लीकी गट सिंड्रोम क्या है और क्या हैं इसके , लक्षण, कारण और इलाज
लीकी गट बरसात में होने वाली एक आम समस्या है। गट से जुड़ी हुई यह परेशानी उमस और गर्मी बढ़ जाने की वजह से होती है।
लीकी गट बरसात में होने वाली एक आम समस्या है। गट से जुड़ी हुई यह परेशानी उमस और गर्मी बढ़ जाने की वजह से होती है।
Monsoon Diseases in hindi : मानसून में आपकी इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। इसलिए मच्छर, कीड़े, बैक्टीरिया, वायरस और फंगल मानसून में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली चीजों में शामिल होते हैं।
इन लैब्स में जिनोम मॉनिटरिंग की जाएगी, जो कि तेज गति से नतीजे देने और उच्च स्तरीय संवेदनशील जानकारी मुहैया कराने में प्रभावी है।
मुंबई में भारी बारिश के बीच डॉक्टर्स के लिए डेंगू, मलेरिया के बाद इस बीमारी ने चिंता बढ़ा दी है। जानिए कौन सी बीमारी का खतरा ज्यादा।
मानसून में पेट से संबंधित समस्याएं (Stomach Infection in Monsoon) बहुत लोगों को होती हैं। इसके कुछ लक्षणों को पहचानकर आप 4 घरेलू नुस्खों को जरूर ट्राई करें, पेट के संक्रमण से मिलेगा छुटकारा....
अगर आप बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों से खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो यह वीडियो जरूर देखें.
बिहार में बाढ़ (Bihar flood) आने के बाद वहां के प्रभावित इलाकों में नदियों का पानी कम तो हो गया है, लेकिन लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कई इलाकों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। लोगों को अब कोरोना (Coronavirus) सहित अन्य बीमारियों का डर सताने लगा है।
Do's and Don'ts in Rainy Season: बारिश के सीजन में वायरल फीवर, खांसी-जुकाम होना बहुत कॉमन है। आप हेल्दी रहकर इस मौसम का मजा लेना चाहते हैं, तो कुछ मॉनसून टिप्स (tips for monsoon season) को फॉलो करें। ये टिप्स और 10 डूज एंड डोंट्स आपको रेनी सीजन में फिट और हेल्दी रखने के लिए काफी हैं।
आपने जिमिकंद या सूरन तो खूब खाया होगा, लेकिन कभी बैंगनी रंग का जिमिकंद खाया है? बारिश के मौसम में पर्पल जिमिकंद खाना काफी हेल्दी होता है। इसके सेवन से आप मानसून में होने वाली बीमारियों के साथ-साथ कई अन्य रोगों से भी बचे रह सकते हैं।
मौसम विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को कोलाबा में 13 सेमी बरसात रिकॉर्ड की गयी, तो वहीं सांताक्रूज़ में 21.01 सेमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी। इतनी भारी बारिश से शहर में जलभराव की स्थिति बन गयी है। इस पानी के जमाव से ना केवल असुविधा होती है। बल्कि, कई तरह की बीमारियों का ख़तरा भी उत्पन्न होता है।
मानसून के दिनों में पानी से फैलने वाली बीमारियों के इलाज के लिए अक्सर लोग डाॅक्टर की सलाह के बिना एंटी-बायोटिक दवाओं का गलत इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से आप अन्य बीमारियों के लिए अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, क्योंकि इससे शरीर में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में पानी से फैलने वाली संक्रामक बीमारियों को पहचान कर उनका उचित इलाज जरूरी है।
मानसून में इम्यून सिस्टम धीमी गति में काम करता है, इसलिए इस मौसम में लोगों को बुखार सबसे ज्यादा होता है। कुछ बुखार तो आसानी से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ को ठीक करने के लिए उचित मेडिकल टेस्ट करना पड़ता है। यहां हम कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बता रहे हैं जो मॉनसून (Monsoon Diseases) में सबसे ज्यादा होती हैं और उनसे संबंधित जरूरी (Test of monsoon diseases) टेस्ट क्या हैं, उसे भी जानें।
लीकी गट बरसात में होने वाली एक आम समस्या है। गट से जुड़ी हुई यह परेशानी उमस और गर्मी बढ़ जाने की वजह से होती है।
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मुंबई में भारी बारिश के बीच डॉक्टर्स के लिए डेंगू, मलेरिया के बाद इस बीमारी ने चिंता बढ़ा दी है। जानिए कौन सी बीमारी का खतरा ज्यादा।
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बिहार में बाढ़ (Bihar flood) आने के बाद वहां के प्रभावित इलाकों में नदियों का पानी कम तो हो गया है, लेकिन लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कई इलाकों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। लोगों को अब कोरोना (Coronavirus) सहित अन्य बीमारियों का डर सताने लगा है।
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आपने जिमिकंद या सूरन तो खूब खाया होगा, लेकिन कभी बैंगनी रंग का जिमिकंद खाया है? बारिश के मौसम में पर्पल जिमिकंद खाना काफी हेल्दी होता है। इसके सेवन से आप मानसून में होने वाली बीमारियों के साथ-साथ कई अन्य रोगों से भी बचे रह सकते हैं।
मौसम विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को कोलाबा में 13 सेमी बरसात रिकॉर्ड की गयी, तो वहीं सांताक्रूज़ में 21.01 सेमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी। इतनी भारी बारिश से शहर में जलभराव की स्थिति बन गयी है। इस पानी के जमाव से ना केवल असुविधा होती है। बल्कि, कई तरह की बीमारियों का ख़तरा भी उत्पन्न होता है।
मानसून के दिनों में पानी से फैलने वाली बीमारियों के इलाज के लिए अक्सर लोग डाॅक्टर की सलाह के बिना एंटी-बायोटिक दवाओं का गलत इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से आप अन्य बीमारियों के लिए अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, क्योंकि इससे शरीर में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में पानी से फैलने वाली संक्रामक बीमारियों को पहचान कर उनका उचित इलाज जरूरी है।
मानसून में इम्यून सिस्टम धीमी गति में काम करता है, इसलिए इस मौसम में लोगों को बुखार सबसे ज्यादा होता है। कुछ बुखार तो आसानी से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ को ठीक करने के लिए उचित मेडिकल टेस्ट करना पड़ता है। यहां हम कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बता रहे हैं जो मॉनसून (Monsoon Diseases) में सबसे ज्यादा होती हैं और उनसे संबंधित जरूरी (Test of monsoon diseases) टेस्ट क्या हैं, उसे भी जानें।
Monsoon Diseases in hindi : मानसून में आपकी इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। इसलिए मच्छर, कीड़े, बैक्टीरिया, वायरस और फंगल मानसून में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली चीजों में शामिल होते हैं।
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