Periods Chocolate Connection: क्या पीरियड्स में चॉकलेट खाने से दर्द में राहत मिलती है?
डार्क चॉकलेट पीरियड्स के लिए अच्छी समझी जाती है. इसमें जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं.
डार्क चॉकलेट पीरियड्स के लिए अच्छी समझी जाती है. इसमें जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं.
लेकिन कुछ महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स में ब्लीडिंग सिर्फ 2 दिन तक ही होती है. अगर ऐसा कभी-कभार हो गया तो कोई परेशानी की बात नहीं है।
आज हम आपको पीरियड्स के दौरान नजर आने वाले कुछ असामान्य लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। यदि ये आपको दिखाई दें तो इन्हें भूलकर भी नजरअंदाज न करें। ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है, इन लक्षणों के सामने आते ही बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
मात्र 5 से 10 रुपये के खर्चे में आप बांझपन से लेकर माहवारी (पीरियड्स) तक में आने वाली दिक्कतों को दूर कर सकती हैं.
गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण अनियमित पीरियड्स की समस्या महिलाओं में काफी आम हो गई है। आमतौर पर, पीरियड्स लेट या मिस होने की सबसे आम वजह प्रेग्नेंसी होती हैं। लेकिन पीरियड्स में देरी के पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। आइए, जानते हैं पीरियड्स लेट होने के 8 कारण क्या हैं?
Foods For Periods Pain पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से राहत पाने के लिए हेल्दी डाइट लेनी चाहिए। इसके लिए आप अपनी डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर सकती हैं। आइए, जानते हैं इनके बारे में -
Paracetamol Side Effect:डेंगू में होने वाले बुखार को कम करने के लिए लोग अक्सर दवाई का इस्तेमाल करते हैं। इस ...
महिलाओं को हर महीने पीरिड्स के कारण न जाने कितना दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इन सब के अलावा एक ओर परेशानी है वो रैशेज की है जिसकी वजह से जलन और सूजन भी आ जाती है, तो आज हम आपको इन रैशेज से छुटकारा पाने के लिए कुछ उपाय बताने वाले है। जिसके इस्तेमाल से आपको इन रैशेज से बहुत जल्द आराम मिलेगा।
हमेशा पीरियड्स मिस होना प्रेगनेंसी का कारण नहीं होता है, बल्कि इसके लिए कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
कई महिलाएं फ्लो के मुताबिक पैड चेंज करती हैं. वहीं कई महिलाएं कई घंटों तक एक ही पैड लगाए रहते हैं. बहुत सारी महिलाएं इस बात को लेकर ही कन्फ्यूज होती हैं कि कब पैड चेंज किया जाए. अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो आज हम आपको बताएंगे की पैड बदलने का सही वक्त क्या होता है. कितने समय में पैड बदलते रहना चाहिए.
सात से नौ घंटे सोने वाले सेहतमंद महिलाओं की तुलना में irregular पीरियड्स होने के चांस 44 % बढ़ जाती है, साथ ही उन्हें पीरियड्स के दौरान 70 प्रतिशत ज्यादा हैवी ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है.
How To Stop Heavy Periods: अगर आप पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की समस्या से परेशान हैं, तो इससे राहत पाने के लिए इन 5 घरेलू उपायों को आजमा सकती हैं।
यही नहीं कई बार तो Periods मिस होने से हेवी या बहुत कम Bleeding होती है. जिसके चलते महिलाओं को कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं भी होने लगती हैं.
