Kidney Transplant: लालू को किडनी देने का फैसला किया उनकी बेटी रोहिणी ने, Watch Video
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी ने दिया अपनी किडनी का टुकड़ा, हुई भावुक।
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी ने दिया अपनी किडनी का टुकड़ा, हुई भावुक।
डॉक्टर का कहना है की व्यक्ति के शरीर में दोनों तरफ एक-एक किडनी होती है और इनको यूरिन की थैली से दो नालियां जोड़ती हैं जिसे युरेटर कहा जाता है। इस केस में मरीज की बाई ओर की किडनी यूरेटर के बिना ही पाई गई थी।
राज्यसभा सदस्य व पूर्व समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह (Amar Singh) का सिंगापुर के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 64 वर्ष के थे। गुर्दारोग (Kidney disease) से पीड़ित अमर सिंह का सिंगापुर में इलाज चल रहा था। आखिरकार शनिवार को जिंदगी की जंग वह हार गए।
गुर्दे के प्रत्यारोपण (kidney transplant) के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति के साथ अब सर्जरी मिनिमली इनवेसिव बन गई है और रोगियों के आराम को सुनिश्चित करती है। रोबोट असिस्टेड सर्जरी (robotic surgery) ने बेहतर प्रबंधन और इंट्रा-ऑपरेटिव जटिलताओं के परिणाम सुनिश्चित किए हैं। यह सर्जरी पहले से अधिक सुरक्षित हो गई है।
‘फिट इंडिया’ आंदोलन में योगदान के लिए फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुड़गांव ने पटना में एक मुफ्त बीएमटी (बोन मैरो ट्रांसप्लांट) और किडनी शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में 450 मरीजों की स्क्रीनिंग मुफ्त में की गई।
पारंपरिक और रोबोट-सहायक किडनी ट्रांसप्लांट में से अधिकांश लोग पारंपरिक सर्जरी के बारे में जानते हैं, जिसमें मूल रूप से 2-4 घंटे की लंबी सर्जरी होती है। इसमें किडनी दान देने वाले व्यक्ति की किडनी को मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है ताकि उसके जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो सके। किडनी प्रत्यारोपण का सर्वाधिक आधुनिक रूप रोबोटिक असिस्टेड किडनी ट्रांसप्लांट है, जो हमारे देश में कुछ ही आधुनिक चिकित्सा केन्द्रों में उपलब्ध है।
समय से पहले जन्मे शिशुओं में आगे चलकर गुर्दे की बीमारी क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) विकसित होने का जोखिम बना रह सकता है, यह बात एक शोध में सामने आई है।
मस्तिष्क आघात के कारण जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक ब्रेन डेड रहता है तो उसके परिवार के सदस्य उसकी किडनी दान करने का फैसला कर सकते हैं, मेडिकल भाषा में इसे केडेवर किडनी ट्रांसप्लांट कहा जाता है।
इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के जनरल सर्जरी, जीआई सर्जरी एवं ट्रांसप्लान्टेशन के सीनियर कन्सलटेन्ट डॉ. (प्रोफेसर) संदीप गुलेरिया (पद्मश्री विजेता) और उनकी टीम ने इस मुश्किल ट्रंसप्लान्ट को सफलतापूर्वक किया।
लगभग 30 से 40 प्रतिशत भारतीय रोगियों में मधुमेह क्रोनिक किडनी डिजीज का प्रमुख कारण है। 2030 तक भारत में मधुमेह के रोगियों की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा होने की उम्मीद है।
किडनी रिजेक्शन का ख़तरा हमेशा रहता है। किडनी बदलने के शुरुआती सौ दिनों में ख़तरे ज़्यादा होते हैं लेकिन बाद में भी ऐसा हो सकता है। किडनी ट्रांसप्लांट के एक साल के बाद भी कामयाब रहने की संभावनाएं 90 फ़ीसदी के क़रीब है।
गुर्दा रोग से पीड़ित जो मरीज अंतिम अवस्था में हैं, उनके लिए गुर्दा प्रत्यारोपण ही एकमात्र उम्मीद है, जिससे वे अपनी शेष जिंदगी जी सकते हैं।
आयुष के पिता एक वेटर हैं और परिवार में इकलौते कमाने वाले हैं।
किडनी फेल्योर होने पर मरीज का जीना दुश्वार हो जाता है और मरीज का जीवन हॉस्पिटल के चक्कर लगाने में ही बीतता है।
पिछले तेरह वर्ष में दोगुनी हुई है मारिजुआना का सेवन करने वालों की संख्या और किडनी का इंतजार करने वालों की संख्या लाखों में है।
अंग्रेजी के एस अक्षर से शुरू होने वाली पांच बातों से किडनी को बचाकर रखने की जरूरत है- सॉल्ट, शुगर, स्ट्रेस, स्मोकिंग और सेडेंटरी लाइफ स्टाइल।
ऑर्गन इंडिया डॉट ओआरजी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अंगदान की दर 0.26 प्रति मिलियन है, जबकि अमेरिका में यह दर 26, स्पेन में 35.3 और क्रोएशिया में 36.5 है। इसका मुख्य कारण यह है कि आज भी लोगों में अंगदान के बारे में जागरूकता की कमी है।’’
किडनी विफलता के लगभग 30-40 फीसदी मरीजों का किडनी प्रत्यारोपण सिर्फ इसलिए नहीं हो पाता है, क्योंकि परिवार में समान रक्त समूह का दाता नहीं मिल पाता।
