Hepatitis Symptoms : हेपेटाइटिस के लक्षण की जानकारी ही बचा सकती है जान
एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्रेग्नेंसी के दिनों में जो महिलाएं आलू अधिक खाती हैं, उन्हें डायबिटीज यानी शुगर की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था में महिलाओं को होती हैं कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स और प्रेगनेंसी रैशेज़ भी एक ऐसी ही समस्या है।
प्रत्येक दिन आप प्रीनेटल योग करें। इससे आपका शरीर क्रियाशील बना रहेगा और गर्भावस्था में आमतौर पर होने वाली समस्याओं जैसे कब्ज, उल्टी आदि से भी आप बची रहेंगी।
फलों के जूस में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। ऐसे में फलों का जूस पीने से बेहतर यही होगा कि आप फलों को चबा-चबा कर खाएं। जूस ज्यादा पीने से गर्भवती महिला को जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा हो जाता है।
शोधकर्ताओं द्वारा खोजे गए ये नतीजे जर्नल ऑफ हॉर्मोन्स ऐंड बिहेवियर में प्रकाशित हुए जिसमें कहा गया कि 'प्रेग्नेंसी के दौरान पैरासिटामोल का लंबे वक्त तक इस्तेमाल यानी होने वाले बच्चे में बीमारी का खतरा अधिक।'
गर्भवती महिलाओं को सभी तरह के प्रोटीन और विटामिन के सेवन की सलाह दी जाती है। इसमें एक महत्वपूर्ण अवयव है ओमेगा-3 फैटी एसिड। यह बच्चे के दिमाग के सही तरीके से विकास के लिए जरूरी है।
गर्भवती महिलाएं जो कुछ भी खाती हैं, उसका सीधा असर उनके शिशु के जीवन पर पड़ता है इसलिए कोशिश करें की अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा सेहतमंद खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
पटाखों से निकलने वाले हानिकारक धुएं गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी बहुत खतरनाक साबित हो सकते हैं।
सिजेरियन डिलीवरी करवाने के बाद सावधानियां नहीं बरतने से संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।