Eye Infection: जहरीली हवा से आंखों में हो सकती है ये बड़ी परेशानी
बढ़ते प्रदूषण की वजह से आंखों का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। जानें कैसे बचा सकते हैं अपनी आंखों को इस बढ़ते प्रदूषण से।
बढ़ते प्रदूषण की वजह से आंखों का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। जानें कैसे बचा सकते हैं अपनी आंखों को इस बढ़ते प्रदूषण से।
Common eye infection : आंखों में इन्फेक्शन की परेशानी होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। आइए जानते हैं इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं और कैसे करें इससे बचाव-
डॉक्टर के अनुसार, आई फ्लू गंभीर नहीं है और एक या दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है। हालांकि आपको इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
बच्चों को आमतौर पर होने वाले Infections में से Eye infection भी है। बच्चे अक्सर अपनी आंख में हो रही समस्याओं को बता नहीं पाते हैं और हमें तब दिखाई देता है, जब संक्रमण पूरी तरह से आंख में फैल जाए और आंख से पानी आना या खुजली होने जैसे लक्षण दिखने लगें।
इतना ही नहीं आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आई कैंप भी लगाएं। लेकिन क्या आप जानते हैं बारिश के दिनों में आइ फ्लू फैलता कैसे है
Eye infection symptoms: आंख में संक्रमण गंभीर समस्या पैदा कर सकता है और ज्यादातर मानसून के दौरान ही आंख में संक्रमण होने लगता है। इस मौसम में आई इन्फेक्शन से जुड़े इन 5 लक्षणों को बूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।
आँखों का लाल होने और सूजन आ जाना, पलकों को छूने पर और आंखों में दर्द महसूस होना, आंखों का पीला हो जाना, आंखों से लगातार पानी आना। इसके साथ ही आंखों में जलन होना और आंखों से कीचड़ आना।
आंखों से जुड़ी कोई एलर्जी के कारणों की बात करें तो इनमें कंजक्टिवाइटिस, बरसात के पानी के सम्पर्क में आने से होने वाली समस्याएं, ज़्यादा समय तक कॉन्टैक्ट लैंस का इस्तेमाल करने से, बैक्टीरिया या वायरल जैसे कारण शामिल हैं।
इसके लक्षणों की बात करें तो इनमें आंखों से खून बहना, बुखार होना, पेट दर्द, मांसपेशियों में दर्द, दस्त, हाइपरटेंशन, सिरदर्द और उलटी शामिल है। इसके साथ ही शुरुवाती दिनों में जोड़ो में दर्द, मूड स्विंग्स और आँख लाल होना भी इसके लक्षणों में शामिल हैं।
Eye Infections in Kids: छोटे बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है और इस कारण से उन्हें आई इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। इस लेख में बच्चों में आंख के संक्रमण की पहचान और उससे बचाव करने के तरीकों के बारे में बताया गया है।
कई बार हमारी आंखे हमारे शरीर में पनप रहे किसी गंभीर रोग की ओर इशारा करते हैं, इस लेख में हम आपको आंखों में दिखने वाले ऐसे 5 संकेतों के बारे में बता रहे हैं जो आपके स्वास्थ्य को दर्शाते हैं।
गर्मी और बरसात में नेत्र रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। आइए अब गर्मी और बरसात में होने वाली उन समस्याओं और संक्रमणों के बारेमें बात करें जिनके लिए सावधान रहने की जरूरत है।
दरअसल, कंजक्टिवाइटिस उन इंफेक्शन्स में से हैं। जिन्हें, आसानी से घर पर ठीक हो सकता है। इससे, राहत पाने के लिए आपके किचन में ही कई चीज़ें मौजूद हैं। जो, आपकी लाल और सूजी हुई आंखों को ठीक होने में सहायक है।
शरीर के वो पांच अंग जिनको बार-बार टच करने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
मुख्य रूप से गर्मी आंखों में जलन, आंखें लाल होना, आंखों से पानी आना, आंखों में चुभन, कन्जंक्टिवाइटिस आदि लोगों को परेशान करती है।
गर्मी के मौसम में कंजंक्टिवाइटिस (आंखों के लाल होने की समस्या) बहुत कॉमन समस्या है। यह आंखों में वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है। कई बार ऐलर्जी भी हो जाती है, जिससे आंखें लाल हो जाती हैं, उनमें जलन, चुभन होने लगती है। यह वायरल इंफेक्शन है तो यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है।
जानें, कैसे घर पर बना काजल आंखों के लिए होता है लाभदायक
