दिमाग को हेल्दी और हैप्पी रखने के लिए रोज करें ये 4 एक्टिविटीज़
आज हम आपको दिमाग को हेल्दी और हेप्पी रखने के लिए कुछ एक्विटिज के बारें में बताएगें जो आपको हेल्प करेंगी दिमाग के हेल्दी और हेप्पी रखने में ।
आज हम आपको दिमाग को हेल्दी और हेप्पी रखने के लिए कुछ एक्विटिज के बारें में बताएगें जो आपको हेल्प करेंगी दिमाग के हेल्दी और हेप्पी रखने में ।
हमारे जीवन में स्ट्रेस या तनाव पैदा होने के बहुत सारे कारण हैं लेकिन फिर भी कुछ टिप्स का प्रयोग करके आप अपनी मानसिक सेहत में सुधार ला सकते हैं।
National Doctors' Day 2022: डॉक्टर का काम बहुत कठिन होता है। वे एक दिन में कई रोगियों से मिलते हैं, जिनमें से कुछ उन्हें परेशान कर सकते हैं। ऐसे में डॉक्टरों को भी मानसिक रूप से स्वस्थ और शांत रखने की जरुरत है।
पुरुष अपनी डेली लाइफ में कुछ सिम्पल सी बातों का ध्यान रखकर खुद को मेंटली स्ट्रॉन्ग बना सकते हैं। ऐसी ही कुछ टिप्स के बारे में आप पढ़ सकते हैं यहां।
एक नये अध्ययन में जिसके अनुसार, सोशल मीडिया से केवल सप्ताहभर की दूरी भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत बेहतर साबित हो सकती है।
जो नये साल में खुद को तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक परेशानियों से मुक्त रखना चाहते हैं उनके लिए बड़े काम की साबित हो सकती हैं ये टिप्स। (Tips to boost mental health )
एमपावर द सेंटर (कोलकाता) की मनोचिकित्सक और प्रमुख डॉ. प्रीति पारख बता रही हैं किस तरह से कोरोना महामारी में युवा पीढ़ी मानसिक सेहत से संबंधित समस्याओं से परेशान है और उनमें इसके क्या-क्या लक्षण नजर आ रहे हैं...
जिंदगी के प्रति आशावादी सोच रखने से आप शरीर के साथ दिमाग से भी स्वस्थ रह सकते हैं। आशावादी सोच रखने वाले तनाव अधिक नहीं लेते। जानें क्यों जरूरी है आशावादी सोच बनाए रखना और इसके 3 फायदे....
लॉकडाउन में क्या आपके दिमाग में भी हमेशा नौकरी छूटने का डर (Fear of losing your job in lockdown) रहा है? अगर हां तो ये 3 टिप्स तुरंत दूर करेंगी सारी टेंशन. एक बार पढ़ कर तो देखो
साल 2020 में कोरोना और फिर उसके कारण लॉकडाउन के चलते लोग बुरी तरह से मानसिक रोगों (Mental Diseases) के शिकार हुए। डिप्रशन (Depression), एंग्जाइटी (Anxiety), स्ट्रेस (Stress), लोनलीनेस (loneliness) और डर (Fear) जैसी कई मानसिक बीमारियों ने लोगों को बुरी तरह से जकड़ा हुआ था।
जब हम खुद को जानबूझ कर चोट पहुंचाते हैं, तो उसे सेल्फ हार्म कहते हैं। मनोचिकित्सक डॉ समन्त दर्शी से जानिए सेल्फ हार्म क्या है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
कोरोना महामारी में लोगों के बीच तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी जैसी समस्याएं काफी हद तक बढ़ती जा रही हैं। मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानकर काउंसलिंग के साथ अन्य उपचार सही समय पर कराना आपको मेंटली फिट और हेल्दी रख सकता है।
हमारा जीवन इतना आधुनिक हो गया है कि हर काम तेज गति से करने की जरूरत आन पड़ी है। तनाव, चिंता और अवसाद जैसी सभी चीजें अक्सर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ती हैं। नींद की कमी, भूख न लगना, सामाजिक संबंधों में उदासीनता जैसी कुछ चीजें हैं, जो अस्वस्थ जीवनशैली के कुछ परिणाम हैं जिसे हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में जी रहे हैं। ऐसे तनाव भरे माहौल में हमें हमारे स्वास्थ्य और पोषण की देखभाल करना और भी आवश्यक हो जाता है।