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को चाय पीने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि चाय में कैफीन की मात्रा होती है जिसका अधिक सेवन कई परेशानियों को खड़ा कर सकता है
इर्रेग्यूलर पीरियड्स की समस्या के कई कारण हो सकते है जैसे, तनाव, थायरॉइड, उम्र, दवाइओं के सेवन के साइड-इफेक्ट्स, लाइफस्टाइल से जुड़ी गड़बड़ियां वगैरह।
पीरियड्स में अगर दर्द और थकान की वजह से आपको सो पाने में दिक्कत होती है तो ट्राई करें ये टिप्स।
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को रात में सोने के दौरान भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस समय आप कैसे चैन की नींद सो सकती हैं।
डॉ. पूनम यादव का कहना है कि अब समय आ गया है कि इन समाज में फैली इन गलत अवधारणाओं को दूर किया जाए।
आज हम आपको पीरियड्स के दौरान नजर आने वाले कुछ असामान्य लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। यदि ये आपको दिखाई दें तो इन्हें भूलकर भी नजरअंदाज न करें। ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है, इन लक्षणों के सामने आते ही बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
महिलाओं को हर महीने पीरिड्स के कारण न जाने कितना दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इन सब के अलावा एक ओर परेशानी है वो रैशेज की है जिसकी वजह से जलन और सूजन भी आ जाती है, तो आज हम आपको इन रैशेज से छुटकारा पाने के लिए कुछ उपाय बताने वाले है। जिसके इस्तेमाल से आपको इन रैशेज से बहुत जल्द आराम मिलेगा।
हमेशा पीरियड्स मिस होना प्रेगनेंसी का कारण नहीं होता है, बल्कि इसके लिए कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
How To Stop Heavy Periods: अगर आप पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की समस्या से परेशान हैं, तो इससे राहत पाने के लिए इन 5 घरेलू उपायों को आजमा सकती हैं।
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को रात में सोने के दौरान भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस समय आप कैसे चैन की नींद सो सकती हैं।
डॉ. पूनम यादव का कहना है कि अब समय आ गया है कि इन समाज में फैली इन गलत अवधारणाओं को दूर किया जाए।
महिलाओं को अभी भी ये जानकारी नही है कि उन्हें पूरे दिन में पैड कितनी बार बदलना चाहिए, जिसकी जानकारी होना जरूरी है क्योंकि इससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
Summer Periods Problems : गर्मी के दिनों में पीरियड्स की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं। आइए जानते हैं इन परेशानियों को कैसे करें दूर?
Ajwain tea for periods: मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को काफी दर्द का सामना करना पड़ा है और ऐसे में पेन किलर लेना सुरक्षित नहीं समझा जाता है। लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे हैं, जिनकी मदद से पीरियड्स पेन को कंट्रोल किया जा सकता है।
पीरियड्स के दौरान होने वाली यह तकलीफ कुछ छुपी हुई और गम्भीर हेल्थ प्राब्लम्स का संकेत हो सकती है। यहां पढ़ें कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में जो गम्भीर पीरियड पेन से जोड़कर देखे जाते हैं।
पीरियड्स और मेंस्ट्रुअल कप को लेकर महिलाओं के मन में तमाम तरह के सवाल होते हैं जिनका खुलासा यहां हम कर रहे हैं।
शरीर में इस हार्मोन की कमी की वजह से ढेर सारी परेशानियां हो सकती है लेकिन पीरियड्स पर इसका कितना गंभीर प्रभाव होता है इस बात की जानकारी शायद ज्यादातर महिलाओं को नहीं होती है।
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को विशेष प्रकार के वर्कआउट की सलाह दी जाती है। आइए आपको बताते हैं ऐसे 5 वर्कआउट के बारे में, जिन्हें करने से आप पीरियड्स के दर्द और परेशानी से राहत पा सकती हैं।
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अपनी सुविधा के अनुसार थोड़ी-बहुत एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
