फुल फैट मिल्क और बटर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी है जरूरी, स्टडी से जानें क्यों हैं ये फायदेमंद
full fat dairy products benefits : फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन दिल के लिए नुकसानदायक बताया जाता है। लेकिन ये कुछ कारणों से फायदेमंद भी है।
full fat dairy products benefits : फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन दिल के लिए नुकसानदायक बताया जाता है। लेकिन ये कुछ कारणों से फायदेमंद भी है।
New Study: अमेरिका में हाल ही में हुई एक स्टडी में पाया गया कि कॉफी के बचे हुए हिस्से का इस्तेमाल इलेक्ट्रोड कोटिंग के लिए किया जा सकता है। इस रिसर्च में दिमागी समस्याओं का पता लगाने में काफी मदद मिल सकती है।
एक नए अध्ययन में ये दावा किया गया है कि कोविड-19 स्पष्ट रूप से कोई श्वसन रोग यानी सांस से जुड़ी बीमारी नहीं है। जानिए फिर क्या है कोरोनावायरस।
चीन से राहत देने वाली एक खबर सामने आई है कि चीन में बनी कोरोनावायरस की वैक्सीन बंदरों पर प्रभावी साबित हुई है। पाइकोवैक (PiCoVacc) नाम की इस वैक्सीन को पेइचिंग स्थित सिनोवैक बायोटेक कंपनी ने तैयार की है। यह वैक्सीन शरीर में जाते ही प्रतिरक्षा प्रणाली को एंटीबॉडी बनाने पर जोर देती है और एंटीबॉडी वायरस को खत्म करने लगती है।
चीन में हुए एक नए शोध में कहा गया है कि कोरोनावायरस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड भी हो सकता है। दरअसल, चीन के शोधकर्ता ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि उन्हें कोरोना से पॉजिटिव पुरुषों के वीर्य (Coronavirus found in semen) में यह वायरस मिला है।
साल 2013 में प्रचलन में आने के बाद से टैंक-स्टाइल इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के एरोसोल या वाष्प में लेड, निकल, आयरन और कॉपर जैसी कार्सिनोजेन धातुओं का सांद्रण बढ़ा है।
सादा और स्वादिष्ट इंडियन फूड दुनिया भर में धूम मचा रहा है। अभी हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि कैलोरी में कम होने के कारण यह जेनेटिक बीमारियों पर भी लगाम लगा सकता है।
रिसर्च टीम ने इस अध्ययन के लिए 45 वर्ष व इससे अधिक उम्र के लगभग 11 हजार चीनी निवासियों से संबंधित सर्वेक्षण के आंकड़ों का विश्लेषण किया।
एक अध्यसयन में यह भी सामने आया कि हर सोलह में से एक अमेरिकी महिला को पहली बार सेक्से के लिए जबरन तैयार किया गया। उस समय उनकी उम्र भी हमलावर की तुलना में काफी कम थी।
शोधकर्ताओं ने कहा कि किशोरों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले स्कूलों में किए जा रहे प्रयासों में गैर-डेटिंग को स्वस्थ विकास के एक विकल्प के रूप में शामिल किया जाना चाहिए।
भारत में जहां सूर्य की रोशनी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है, वहां के 80-90 फीसदी लोगों का विटामिन डी की कमी से जूझना चौंका देने वाला है। हाल के सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा हुआ है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि रेड वाइन पीने वालों की आंत के माइक्रोबायोटा में जीवाणुओं के विभिन्न प्रजातियों की एक बड़ी संख्या थी। उनके मुताबिक, ऐसा शायद रेड वाइन में अधिक मात्रा में मौजूद पॉलीफिनोल्स की वजह से हो सकता है।
इसमें उतने प्रोटीन होते हैं, जितने अंडे में। इसके अलावा सभी जरूरी अमीनो एसिड भी इसमें मौजूद रहते हैं। डाइटरी फाइबर, विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन बी 12 के साथ ही इसमें लोहे और जस्ता जैसे महत्वपूर्ण खनिज तत्व, भी शामिल होते हैं।
‘बिन्ज ड्रिंकिंग’ करने वाले पुरुषों में से जहां चार में से केवल एक के साथ लीवर संबंधी समस्याएं आईं, वहीं महिलाओं में यह चार में से तीन का औसत था।
शोधकर्ताओं ने चुहियों पर किए गए एक शोध में यह निष्कर्ष निकाला है कि स्तन कैंसर में मौजूद कैंसर सेल को फैट सेल में बदल कर उसका बढ़ना रोका जा सकता है।
नए शोध में न्यूरो कैमिस्ट्री पर हुए विस्तृत अध्ययन में यह बात सामने आई है कि भांग का लगातार इस्तेमाल (Cannabis Hazards) ब्रेन के फंक्शन को प्रभावित करता है। यह कार्टिसोल और डोपामाइन की सिगनलिंग को प्रभावित करता है।
लाल मांस की पहचान एक संभावित कार्सिनोजेन के रूप में की गई है। हमारे अध्ययन में और अधिक सबूत मिले हैं कि लाल मांस स्तन कैंसर के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हो सकता है, जबकि पोल्ट्री कम जोखिम के साथ जुड़ी हुई मिली।