हमारे बड़े-बुजुर्ग जीवन में कुछ चीजें कभी न शुरू करने की हिदायत देते हैं। इन हिदायतों को पालन कर न सिर्फ आप अपना जीवन बना सकते हैं बल्कि अपनी बिगड़ी हुई आदतों को सुधार भी सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिन्हें हमें कभी शुरू नहीं करना चाहिए तो इस लेख में हम आपको ऐसी 5 चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको अपने जीवन में कभी शुरू नहीं करना चाहिए।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज के जरिए व्यक्ति के मस्तिष्क में होने वाले हार्मोनल बदलावों को नियंत्रित किया जा सकता है। तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी या अन्य कोई मानसिक विकार आदि बढ़ाने वाले हार्मोन्स के स्राव को भी कम किया जा सकता है।
बहुत अधिक तनाव फिजिकल हेल्थ भी प्रभावित करता है। स्ट्रेस से इम्यूनिटी कमज़ोर होने लगती है और आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। ऐसे में खुद को असुरक्षा और भविष्य के डर से बचाने के लिए आप खुद की दिनचर्या में छोटे-मोटे बदलाव करें। आप इन तरीकों से आप ‘मेंटल पीस’ बनाए रख सकते हैं।
दुनिया भर में किसी बीमारी के कारण अगर सबसे ज्यादा मानव संसाधन का नुकसान हुआ है तो वह है मेंटल सिकनेस। इसमें तनाव और अवसाद दोनों आते हैं। जिसके चलते कुछ लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं। पर इससे घबराने की बजाए इसका मुकाबला करने की जरूरत है।
आप चाहते हैं कि आप हेल्दी लाइफ जिएं, तो जीवन को संतुलित बनाना होगा। संतुलित जीवनशैली अपनाना होगा। इससे जिंदगी में खुशियां बरकरार रहेंगी, तनाव कम होगा और आप सकारात्मक रूप से सोच पाते हैं। जीवन को संतुलित बनाए रखने के लिए इन टिप्स को जरूर अपनाएं-
हमारे जीवन में स्ट्रेस या तनाव पैदा होने के बहुत सारे कारण हैं लेकिन फिर भी कुछ टिप्स का प्रयोग करके आप अपनी मानसिक सेहत में सुधार ला सकते हैं।
National Doctors' Day 2022: डॉक्टर का काम बहुत कठिन होता है। वे एक दिन में कई रोगियों से मिलते हैं, जिनमें से कुछ उन्हें परेशान कर सकते हैं। ऐसे में डॉक्टरों को भी मानसिक रूप से स्वस्थ और शांत रखने की जरुरत है।
पुरुष अपनी डेली लाइफ में कुछ सिम्पल सी बातों का ध्यान रखकर खुद को मेंटली स्ट्रॉन्ग बना सकते हैं। ऐसी ही कुछ टिप्स के बारे में आप पढ़ सकते हैं यहां।
एक नये अध्ययन में जिसके अनुसार, सोशल मीडिया से केवल सप्ताहभर की दूरी भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत बेहतर साबित हो सकती है।
जो नये साल में खुद को तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक परेशानियों से मुक्त रखना चाहते हैं उनके लिए बड़े काम की साबित हो सकती हैं ये टिप्स। (Tips to boost mental health )
एमपावर द सेंटर (कोलकाता) की मनोचिकित्सक और प्रमुख डॉ. प्रीति पारख बता रही हैं किस तरह से कोरोना महामारी में युवा पीढ़ी मानसिक सेहत से संबंधित समस्याओं से परेशान है और उनमें इसके क्या-क्या लक्षण नजर आ रहे हैं...
जिंदगी के प्रति आशावादी सोच रखने से आप शरीर के साथ दिमाग से भी स्वस्थ रह सकते हैं। आशावादी सोच रखने वाले तनाव अधिक नहीं लेते। जानें क्यों जरूरी है आशावादी सोच बनाए रखना और इसके 3 फायदे....