एक स्टडी के अनुसार, टीनएजर लड़कियों में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट देखने को मिले हैं और इनमें पीरियड्स से जुड़ी गड़बड़ियांऔर समस्याएं प्रमुख हैं।
अक्सर बहुत सी लड़कियां इन दिनों में पर्सनल हाइजीन का ख्याल नहीं रखती हैं तो उन्हें और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। जानें पीरियड्स के दौरान गलतियों के बारे में।
पीरियड्स के समय हम खुद ऐसी गलतियां कर लेती हैं जिनके कारण हमें और ज्यादा बुरे लक्षण देखने को मिल सकते हैं इसलिए यह जान लेना चाहिए कि पीरियड्स के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
पीरियड्स से जुड़े परेशानियों से आराम के लिए महिलाएं अपनी डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़े कुछ बदलाव कर सकती हैं। यहां पढ़ें कुछ ऐसी ही हेल्दी आदतों के बारे में।
Foods For Periods Pain पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से राहत पाने के लिए हेल्दी डाइट लेनी चाहिए। इसके लिए आप अपनी डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर सकती हैं। आइए, जानते हैं इनके बारे में -
इर्रेग्यूलर पीरियड्स की समस्या के कई कारण हो सकते है जैसे, तनाव, थायरॉइड, उम्र, दवाइओं के सेवन के साइड-इफेक्ट्स, लाइफस्टाइल से जुड़ी गड़बड़ियां वगैरह।
Ginger for Periods Pain: पीरियड्स के दर्द को दूर करने के लिए आप अदरक का सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन आप कई तरीकों से कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान से तरीके-
Periods problems: मासिक धर्म के दौरान बदबू होना आम बात है, लेकिन देखा गया है कि कुछ महिलाओं में इन दिनो बदबू की समस्या असामान्य रूप से बढ़ जाती है। इस लेख में जानें ऐसी 5 गलतियां, जिस कारण से पीरियड्स के दौरान बदबू की समस्या रहती है।
Skin care during periods: पीरियड्स के दौरान अक्सर कुछ महिलाओं को पिंपल्स आने लगते हैं, जो आमतौर पर महिलाओं द्वारा की जाने वाली कुछ गलतियों के कारण होते हैं। चलिए जानते हैं पीरियड्स के दौरान स्किन को हेल्दी रखने के लिए महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
क्या महिलाओं को मासिक धर्म या पीरियड्स के दिनों में दौड़ना चाहिए? जानें, पीरियड्स में दौड़ने के फायदे क्या हैं....
लड़कियों के लिए मेंस्ट्रुएशन पीरियड्स को आसान बनाने के लिए उन्हें, हाइजिन, डायट और उनकी दिनचर्या को हेल्दी बनाने में मदद करनी चाहिए। यहां पढ़ें कुछ बेसिक हाइजिन टिप्स के बारे में जो टीनएज लड़कियों सहित हर उम्र की महिलाओं को ज़रूर फॉलो करनी चाहिए। (Best Menstrual Hygiene Tips in Hindi)
महिलाओं की बदलती लाइफस्टाइल, खानपान की आदतें और बढ़ते प्रदूषण के कारण उनका मासिक चक्र बिगड़ जाता है। आज हम आपको कुछ घरेलू उपायों बताने जा रहे हैं, जिससे आप अपने पीरियड्स को नियमित कर सकती हैं।
आखिर यह बात कितनी सही है कि कोरोना संक्रमित महिलाओं के ठीक होने के बाद पीरियड्स में समस्या होने लगती है, जानते हैं क्या कहते हैं कुछ अध्ययन और एक्सपर्ट्स (Does corona affect menstrual cycle).....
सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें महिलाओं को पीरियड्स की डेट के आस-पास वैक्सीन न लगवाने को कहा जा रहा है। लेख में जानिए इस दावे की सच्चाई।
अगर आप भी ऐसी ही समस्या से पीड़ित हैं तो, आप अपनी डायट में कुछ ऐसे नैचुरल फूडस को शामिल करें जो इर्रेग्यूलर पीरियड्स की समस्या को कम करते हैं। (Irregular Periods Diet Tips in Hindi)
पीरियड्स के लेट होने के कुछ संभावित कारणों (Reasons of Late Periods) के बारे में आप इस फोटो गैलरी में पढ़ेंगे। इन कारणों पर ध्यान दें और आवश्यकता के अनुसार, डॉक्टरी मदद और लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे उपाय अपनाएं, ताकि, इस समस्या से आपको राहत मिल सके। (Delay Periods Causes)
Bleeding without Period in Hindi: क्या पीरियड्स होने के बाद या नहीं होने पर भी आपको वेजाइनल ब्लीडिंग की समस्या हो रही है? यदि हां, तो जान लें इसके मुख्य कारणों को यहां...