अगर सुप्त टीबी यानी निष्क्रिय तपेदिक का मरीज अपना इलाज नहीं कराता है तो निष्क्रिय तपेदिक सक्रिय तपेदिक में बदल सकती है।
full fat dairy products benefits : फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन दिल के लिए नुकसानदायक बताया जाता है। लेकिन ये कुछ कारणों से फायदेमंद भी है।
New Study: अमेरिका में हाल ही में हुई एक स्टडी में पाया गया कि कॉफी के बचे हुए हिस्से का इस्तेमाल इलेक्ट्रोड कोटिंग के लिए किया जा सकता है। इस रिसर्च में दिमागी समस्याओं का पता लगाने में काफी मदद मिल सकती है।
एक नए अध्ययन में ये दावा किया गया है कि कोविड-19 स्पष्ट रूप से कोई श्वसन रोग यानी सांस से जुड़ी बीमारी नहीं है। जानिए फिर क्या है कोरोनावायरस।
चीन से राहत देने वाली एक खबर सामने आई है कि चीन में बनी कोरोनावायरस की वैक्सीन बंदरों पर प्रभावी साबित हुई है। पाइकोवैक (PiCoVacc) नाम की इस वैक्सीन को पेइचिंग स्थित सिनोवैक बायोटेक कंपनी ने तैयार की है। यह वैक्सीन शरीर में जाते ही प्रतिरक्षा प्रणाली को एंटीबॉडी बनाने पर जोर देती है और एंटीबॉडी वायरस को खत्म करने लगती है।
चीन में हुए एक नए शोध में कहा गया है कि कोरोनावायरस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड भी हो सकता है। दरअसल, चीन के शोधकर्ता ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि उन्हें कोरोना से पॉजिटिव पुरुषों के वीर्य (Coronavirus found in semen) में यह वायरस मिला है।
साल 2013 में प्रचलन में आने के बाद से टैंक-स्टाइल इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के एरोसोल या वाष्प में लेड, निकल, आयरन और कॉपर जैसी कार्सिनोजेन धातुओं का सांद्रण बढ़ा है।
सादा और स्वादिष्ट इंडियन फूड दुनिया भर में धूम मचा रहा है। अभी हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि कैलोरी में कम होने के कारण यह जेनेटिक बीमारियों पर भी लगाम लगा सकता है।
रिसर्च टीम ने इस अध्ययन के लिए 45 वर्ष व इससे अधिक उम्र के लगभग 11 हजार चीनी निवासियों से संबंधित सर्वेक्षण के आंकड़ों का विश्लेषण किया।
एक अध्यसयन में यह भी सामने आया कि हर सोलह में से एक अमेरिकी महिला को पहली बार सेक्से के लिए जबरन तैयार किया गया। उस समय उनकी उम्र भी हमलावर की तुलना में काफी कम थी।
शोधकर्ताओं ने कहा कि किशोरों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले स्कूलों में किए जा रहे प्रयासों में गैर-डेटिंग को स्वस्थ विकास के एक विकल्प के रूप में शामिल किया जाना चाहिए।
भारत में जहां सूर्य की रोशनी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है, वहां के 80-90 फीसदी लोगों का विटामिन डी की कमी से जूझना चौंका देने वाला है। हाल के सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा हुआ है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि रेड वाइन पीने वालों की आंत के माइक्रोबायोटा में जीवाणुओं के विभिन्न प्रजातियों की एक बड़ी संख्या थी। उनके मुताबिक, ऐसा शायद रेड वाइन में अधिक मात्रा में मौजूद पॉलीफिनोल्स की वजह से हो सकता है।
इसमें उतने प्रोटीन होते हैं, जितने अंडे में। इसके अलावा सभी जरूरी अमीनो एसिड भी इसमें मौजूद रहते हैं। डाइटरी फाइबर, विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन बी 12 के साथ ही इसमें लोहे और जस्ता जैसे महत्वपूर्ण खनिज तत्व, भी शामिल होते हैं।
‘बिन्ज ड्रिंकिंग’ करने वाले पुरुषों में से जहां चार में से केवल एक के साथ लीवर संबंधी समस्याएं आईं, वहीं महिलाओं में यह चार में से तीन का औसत था।
शोधकर्ताओं ने चुहियों पर किए गए एक शोध में यह निष्कर्ष निकाला है कि स्तन कैंसर में मौजूद कैंसर सेल को फैट सेल में बदल कर उसका बढ़ना रोका जा सकता है।
नए शोध में न्यूरो कैमिस्ट्री पर हुए विस्तृत अध्ययन में यह बात सामने आई है कि भांग का लगातार इस्तेमाल (Cannabis Hazards) ब्रेन के फंक्शन को प्रभावित करता है। यह कार्टिसोल और डोपामाइन की सिगनलिंग को प्रभावित करता है।
लाल मांस की पहचान एक संभावित कार्सिनोजेन के रूप में की गई है। हमारे अध्ययन में और अधिक सबूत मिले हैं कि लाल मांस स्तन कैंसर के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हो सकता है, जबकि पोल्ट्री कम जोखिम के साथ जुड़ी हुई मिली।
अगर सुप्त टीबी यानी निष्क्रिय तपेदिक का मरीज अपना इलाज नहीं कराता है तो निष्क्रिय तपेदिक सक्रिय तपेदिक में बदल सकती है।