लिवर की सूजन कम करने के लिए सुबह करें ये 1 उपाय, पीएं 4 आयुर्वेदिक हर्ब्स से बनी यह हर्बल टी
फैटी लिवर जैसी परेशानियां आगे चलकर लिवर सिरोसिस ( liver Cirrhosis)और लिवर फेलियर (liver failure) जैसी स्थितियों का कारण बन सकती हैं।
फैटी लिवर जैसी परेशानियां आगे चलकर लिवर सिरोसिस ( liver Cirrhosis)और लिवर फेलियर (liver failure) जैसी स्थितियों का कारण बन सकती हैं।
Early Signs of Fatty Liver: अगर आपको भी फैटी लीवर जैसी बीमारी है तो आपके शरीर में सबसे पहले यह 3 लक्षण देखने को मिल सकते है।
सही समय पर इलाज करने, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने और डाइट में हेल्दी बदलाव करने से फैटी लिवर डिजिज तेजी से ठीक हो सकता है।
फैटी लिवर डिजिज की वजह से पीड़ित व्यक्ति को बहुत अधिक थकान महसूस हो सकती है, पेट में दर्द बढ़ सकता है और अचानक से वजन भी कम हो सकता है।
लिवर के आसपास जमा होने वाले फैट के कारण कई अन्य गम्भीर और क्रोनिक बीमारियों का भी रिस्क बढ़ सकता है।
फैटी लिवर से राहत के लिए लोगों को खान-पान में भी बदलाव करना चाहिए। फैटी लिवर में किस तरह के फूड्स का सेवन करना चाहिए और किस तरह के फूड्स से परहेज करना चाहिए, पढ़ें यहां।
लीवर की कोशिकाओं में फैट हो जाना या चर्बी जमा हो जाना, जिसे आम भाषा में फैटी लीवर रोग भी कहा जाता है. इसमें लीवर में और उसके आसपास एरिया में सूजन आ जाती है. माना जाता है कि शराब का अधिक सेवन करने से लिवर में ऐसी समस्या होना स्वाभाविक हो जाती है. लेकिन शराब ना पीने वालों में भी फैटी लीवर रोग पाया जाता है.
कई बार फैटी लिवर के लक्षण जब दिखायी देते हैं तब तक यह स्थिति काफी गम्भीर हो जाती है। जानें इस बीमारी से बचने के उपाय और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें।
एक नयी स्टडी के अनुसार कुछ पोषक तत्वों की कमी से भी लिवर से जुड़ी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है और अगर इन पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा भोजन से प्राप्त की जा सके तो इससे फैटी लिवर डिजिज के लक्षणों से आराम भी मिल सकता है।
ये उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है, जो लोग शराब नहीं पीते हैं या फिर बहुत कम शराब का सेवन करते हें। दुनियाभर में करीब 25 फीसदी लोग इसका शिकार होते हैं।
लिवर के लिए योग: खराब डाइट और लाइफस्टाइल का असर हमारे लिवर पर भी हो रहा है। ऐसे में आप फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस और लिवर डिटॉक्स करने के लिए कुछ योगासन कर सकते हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर इस स्थिति का समय पर इलाज ना किया जाए तो यह बहुत गम्भीर बन सकती हैं और आगे चलकर लिवर डैमेज या लिवर सिरासिस जैसी बीमारियों का रिस्क भी बढ़ सकता है।
वर्ल्ड कैंसर डे (World cancer day 2022) के मौके पर आइए जानें लिवर कैंसर के बारे में और इसके कारणों के बारे में। (Liver Cancer And Junk Foods )
जामिया और जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी (अमेरिका) के शोधकर्ताओं द्वारा लीवर कैंसर के थेरप्युटिक मैनेजमेंट के लिए पोटेंशियल ड्रग टारगेट की खोज की गई है। यह फैटी लीवर रोग और लीवर कैंसर के थेरप्युटिक मैनेजमेंट के लिए पोटेंशियल ड्रग टारगेट के रूप में स्पेक्ट्रिन प्रोटीन की खोज है।