मासिक धर्म के दौरान ऐंठन एक ऐसी चीज है जिसका सामना हर महिला को महीने में एक बार जरूर करना पड़ता है। इस दौरान तेज दर्द, मिजाज में बदलाव, पाचन संबंधी समस्याओं के साथ-साथ कुछ महिलाओं को असहनीय दर्द का भी सामना करना पड़ सकता है। मासिक धर्म के दौरान लगभग 90 प्रतिशत महिलाएं अपने मासिक चक्र से पहले और इस दौरान इन लक्षणों से जूझती हैं। हम आपको ऐसे 5 खाद्य पदार्थ के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें राहत पाने के लिए आप पीरियड्स के दौरान अपना सकती हैं।
ऑफिस और घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ महिलाओं को पीरियड्स, मोनोपॉज और प्रेग्नेंसी जैसे हार्मोनल बदलाव से भी गुजरना (Superfoods for Women) होता है। ऐसे में उनके शरीर को संपूर्ण पोषक तत्व नहीं मिल पाता है। ऐसे में उम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। आज हम आपको इस लेख के जरिए कुछ ऐसे फूड्स के नाम बता रहे हैं, जिससे आप अपने शरीर में होने वाले पोषक तत्व की कमी को पूरा कर सकती हैं।
पीरियड्स के दिनों में साफ-सफाई और हाइजीन का ख्याल रखना काफी जरूरी होता है। टैम्पोन के इस्तेमाल से आप सही तरीके से हाइजीन का ख्याल नहीं रख सकती हैं और इसके सेहत पर कई तरह के दुष्प्रभाव भी पड़ते हैं, जिन्हें आपको जानना चाहिए। टैम्पोन्स के इस्तेमाल से बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा (side effects of tampons) भी बढ़ जाता है। जानें, किस तरह सैनिटरी पैड के मुकाबले टैम्पोन का इस्तेमाल अधिक सही नहीं होता है और इससे क्या-क्या साइड इफेक्ट्स (side effects of tampons) हो सकते हैं...
पर्याप्त नींद लेने से आप पीरियड्स में अच्छा महसूस कर सकती हैं।
कुछ लोग बाहर से तो साफ- सुथरे दिखते हैं पर वे अपनी बेसिक हाइजीन को भी मेंटेन नहीं कर पाते। अपने आप को साफ-सुथरा रखने के लिए सिर्फ हर रोज नहा लेना ही काफी नहीं है। बल्कि शरीर के हर अंग की सफाई का अलग से ध्या न रखना भी बहुत जरूरी है।
डार्क चॉकलेट पीरियड्स के लिए अच्छी समझी जाती है. इसमें जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं.
लेकिन कुछ महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स में ब्लीडिंग सिर्फ 2 दिन तक ही होती है. अगर ऐसा कभी-कभार हो गया तो कोई परेशानी की बात नहीं है।
मात्र 5 से 10 रुपये के खर्चे में आप बांझपन से लेकर माहवारी (पीरियड्स) तक में आने वाली दिक्कतों को दूर कर सकती हैं.
Paracetamol Side Effect:डेंगू में होने वाले बुखार को कम करने के लिए लोग अक्सर दवाई का इस्तेमाल करते हैं। इस ...