डॉक्टर का कहना है की व्यक्ति के शरीर में दोनों तरफ एक-एक किडनी होती है और इनको यूरिन की थैली से दो नालियां जोड़ती हैं जिसे युरेटर कहा जाता है। इस केस में मरीज की बाई ओर की किडनी यूरेटर के बिना ही पाई गई थी।
राज्यसभा सदस्य व पूर्व समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह (Amar Singh) का सिंगापुर के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 64 वर्ष के थे। गुर्दारोग (Kidney disease) से पीड़ित अमर सिंह का सिंगापुर में इलाज चल रहा था। आखिरकार शनिवार को जिंदगी की जंग वह हार गए।
गुर्दे के प्रत्यारोपण (kidney transplant) के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति के साथ अब सर्जरी मिनिमली इनवेसिव बन गई है और रोगियों के आराम को सुनिश्चित करती है। रोबोट असिस्टेड सर्जरी (robotic surgery) ने बेहतर प्रबंधन और इंट्रा-ऑपरेटिव जटिलताओं के परिणाम सुनिश्चित किए हैं। यह सर्जरी पहले से अधिक सुरक्षित हो गई है।
‘फिट इंडिया’ आंदोलन में योगदान के लिए फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुड़गांव ने पटना में एक मुफ्त बीएमटी (बोन मैरो ट्रांसप्लांट) और किडनी शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में 450 मरीजों की स्क्रीनिंग मुफ्त में की गई।
पारंपरिक और रोबोट-सहायक किडनी ट्रांसप्लांट में से अधिकांश लोग पारंपरिक सर्जरी के बारे में जानते हैं, जिसमें मूल रूप से 2-4 घंटे की लंबी सर्जरी होती है। इसमें किडनी दान देने वाले व्यक्ति की किडनी को मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है ताकि उसके जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो सके। किडनी प्रत्यारोपण का सर्वाधिक आधुनिक रूप रोबोटिक असिस्टेड किडनी ट्रांसप्लांट है, जो हमारे देश में कुछ ही आधुनिक चिकित्सा केन्द्रों में उपलब्ध है।
समय से पहले जन्मे शिशुओं में आगे चलकर गुर्दे की बीमारी क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) विकसित होने का जोखिम बना रह सकता है, यह बात एक शोध में सामने आई है।
मस्तिष्क आघात के कारण जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक ब्रेन डेड रहता है तो उसके परिवार के सदस्य उसकी किडनी दान करने का फैसला कर सकते हैं, मेडिकल भाषा में इसे केडेवर किडनी ट्रांसप्लांट कहा जाता है।
इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के जनरल सर्जरी, जीआई सर्जरी एवं ट्रांसप्लान्टेशन के सीनियर कन्सलटेन्ट डॉ. (प्रोफेसर) संदीप गुलेरिया (पद्मश्री विजेता) और उनकी टीम ने इस मुश्किल ट्रंसप्लान्ट को सफलतापूर्वक किया।
लगभग 30 से 40 प्रतिशत भारतीय रोगियों में मधुमेह क्रोनिक किडनी डिजीज का प्रमुख कारण है। 2030 तक भारत में मधुमेह के रोगियों की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा होने की उम्मीद है।
किडनी रिजेक्शन का ख़तरा हमेशा रहता है। किडनी बदलने के शुरुआती सौ दिनों में ख़तरे ज़्यादा होते हैं लेकिन बाद में भी ऐसा हो सकता है। किडनी ट्रांसप्लांट के एक साल के बाद भी कामयाब रहने की संभावनाएं 90 फ़ीसदी के क़रीब है।
गुर्दा रोग से पीड़ित जो मरीज अंतिम अवस्था में हैं, उनके लिए गुर्दा प्रत्यारोपण ही एकमात्र उम्मीद है, जिससे वे अपनी शेष जिंदगी जी सकते हैं।
आयुष के पिता एक वेटर हैं और परिवार में इकलौते कमाने वाले हैं।
किडनी फेल्योर होने पर मरीज का जीना दुश्वार हो जाता है और मरीज का जीवन हॉस्पिटल के चक्कर लगाने में ही बीतता है।
पिछले तेरह वर्ष में दोगुनी हुई है मारिजुआना का सेवन करने वालों की संख्या और किडनी का इंतजार करने वालों की संख्या लाखों में है।
अंग्रेजी के एस अक्षर से शुरू होने वाली पांच बातों से किडनी को बचाकर रखने की जरूरत है- सॉल्ट, शुगर, स्ट्रेस, स्मोकिंग और सेडेंटरी लाइफ स्टाइल।
ऑर्गन इंडिया डॉट ओआरजी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अंगदान की दर 0.26 प्रति मिलियन है, जबकि अमेरिका में यह दर 26, स्पेन में 35.3 और क्रोएशिया में 36.5 है। इसका मुख्य कारण यह है कि आज भी लोगों में अंगदान के बारे में जागरूकता की कमी है।’’
किडनी विफलता के लगभग 30-40 फीसदी मरीजों का किडनी प्रत्यारोपण सिर्फ इसलिए नहीं हो पाता है, क्योंकि परिवार में समान रक्त समूह का दाता नहीं मिल पाता।
केंद्रीय मंत्री ने एक ट्वीट में लिखा, "घर लौटकर खुश हूं। डॉक्टरों, नर्सिग अधिकारियों और पिछले तीन महीनों से मेरी निगरानी कर रहे अस्पताल के सहायकों का आभार।
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी ने दिया अपनी किडनी का टुकड़ा, हुई भावुक।