यदि आपको फैटी लिवर की समस्या है, तो अपने खानपान का भी खास ध्यान देना होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स (Diet in Fatty Liver) से यह समस्या कम होने की बजाय बढ़ सकती है।
फैटी लिवर जैसी परेशानियां आगे चलकर लिवर सिरोसिस ( liver Cirrhosis)और लिवर फेलियर (liver failure) जैसी स्थितियों का कारण बन सकती हैं।
फैटी लिवर डिजिज की वजह से पीड़ित व्यक्ति को बहुत अधिक थकान महसूस हो सकती है, पेट में दर्द बढ़ सकता है और अचानक से वजन भी कम हो सकता है।
लिवर के आसपास जमा होने वाले फैट के कारण कई अन्य गम्भीर और क्रोनिक बीमारियों का भी रिस्क बढ़ सकता है।
फैटी लिवर से राहत के लिए लोगों को खान-पान में भी बदलाव करना चाहिए। फैटी लिवर में किस तरह के फूड्स का सेवन करना चाहिए और किस तरह के फूड्स से परहेज करना चाहिए, पढ़ें यहां।
लीवर की कोशिकाओं में फैट हो जाना या चर्बी जमा हो जाना, जिसे आम भाषा में फैटी लीवर रोग भी कहा जाता है. इसमें लीवर में और उसके आसपास एरिया में सूजन आ जाती है. माना जाता है कि शराब का अधिक सेवन करने से लिवर में ऐसी समस्या होना स्वाभाविक हो जाती है. लेकिन शराब ना पीने वालों में भी फैटी लीवर रोग पाया जाता है.
कई बार फैटी लिवर के लक्षण जब दिखायी देते हैं तब तक यह स्थिति काफी गम्भीर हो जाती है। जानें इस बीमारी से बचने के उपाय और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें।
एक नयी स्टडी के अनुसार कुछ पोषक तत्वों की कमी से भी लिवर से जुड़ी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है और अगर इन पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा भोजन से प्राप्त की जा सके तो इससे फैटी लिवर डिजिज के लक्षणों से आराम भी मिल सकता है।
ये उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है, जो लोग शराब नहीं पीते हैं या फिर बहुत कम शराब का सेवन करते हें। दुनियाभर में करीब 25 फीसदी लोग इसका शिकार होते हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर इस स्थिति का समय पर इलाज ना किया जाए तो यह बहुत गम्भीर बन सकती हैं और आगे चलकर लिवर डैमेज या लिवर सिरासिस जैसी बीमारियों का रिस्क भी बढ़ सकता है।
वर्ल्ड कैंसर डे (World cancer day 2022) के मौके पर आइए जानें लिवर कैंसर के बारे में और इसके कारणों के बारे में। (Liver Cancer And Junk Foods )
जामिया और जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी (अमेरिका) के शोधकर्ताओं द्वारा लीवर कैंसर के थेरप्युटिक मैनेजमेंट के लिए पोटेंशियल ड्रग टारगेट की खोज की गई है। यह फैटी लीवर रोग और लीवर कैंसर के थेरप्युटिक मैनेजमेंट के लिए पोटेंशियल ड्रग टारगेट के रूप में स्पेक्ट्रिन प्रोटीन की खोज है।
यदि आपको फैटी लिवर की समस्या है, तो अपने खानपान का भी खास ध्यान देना होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स (Diet in Fatty Liver) से यह समस्या कम होने की बजाय बढ़ सकती है।
Early Signs of Fatty Liver: अगर आपको भी फैटी लीवर जैसी बीमारी है तो आपके शरीर में सबसे पहले यह 3 लक्षण देखने को मिल सकते है।
सही समय पर इलाज करने, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने और डाइट में हेल्दी बदलाव करने से फैटी लिवर डिजिज तेजी से ठीक हो सकता है।
लिवर के लिए योग: खराब डाइट और लाइफस्टाइल का असर हमारे लिवर पर भी हो रहा है। ऐसे में आप फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस और लिवर डिटॉक्स करने के लिए कुछ योगासन कर सकते हैं।