चेहरे की झुर्रियां और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोक देती हैं ये 5 आयुर्वेदिक एंटी एजिंग जड़ी-बूटियां
Anti Aging Herbs In Ayurveda: अगर आप भी अपने एजिंग प्रोसेस को धीमा करना चाहते हैं तो इन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन करना शुरू कर दें।
Anti Aging Herbs In Ayurveda: अगर आप भी अपने एजिंग प्रोसेस को धीमा करना चाहते हैं तो इन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन करना शुरू कर दें।
भूई आंवला भी आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू नुस्खों में इस्तेमाल किया जाता है। भूमि आंवला दिखने में आंवले जैसा ही होता है लेकिन, यह छोटे झाड़ीदार पौधों पर उगता है।
हरड़ (Myrobalan) के फायदे व नुकसान- हरड़ में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जिनकी मदद से कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज किया जाता है। प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक चिकित्सक हरड़ से अनेक दवाएं बनाते आए हैं।
विधारा (Elephant creeper) के फायदे व नुकसान- विधारा विशेष औषधीय गुणों वाला एक खास पौधा है, जिसका इस्तेमाल स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियों की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है।
केले की जड़ (Kele ki jad) के फायदे व नुकसान- केले की जड़ में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
सेना (Senna) के फायदे व नुकसान- सेना अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुणों से समृद्ध खास प्रकार का पौधा है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में प्राचीन काल से कई बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
जटामांसी (Jatamansi) के फायदे व नुकसान- जटामांसी अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुणों वाली जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है।
कासनी के फूल, पत्ते, बीज व तने में अलग-अलग प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं और इनसे कई रोगों का घर पर इलाज भी किया जा सकता है।
Anti Aging Herbs In Ayurveda: अगर आप भी अपने एजिंग प्रोसेस को धीमा करना चाहते हैं तो इन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन करना शुरू कर दें।
भूई आंवला भी आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू नुस्खों में इस्तेमाल किया जाता है। भूमि आंवला दिखने में आंवले जैसा ही होता है लेकिन, यह छोटे झाड़ीदार पौधों पर उगता है।
हरड़ (Myrobalan) के फायदे व नुकसान- हरड़ में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जिनकी मदद से कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज किया जाता है। प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक चिकित्सक हरड़ से अनेक दवाएं बनाते आए हैं।
विधारा (Elephant creeper) के फायदे व नुकसान- विधारा विशेष औषधीय गुणों वाला एक खास पौधा है, जिसका इस्तेमाल स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियों की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है।
केले की जड़ (Kele ki jad) के फायदे व नुकसान- केले की जड़ में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
सेना (Senna) के फायदे व नुकसान- सेना अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुणों से समृद्ध खास प्रकार का पौधा है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में प्राचीन काल से कई बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
जटामांसी (Jatamansi) के फायदे व नुकसान- जटामांसी अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुणों वाली जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है।
कासनी के फूल, पत्ते, बीज व तने में अलग-अलग प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं और इनसे कई रोगों का घर पर इलाज भी किया जा सकता है।