रोजाना कपालभाति करने के 7 फायदे
Kapalbhati ke Fayde : कपालभाति का नियमित रूप से अभ्यास करने से आप मोटापा, डार्क सर्कल जैसी कई परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
Kapalbhati ke Fayde : कपालभाति का नियमित रूप से अभ्यास करने से आप मोटापा, डार्क सर्कल जैसी कई परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
कई योगासन ऐसे हैं, जो ठंड के दिनों में शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं। शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं, जिससे आप सर्दी में होने वाली बीमारियों से बचे रहते हैं। इसके लिए आप प्रणायाम भी कर सकते हैं। जानें, कौन से प्राणायाम करने से सर्दी में खुद (Yoga for winter season) को गर्म रख सकते हैं।
कुछ पुरानी बातें जो लोगो ने हमेशा फॉलो की हैं, उन्ही पुराने तरीकों से आपकी त्वचा रह सकती है सर्दियों के मौसम में सुरक्षित। अगर कुछ पुराने और पारम्परिक भारतीय तरीकों को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें, तो आपकी स्किन के लिए सर्दियों के मौसम में भी कोई परेशानी नहीं होगी।
प्रदूषित हवा में सांस लेने से हमारी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। ऐसी स्थिति में योगासनों की मदद से भी सेहत पर प्रदूषित हवा के प्रभाव को कम कर सकते हैं। ( Yoga to beat Air Pollution)
बालों को सफेद होने से रोकने व बाल काले रखने का नेचुरल तरीका हर कोई खोजता रहता है. लेकिन बालों को आप हमेशा काले नहीं रख सकते हैं. लेकिन योग में कुछ ऐसे आसन और प्राणायाम हैं जो बालों को काला रखने में मदद करते हैं. अगर आप भी योगासन करते हैं तो इस प्राणायाम के बारे में जरूर जानकारी रखें.
नियमित रूप से योगाभ्यास (Yoga for heart) करके आप हृदय रोग से बचे रह सकते हैं। आप चाहें, तो प्राणायाम का अभ्यास भी कर सकते हैं। कपालभाति और भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करने से आप दिल के रोगों से बचे रहेंगे। वर्ल्ड हार्ट डे (world heart day) पर जानें, कैसे ये दोनों प्राणायाम करने से आपका दिल स्वस्थ रहेगा।
अगर आप तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो हर रोज कम से कम पंद्रह मिनट कपालभाति का अभ्यास करें।
कपालभाति प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है। यह किडनी और लीवर के कामकाज में सुधार करता है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन और पाचन को बढ़ाता है।
प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है। यह किडनी और लीवर के कामकाज में सुधार करता है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन और पाचन को बढ़ाता है।
5 से 10 मिनट तक भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करने से दिल के दौरे का खतरा होता है कम।
सर्दियों के दिनों में कई ऐसी समस्या्एं होती हैं, जिनके लिए न तो दवा ली जा सकती है और न ही कोई उपाय बचता है। ऐसे में योगासन ही सर्वोत्तम है!
बेवक्त खाना, नींद पूरी न लेना, तनाव अधिक लेना, फास्ट फूड अधिक खाना, जल्दी-जल्दी भोजन करना, शारीरिक क्रिया कम होना, देर तक बैठ कर काम करना आदि इसके प्रमुख कारण हैं। पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है शरीर को सक्रिय रखना। योग इसमें मददगार है।
कपालभाती वजन कम करने और मोटापे को नियंत्रित करने का एक असरदार तरीका है।
योग की शुरूआत करने से पहले यह जरूर जान लें कि इसके नियम क्या हैं।
कई योगासन ऐसे हैं, जो ठंड के दिनों में शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं। शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं, जिससे आप सर्दी में होने वाली बीमारियों से बचे रहते हैं। इसके लिए आप प्रणायाम भी कर सकते हैं। जानें, कौन से प्राणायाम करने से सर्दी में खुद (Yoga for winter season) को गर्म रख सकते हैं।
कुछ पुरानी बातें जो लोगो ने हमेशा फॉलो की हैं, उन्ही पुराने तरीकों से आपकी त्वचा रह सकती है सर्दियों के मौसम में सुरक्षित। अगर कुछ पुराने और पारम्परिक भारतीय तरीकों को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें, तो आपकी स्किन के लिए सर्दियों के मौसम में भी कोई परेशानी नहीं होगी।
प्रदूषित हवा में सांस लेने से हमारी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। ऐसी स्थिति में योगासनों की मदद से भी सेहत पर प्रदूषित हवा के प्रभाव को कम कर सकते हैं। ( Yoga to beat Air Pollution)
बालों को सफेद होने से रोकने व बाल काले रखने का नेचुरल तरीका हर कोई खोजता रहता है. लेकिन बालों को आप हमेशा काले नहीं रख सकते हैं. लेकिन योग में कुछ ऐसे आसन और प्राणायाम हैं जो बालों को काला रखने में मदद करते हैं. अगर आप भी योगासन करते हैं तो इस प्राणायाम के बारे में जरूर जानकारी रखें.
नियमित रूप से योगाभ्यास (Yoga for heart) करके आप हृदय रोग से बचे रह सकते हैं। आप चाहें, तो प्राणायाम का अभ्यास भी कर सकते हैं। कपालभाति और भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करने से आप दिल के रोगों से बचे रहेंगे। वर्ल्ड हार्ट डे (world heart day) पर जानें, कैसे ये दोनों प्राणायाम करने से आपका दिल स्वस्थ रहेगा।
अगर आप तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो हर रोज कम से कम पंद्रह मिनट कपालभाति का अभ्यास करें।
कपालभाति प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है। यह किडनी और लीवर के कामकाज में सुधार करता है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन और पाचन को बढ़ाता है।
प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है। यह किडनी और लीवर के कामकाज में सुधार करता है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन और पाचन को बढ़ाता है।
5 से 10 मिनट तक भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करने से दिल के दौरे का खतरा होता है कम।
बेवक्त खाना, नींद पूरी न लेना, तनाव अधिक लेना, फास्ट फूड अधिक खाना, जल्दी-जल्दी भोजन करना, शारीरिक क्रिया कम होना, देर तक बैठ कर काम करना आदि इसके प्रमुख कारण हैं। पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है शरीर को सक्रिय रखना। योग इसमें मददगार है।
कपालभाती वजन कम करने और मोटापे को नियंत्रित करने का एक असरदार तरीका है।
योग की शुरूआत करने से पहले यह जरूर जान लें कि इसके नियम क्या हैं।
सर्दियों के दिनों में कई ऐसी समस्या्एं होती हैं, जिनके लिए न तो दवा ली जा सकती है और न ही कोई उपाय बचता है। ऐसे में योगासन ही सर्वोत्तम है!