लॉकडाउन में क्या आपके दिमाग में भी हमेशा नौकरी छूटने का डर (Fear of losing your job in lockdown) रहा है? अगर हां तो ये 3 टिप्स तुरंत दूर करेंगी सारी टेंशन. एक बार पढ़ कर तो देखो
साल 2020 में कोरोना और फिर उसके कारण लॉकडाउन के चलते लोग बुरी तरह से मानसिक रोगों (Mental Diseases) के शिकार हुए। डिप्रशन (Depression), एंग्जाइटी (Anxiety), स्ट्रेस (Stress), लोनलीनेस (loneliness) और डर (Fear) जैसी कई मानसिक बीमारियों ने लोगों को बुरी तरह से जकड़ा हुआ था।
जब हम खुद को जानबूझ कर चोट पहुंचाते हैं, तो उसे सेल्फ हार्म कहते हैं। मनोचिकित्सक डॉ समन्त दर्शी से जानिए सेल्फ हार्म क्या है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
कोरोना महामारी में लोगों के बीच तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी जैसी समस्याएं काफी हद तक बढ़ती जा रही हैं। मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानकर काउंसलिंग के साथ अन्य उपचार सही समय पर कराना आपको मेंटली फिट और हेल्दी रख सकता है।
हमारा जीवन इतना आधुनिक हो गया है कि हर काम तेज गति से करने की जरूरत आन पड़ी है। तनाव, चिंता और अवसाद जैसी सभी चीजें अक्सर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ती हैं। नींद की कमी, भूख न लगना, सामाजिक संबंधों में उदासीनता जैसी कुछ चीजें हैं, जो अस्वस्थ जीवनशैली के कुछ परिणाम हैं जिसे हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में जी रहे हैं। ऐसे तनाव भरे माहौल में हमें हमारे स्वास्थ्य और पोषण की देखभाल करना और भी आवश्यक हो जाता है।
हमारे बड़े-बुजुर्ग जीवन में कुछ चीजें कभी न शुरू करने की हिदायत देते हैं। इन हिदायतों को पालन कर न सिर्फ आप अपना जीवन बना सकते हैं बल्कि अपनी बिगड़ी हुई आदतों को सुधार भी सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिन्हें हमें कभी शुरू नहीं करना चाहिए तो इस लेख में हम आपको ऐसी 5 चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको अपने जीवन में कभी शुरू नहीं करना चाहिए।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज के जरिए व्यक्ति के मस्तिष्क में होने वाले हार्मोनल बदलावों को नियंत्रित किया जा सकता है। तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी या अन्य कोई मानसिक विकार आदि बढ़ाने वाले हार्मोन्स के स्राव को भी कम किया जा सकता है।
बहुत अधिक तनाव फिजिकल हेल्थ भी प्रभावित करता है। स्ट्रेस से इम्यूनिटी कमज़ोर होने लगती है और आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। ऐसे में खुद को असुरक्षा और भविष्य के डर से बचाने के लिए आप खुद की दिनचर्या में छोटे-मोटे बदलाव करें। आप इन तरीकों से आप ‘मेंटल पीस’ बनाए रख सकते हैं।
दुनिया भर में किसी बीमारी के कारण अगर सबसे ज्यादा मानव संसाधन का नुकसान हुआ है तो वह है मेंटल सिकनेस। इसमें तनाव और अवसाद दोनों आते हैं। जिसके चलते कुछ लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं। पर इससे घबराने की बजाए इसका मुकाबला करने की जरूरत है।
दिन की बेहतर शुरूआत के लिए जरूरी है कि पिछली रोज की टेंशन को भूल जाएं। तभी आप नई चुनौतियों और परफॉर्मेंस के लिए तैयार हो पाएंगे।
तन और मन का नाता बेजोड़ है। अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं तो मूड भी खराब हो सकता है, अब तो शोध में भी हो गई है यह बात साबित।
आज हम आपको दिमाग को हेल्दी और हेप्पी रखने के लिए कुछ एक्विटिज के बारें में बताएगें जो आपको हेल्प करेंगी दिमाग के हेल्दी और हेप्पी रखने में ।
आप चाहते हैं कि आप हेल्दी लाइफ जिएं, तो जीवन को संतुलित बनाना होगा। संतुलित जीवनशैली अपनाना होगा। इससे जिंदगी में खुशियां बरकरार रहेंगी, तनाव कम होगा और आप सकारात्मक रूप से सोच पाते हैं। जीवन को संतुलित बनाए रखने के लिए इन टिप्स को जरूर अपनाएं-
सोशल फोबिया एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में आप आसानी से पता भी नहीं लगा पाते हैं। आप लोगों से दूर भागते हैं, उनसे बात करने से डरते हैं, उनसे शर्माते हैं इस कारण आपका आत्म-सम्मान भी काफी कम हो जाता है।
भारत में भी इस स्टडी के नतीजे प्रासंगिक हैं। यहां विभिन्न वजहों से महिलाओं में बच्चेदानी हटवाने वाली सर्जरी बढ़ी है। साल 2016 का नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे कहता है कि हिस्टेरेक्टॉमी कराने वाली महिलाओं की संख्या तेजी से ऊपर गई है, जिनकी उम्र 15 से 49 साल के बीच है।