रोजाना खाते हैं सोयाबीन तो हो सकते हैं ये 3 बड़े नुकसान,बच्चों और पुरुषों के लिए तो और भी नुकसानदायक है सोयाबीन
कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के बावजूद सोयाबीन का सेवन हर स्थिति में या हर व्यक्ति के लिए फायदेमंद नहीं है।
कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के बावजूद सोयाबीन का सेवन हर स्थिति में या हर व्यक्ति के लिए फायदेमंद नहीं है।
हेल्दी फूड माने जाने के बावजूद गलत तरीके से गुड़ का सेवन करने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
बच्चों में फूड एलर्जी के लक्षणों की पहचान कर बच्चों का जल्द से जल्द इलाज करवाना चाहिए और एलर्जी वाली चीज़ों से बच्चे को दूर रखना चाहिए। यहां पढ़ें बच्चों में फूड एलर्जी के लक्षण क्या हैं और उनकी पहचान कैसे की जानी चाहिए। (Food Allergy in kids)
पीनट एलर्जी (Peanut Allergy) की वजह से कम उम्र के बच्चों को डायरिया, त्वचा में खुजली, चकत्ते व सूजन हो सकती है. मूंगफली या पीनट में पाया जाने वालो प्रोटीन एलर्जी का कारण बनता है. पीनट एलर्जी का इलाज (Peanut allergy treatment) तुरंत कराना चाहिए. कुछ मामलों में यह गंभीर हो सकता है.
यह शरीर में अमोनिया का स्तर ज्यादा होने पर इसे बाहर निकालकर पेट और लिवर की बीमारियों का इलाज करेगा। इसे लिविंग मेडिसिन का नाम दिया गया है।
आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया की प्रजाति में बदलाव लाकर लोगों के वज़न कम करने में मददगार साबित हो सकता है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि वज़न कम करने के पारंपरिक तरीक़े का महत्व कभी ख़त्म नहीं होगा।
एक शोध में पाया कि आंतों मे मिलने वाली बैक्टीरिया खाने-पीने से बच्चों को होने वाली एलर्जी से काफी हद तक बचाती है।
कई पोषक तत्वों से भरपूर होने के बावजूद सोयाबीन का सेवन हर स्थिति में या हर व्यक्ति के लिए फायदेमंद नहीं है।
हेल्दी फूड माने जाने के बावजूद गलत तरीके से गुड़ का सेवन करने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
बच्चों में फूड एलर्जी के लक्षणों की पहचान कर बच्चों का जल्द से जल्द इलाज करवाना चाहिए और एलर्जी वाली चीज़ों से बच्चे को दूर रखना चाहिए। यहां पढ़ें बच्चों में फूड एलर्जी के लक्षण क्या हैं और उनकी पहचान कैसे की जानी चाहिए। (Food Allergy in kids)
पीनट एलर्जी (Peanut Allergy) की वजह से कम उम्र के बच्चों को डायरिया, त्वचा में खुजली, चकत्ते व सूजन हो सकती है. मूंगफली या पीनट में पाया जाने वालो प्रोटीन एलर्जी का कारण बनता है. पीनट एलर्जी का इलाज (Peanut allergy treatment) तुरंत कराना चाहिए. कुछ मामलों में यह गंभीर हो सकता है.
यह शरीर में अमोनिया का स्तर ज्यादा होने पर इसे बाहर निकालकर पेट और लिवर की बीमारियों का इलाज करेगा। इसे लिविंग मेडिसिन का नाम दिया गया है।
आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया की प्रजाति में बदलाव लाकर लोगों के वज़न कम करने में मददगार साबित हो सकता है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि वज़न कम करने के पारंपरिक तरीक़े का महत्व कभी ख़त्म नहीं होगा।
एक शोध में पाया कि आंतों मे मिलने वाली बैक्टीरिया खाने-पीने से बच्चों को होने वाली एलर्जी से काफी हद तक बचाती है।