इस बीमारी में आंखों की कॉर्निया में दर्द के साथ सूजन हो सकता है। इसकी वजह से आंखों कि रोशनी भी जा सकती है।
Common eye infection : आंखों में इन्फेक्शन की परेशानी होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। आइए जानते हैं इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं और कैसे करें इससे बचाव-
डॉक्टर के अनुसार, आई फ्लू गंभीर नहीं है और एक या दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है। हालांकि आपको इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
Eye infection symptoms: आंख में संक्रमण गंभीर समस्या पैदा कर सकता है और ज्यादातर मानसून के दौरान ही आंख में संक्रमण होने लगता है। इस मौसम में आई इन्फेक्शन से जुड़े इन 5 लक्षणों को बूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।
Eye Infections in Kids: छोटे बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है और इस कारण से उन्हें आई इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। इस लेख में बच्चों में आंख के संक्रमण की पहचान और उससे बचाव करने के तरीकों के बारे में बताया गया है।
गर्मी और बरसात में नेत्र रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। आइए अब गर्मी और बरसात में होने वाली उन समस्याओं और संक्रमणों के बारेमें बात करें जिनके लिए सावधान रहने की जरूरत है।
दरअसल, कंजक्टिवाइटिस उन इंफेक्शन्स में से हैं। जिन्हें, आसानी से घर पर ठीक हो सकता है। इससे, राहत पाने के लिए आपके किचन में ही कई चीज़ें मौजूद हैं। जो, आपकी लाल और सूजी हुई आंखों को ठीक होने में सहायक है।
मुख्य रूप से गर्मी आंखों में जलन, आंखें लाल होना, आंखों से पानी आना, आंखों में चुभन, कन्जंक्टिवाइटिस आदि लोगों को परेशान करती है।
गर्मी के मौसम में कंजंक्टिवाइटिस (आंखों के लाल होने की समस्या) बहुत कॉमन समस्या है। यह आंखों में वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है। कई बार ऐलर्जी भी हो जाती है, जिससे आंखें लाल हो जाती हैं, उनमें जलन, चुभन होने लगती है। यह वायरल इंफेक्शन है तो यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है।
इस बीमारी में आंखों की कॉर्निया में दर्द के साथ सूजन हो सकता है। इसकी वजह से आंखों कि रोशनी भी जा सकती है।
कंजंक्टिवाइटिस होने पर उबाली गई रुई से धीरे-धीरे अपनी आंखों को साफ करें।
कई बार हमारी आंखे हमारे शरीर में पनप रहे किसी गंभीर रोग की ओर इशारा करते हैं, इस लेख में हम आपको आंखों में दिखने वाले ऐसे 5 संकेतों के बारे में बता रहे हैं जो आपके स्वास्थ्य को दर्शाते हैं।
शरीर के वो पांच अंग जिनको बार-बार टच करने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
जानें, कैसे घर पर बना काजल आंखों के लिए होता है लाभदायक
बढ़ते प्रदूषण की वजह से आंखों का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। जानें कैसे बचा सकते हैं अपनी आंखों को इस बढ़ते प्रदूषण से।
बच्चों को आमतौर पर होने वाले Infections में से Eye infection भी है। बच्चे अक्सर अपनी आंख में हो रही समस्याओं को बता नहीं पाते हैं और हमें तब दिखाई देता है, जब संक्रमण पूरी तरह से आंख में फैल जाए और आंख से पानी आना या खुजली होने जैसे लक्षण दिखने लगें।
इतना ही नहीं आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आई कैंप भी लगाएं। लेकिन क्या आप जानते हैं बारिश के दिनों में आइ फ्लू फैलता कैसे है
आँखों का लाल होने और सूजन आ जाना, पलकों को छूने पर और आंखों में दर्द महसूस होना, आंखों का पीला हो जाना, आंखों से लगातार पानी आना। इसके साथ ही आंखों में जलन होना और आंखों से कीचड़ आना।
आंखों से जुड़ी कोई एलर्जी के कारणों की बात करें तो इनमें कंजक्टिवाइटिस, बरसात के पानी के सम्पर्क में आने से होने वाली समस्याएं, ज़्यादा समय तक कॉन्टैक्ट लैंस का इस्तेमाल करने से, बैक्टीरिया या वायरल जैसे कारण शामिल हैं।
इसके लक्षणों की बात करें तो इनमें आंखों से खून बहना, बुखार होना, पेट दर्द, मांसपेशियों में दर्द, दस्त, हाइपरटेंशन, सिरदर्द और उलटी शामिल है। इसके साथ ही शुरुवाती दिनों में जोड़ो में दर्द, मूड स्विंग्स और आँख लाल होना भी इसके लक्षणों में शामिल हैं।