एचआईवी और एड्स में क्या अंतर है
एचआईवी और एड्स के बारे में लोगों में कई तरह के भ्रम भी होते हैं। कुछ लोगों को ये दोनों एक ही लगते हैं है जबकि ऐसा है नहीं। एचआईवी और एड्स के बीच मुख्य अंतर....
एचआईवी और एड्स के बारे में लोगों में कई तरह के भ्रम भी होते हैं। कुछ लोगों को ये दोनों एक ही लगते हैं है जबकि ऐसा है नहीं। एचआईवी और एड्स के बीच मुख्य अंतर....
दिन, महीने या साल? आखिर कितने दिनों में हो सकता है एड्स!
एड्स की शुरूआत में एचआईवी संक्रमण होता है और इसके लक्षण एड्स के लक्षणों से अलग होते हैं।
आयुर्वेद की मदद से भी एड्स और एचआईवी इंफेक्शन के लक्षणों से आराम दिलाने की कोशिश की जाती है।
एड्स होने पर शरीर में कुछ बदलाव होते हैं, जिनके बारे में जानना और पता होना बहुत ही जरूरी है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये बदलाव।
आज भी लोगों को एड्स रोग के बारे में सही से पता नहीं है। लोगों के मन में एचआईवी/एड्स को लेकर कई गलत धारणाएं और मिथक (Myths about AIDS) व्याप्त हैं, जिसे दूर करना बहुत जरूरी है। जानें, एड्स से जुड़े कुछ मिथकों (Myths about HIV/AIDS) के बारे में यहां...
आज 'विश्व एड्स वैक्सीन दिवस 2020' (World AIDS Vaccine Day 2020) है। एड्स एक जानलेवा बीमारी है और इससे बचने का सिर्फ एक ही उपाय है कि लोग इसके प्रति जागरूक हों। एड्स से बचाव ही एड्स का बेहतर इलाज है।
मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर (Manushi chillar) का मानना है कि लोगों को एड्स के बारे में जागरूक (Aids awareness) किया जाना चाहिए, खासकर ग्रामीण महिलाओं को। इसके लिए अब वह इसी विचार के साथ अपने गैर-लाभकारी संगठन, प्रोजेक्ट शक्ति के साथ भारत के बीस गांवों में ग्रामीण महिलाओं के बीच एड्स जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रही हैं।
एचआईवी और एड्स के लक्षण कई बार बहुत देर से दिखाई देते हैं। जिसे विंडो पीरियड कहा जाता है। इसमें व्यक्ति के शरीर में संक्रमण तो होता है पर वह टेस्ट में भी नहीं आ पाता।
लोगों का यह भी मानना है कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को किस करने से यह फैल सकता है। आपकी गलतफहमी है। किस करने से यह बीमारी नहीं फैलता है। हां, ये बीमारी सेक्चुअल ट्रांसमिशन से जरूर फैलती है।
एक्सपर्ट यह भी मानते हैं कि बड़ो बच्चों को एड्स से बचाने के लिए जागरुकता कार्यक्रम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं , जहां उनकी जरूरत है।
वर्ल्ड एड्स डे पर सिर्फ रेड रिबन पहनना काफी नहीं है, एड्स के खिलाफ जंग लड़ने के लिए जरूरी है कि अपने दोस्तों में इस पर ज्यादा से ज्यादा बात करें और सुरक्षात्मक उपायों की ओर कदम बढ़ाएं।
वर्ल्ड एड्स डे 2018 की थीम है ‘’नो योर स्टेटस’’, आपको जानना चाहिए एड्स में अपने देश का भी स्टेटस
ये दक्षिण एशिया के किसी देश में एचआईवी पीड़ितों की सबसे ज्यादा संख्या है। यूनिसेफ ने चेताया है कि अगर इसे रोकने की कोशिशें तेज नहीं की गईं तो 2030 तक हर दिन दुनियाभर में एड्स की वजह से 80 किशोरों की मौत सकती है।
हवा हो गए हैं एचआईवी का सस्ता इलाज मुहैया करवाने के विभिन्न राष्ट्रों के संकल्प, फार्मा कंपनियां बना रही हैं मोटाफा मुनाफा।
अनसेफ सेक्स के नुकसान पता होते हुए भी बहुत से पुरुष इसमें चूक कर जाते हैं। तो क्या एचआईवी और एड्स के संक्रमण को रोकने में ज्यादा कारगर हैं फीमेल कंडोम?
ये वे बदकिस्मात बच्चे हैं, जिनका इस बीमारी के होने में कोई योगदान नहीं है, इसके बावजूद वे अपने सपनों को पूरा किये बगैर ही इस दुनिया से चले जाएंगे।
जानें कौन-सी स्थितियों में फैलता है एचआईवी वायरस।
एचआईवी और एड्स के बारे में लोगों में कई तरह के भ्रम भी होते हैं। कुछ लोगों को ये दोनों एक ही लगते हैं है जबकि ऐसा है नहीं। एचआईवी और एड्स के बीच मुख्य अंतर....