कई महिलाएं फ्लो के मुताबिक पैड चेंज करती हैं. वहीं कई महिलाएं कई घंटों तक एक ही पैड लगाए रहते हैं. बहुत सारी महिलाएं इस बात को लेकर ही कन्फ्यूज होती हैं कि कब पैड चेंज किया जाए. अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो आज हम आपको बताएंगे की पैड बदलने का सही वक्त क्या होता है. कितने समय में पैड बदलते रहना चाहिए.
सात से नौ घंटे सोने वाले सेहतमंद महिलाओं की तुलना में irregular पीरियड्स होने के चांस 44 % बढ़ जाती है, साथ ही उन्हें पीरियड्स के दौरान 70 प्रतिशत ज्यादा हैवी ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है.
यही नहीं कई बार तो Periods मिस होने से हेवी या बहुत कम Bleeding होती है. जिसके चलते महिलाओं को कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं भी होने लगती हैं.
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को चाय पीने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि चाय में कैफीन की मात्रा होती है जिसका अधिक सेवन कई परेशानियों को खड़ा कर सकता है
आज हम आपको इस वीडियो में एक ऐसा घरेलू तरीका बताएंगे जिससें आप आसानी से वजन कम कर सकते हैं। बता दें, काली इलायची के इस्तेमाल से आप वजन को कंट्रोल कर सकते हैं।कैसे चलिए हम बताते हैं कैसे?
दर्द के दौरान महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है। इसे कई लोग नॉर्मल समझकर नज़रअंदाज कर देते हैं। हालांकि ये बिल्कुल भी इग्नोर करने वाली बात नहीं है।
पीरियड्स के दौरान देखा गया है ज्यादातर महिलाएं कॉफी पीना पसंद करती हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा कैफीन का सेवन शरीर के लिए हानिकारक होता है।
ऐसे में अधिकतर महिलाओं के जेहन में सवाल आता है कि क्या सर्दियों के मौसम में पीरियड्स के दौरान दर्द बढ़ जाता है?आइए जानते हैं ठंड के मौसम में पीरियड्स के दौरान दर्द क्यों बढ़ जाता है।
पीरियड्स में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान पेट में दर्द होने के चलते अपनी त्वचा का ध्यान रखना मुश्किल हो जाता है। वहीं इस दौरान चेहरे पर दाने में निकल जाते हैं ऐसे में हम आपको इस वीडियो में बताएंगे की कैसे आप पीरियड्स में अपनी स्किन का ख्याल रख सकते हैं।
पीरियड्स के दर्द और इन दिनों होने वाले मूड स्विग्ंस को दूर करने के लिए वॉक करना एक मददगार इलाज हो सकता है। वॉक करने से आपका दिमाग डायवर्ट होता है जिसके चलते आप बेहतर फील करते हैं।
Symptoms of Irregular Periods: बात अगर इसके लक्षण की करें तो इनमें यूटेरस में दर्द होना, भूख ना लगना, पेट और कमर में दर्द होना, हाथ-पैर में दर्द होना, थकान महसूस होना, यूटेरस में ब्लड क्लॉट्स का बन जाना इसके लक्षण हैं।
गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण अनियमित पीरियड्स की समस्या महिलाओं में काफी आम हो गई है। आमतौर पर, पीरियड्स लेट या मिस होने की सबसे आम वजह प्रेग्नेंसी होती हैं। लेकिन पीरियड्स में देरी के पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। आइए, जानते हैं पीरियड्स लेट होने के 8 कारण क्या हैं?
पीरियड्स में अगर दर्द और थकान की वजह से आपको सो पाने में दिक्कत होती है तो ट्राई करें ये टिप्स।
एक महिला के लिए रेगुलर पीरियड्स होना बहुत जरूरी है क्योंकि अनियमित पीरियड्स आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं।
पीरियड्स आने के साथ दर्द, मरोड़, जी मचलाना जैसी समस्याएं स्वाभाविक हैं, हालांकि इससे बचाव किया जा सकता है.