दिन, महीने या साल? आखिर कितने दिनों में हो सकता है एड्स!
एड्स की शुरूआत में एचआईवी संक्रमण होता है और इसके लक्षण एड्स के लक्षणों से अलग होते हैं।
आयुर्वेद की मदद से भी एड्स और एचआईवी इंफेक्शन के लक्षणों से आराम दिलाने की कोशिश की जाती है।
एड्स होने पर शरीर में कुछ बदलाव होते हैं, जिनके बारे में जानना और पता होना बहुत ही जरूरी है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये बदलाव।
आज भी लोगों को एड्स रोग के बारे में सही से पता नहीं है। लोगों के मन में एचआईवी/एड्स को लेकर कई गलत धारणाएं और मिथक (Myths about AIDS) व्याप्त हैं, जिसे दूर करना बहुत जरूरी है। जानें, एड्स से जुड़े कुछ मिथकों (Myths about HIV/AIDS) के बारे में यहां...
आज 'विश्व एड्स वैक्सीन दिवस 2020' (World AIDS Vaccine Day 2020) है। एड्स एक जानलेवा बीमारी है और इससे बचने का सिर्फ एक ही उपाय है कि लोग इसके प्रति जागरूक हों। एड्स से बचाव ही एड्स का बेहतर इलाज है।
मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर (Manushi chillar) का मानना है कि लोगों को एड्स के बारे में जागरूक (Aids awareness) किया जाना चाहिए, खासकर ग्रामीण महिलाओं को। इसके लिए अब वह इसी विचार के साथ अपने गैर-लाभकारी संगठन, प्रोजेक्ट शक्ति के साथ भारत के बीस गांवों में ग्रामीण महिलाओं के बीच एड्स जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रही हैं।
एचआईवी और एड्स के लक्षण कई बार बहुत देर से दिखाई देते हैं। जिसे विंडो पीरियड कहा जाता है। इसमें व्यक्ति के शरीर में संक्रमण तो होता है पर वह टेस्ट में भी नहीं आ पाता।
लोगों का यह भी मानना है कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को किस करने से यह फैल सकता है। आपकी गलतफहमी है। किस करने से यह बीमारी नहीं फैलता है। हां, ये बीमारी सेक्चुअल ट्रांसमिशन से जरूर फैलती है।
एक्सपर्ट यह भी मानते हैं कि बड़ो बच्चों को एड्स से बचाने के लिए जागरुकता कार्यक्रम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं , जहां उनकी जरूरत है।
वर्ल्ड एड्स डे पर सिर्फ रेड रिबन पहनना काफी नहीं है, एड्स के खिलाफ जंग लड़ने के लिए जरूरी है कि अपने दोस्तों में इस पर ज्यादा से ज्यादा बात करें और सुरक्षात्मक उपायों की ओर कदम बढ़ाएं।
ये दक्षिण एशिया के किसी देश में एचआईवी पीड़ितों की सबसे ज्यादा संख्या है। यूनिसेफ ने चेताया है कि अगर इसे रोकने की कोशिशें तेज नहीं की गईं तो 2030 तक हर दिन दुनियाभर में एड्स की वजह से 80 किशोरों की मौत सकती है।
हवा हो गए हैं एचआईवी का सस्ता इलाज मुहैया करवाने के विभिन्न राष्ट्रों के संकल्प, फार्मा कंपनियां बना रही हैं मोटाफा मुनाफा।
अनसेफ सेक्स के नुकसान पता होते हुए भी बहुत से पुरुष इसमें चूक कर जाते हैं। तो क्या एचआईवी और एड्स के संक्रमण को रोकने में ज्यादा कारगर हैं फीमेल कंडोम?
जानें कौन-सी स्थितियों में फैलता है एचआईवी वायरस।
इसीलिए अगर आपको यह समस्याएं बहुत ज़्यादा दिखाई दें या महसूस हों तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें और जांच कराएं।
पीड़ितों के खिलाफ भेदभाव को रोकने और उनके इलाज के संबंध में गोपनीयता के लिए दायर की अपील।
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ये वे बदकिस्मात बच्चे हैं, जिनका इस बीमारी के होने में कोई योगदान नहीं है, इसके बावजूद वे अपने सपनों को पूरा किये बगैर ही इस दुनिया से चले जाएंगे।
जब फ़िल्मों के ज़रिए की बॉलीवुड ने की पहल।
कुछ लोगों को 2-4 सप्ताह में ही एचआईवी (HIV) के लक्षण दिख जाते हैं तो कुछ को 10 महीनों तक नहीं दिखायी पड़ते।
HIV या AIDS क्या मरीज का बर्तन या कपड़ा इस्तेमाल करने से फैलता है?