शिल्पा शेट्टी का बताया ये 'नेत्र योगा' आंखों की कई समस्याओं में है कारगर, सीखें और पाएं खास फायदे
शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) ने आंखों के लिए एक खास योगा शेयर किया है। इसे करने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा और आप इससे कई फायदे पा सकते हैं।
शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) ने आंखों के लिए एक खास योगा शेयर किया है। इसे करने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा और आप इससे कई फायदे पा सकते हैं।
कंस्ट्रीक्टेड ब्लड वेसल्स के कारण आंखों के आसपास की स्किन डार्क हो जाते है, जिसके परिणामस्वरूप हमारी बॉडी अधिक मेलेनिन पैदा करती है। इसके साथ-साथ बहुत से कारण है जो आंखों के आस पास के स्किन को नुकसान पहुंचाती है।
World Sight Day 2021: देर तक कम्प्यूटर पर काम करने से लेकर नींद की कमी, तनाव, अनहेल्दी लाइफस्टाइल जैसे कई कारणों से आंखों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। अपनी आंखों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए कुछ आयुर्वेदिक और आसान से उपायों को ट्राई करें....
Diwali 2020: पटाखों के धुएं से होने वाले वायु प्रदूषण के कारण ना सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है, बल्कि ये आंखों को भी बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। दिवाली पर कुछ सेफ्टी टिप्स अपनाकर रखें अपनी आंखों का खास ख्याल...
होली में कुछ लोग जोश में आकर होश खो बैठते हैं। केमिकल युक्त रंगों को आंखों के साथ-साथ मुंह में भी डाल देते हैं। यह केमिकल रंग त्वाच और आंखों के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं। बेहतर है कि होली (Holi 2020 in hindi) खेलते समय अपनी आंखों को सुरक्षित (Eye care tips on holi) रखने के लिए इन टिप्स का इस्तेमाल करें...
आंखों की जांच 3 साल की उम्र में जरूर करानी चाहिए। फिर हर 2 साल बाद आंखों की जांच कराते रहना चाहिए। इसके अलावा मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि बीमारी होने पर हर वर्ष आंखों की जांच करानी चाहिए। 40 साल की उम्र में तो आंखों की जांच जरूरी है।
गर्मी के मौसम में लगातार तापमान बढ़ते जाने के कारण आंखें गर्म होकर जल्दी थकने लगती हैं। इससे उनकी कार्यक्षमता तो प्रभावित होती ही है, आंखों के नीचे आई बैग और डार्क सर्कल यानी काले घेरे भी बनने लगते हैं।
मुख्य रूप से गर्मी आंखों में जलन, आंखें लाल होना, आंखों से पानी आना, आंखों में चुभन, कन्जंक्टिवाइटिस आदि लोगों को परेशान करती है।
गर्मियों के दिनों में तेज धूप और प्रदूषण से भी आंखों में खुजली की समस्या होने लगती है। यही थकावट और तनाव ज्यादा बढ़ जाए तो यह आंखों की सेहत के लिए घातक हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि सबसे ज्यादा काम करने वाली आंखों का बहुत ख्याल रखा जाए।
इस स्थिति में व्यक्ति रंगों की उचित पहचान नहीं कर पाता। कई बार तो हालत इतनी गंभीर हो जाती है कि व्यक्ति कुछ खास रंगों की पहचान ही खो देता है। आइए जानते हैं क्या हैं कलर ब्लाइंडनैस के कारण और कैसे रखा जाए आंखों का ख्याल।
अंडे में विटामिन ए पाया जाता है जो बालों को मजबूत बनाने के साथ आंखों की रोशनी बढ़ाता है। नियमित रूप से अंडा खाने से करोटेनॉइड्स की कमी के चलते आंखों की कोशिकाओं में होने वाले क्षरण को रोक जा सकता है इसलिए अंडे खाते रहिए।
शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) ने आंखों के लिए एक खास योगा शेयर किया है। इसे करने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा और आप इससे कई फायदे पा सकते हैं।
World Sight Day 2021: देर तक कम्प्यूटर पर काम करने से लेकर नींद की कमी, तनाव, अनहेल्दी लाइफस्टाइल जैसे कई कारणों से आंखों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। अपनी आंखों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए कुछ आयुर्वेदिक और आसान से उपायों को ट्राई करें....
Diwali 2020: पटाखों के धुएं से होने वाले वायु प्रदूषण के कारण ना सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है, बल्कि ये आंखों को भी बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। दिवाली पर कुछ सेफ्टी टिप्स अपनाकर रखें अपनी आंखों का खास ख्याल...
होली में कुछ लोग जोश में आकर होश खो बैठते हैं। केमिकल युक्त रंगों को आंखों के साथ-साथ मुंह में भी डाल देते हैं। यह केमिकल रंग त्वाच और आंखों के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं। बेहतर है कि होली (Holi 2020 in hindi) खेलते समय अपनी आंखों को सुरक्षित (Eye care tips on holi) रखने के लिए इन टिप्स का इस्तेमाल करें...
आंखों की जांच 3 साल की उम्र में जरूर करानी चाहिए। फिर हर 2 साल बाद आंखों की जांच कराते रहना चाहिए। इसके अलावा मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि बीमारी होने पर हर वर्ष आंखों की जांच करानी चाहिए। 40 साल की उम्र में तो आंखों की जांच जरूरी है।
गर्मी के मौसम में लगातार तापमान बढ़ते जाने के कारण आंखें गर्म होकर जल्दी थकने लगती हैं। इससे उनकी कार्यक्षमता तो प्रभावित होती ही है, आंखों के नीचे आई बैग और डार्क सर्कल यानी काले घेरे भी बनने लगते हैं।
मुख्य रूप से गर्मी आंखों में जलन, आंखें लाल होना, आंखों से पानी आना, आंखों में चुभन, कन्जंक्टिवाइटिस आदि लोगों को परेशान करती है।
गर्मियों के दिनों में तेज धूप और प्रदूषण से भी आंखों में खुजली की समस्या होने लगती है। यही थकावट और तनाव ज्यादा बढ़ जाए तो यह आंखों की सेहत के लिए घातक हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि सबसे ज्यादा काम करने वाली आंखों का बहुत ख्याल रखा जाए।
इस स्थिति में व्यक्ति रंगों की उचित पहचान नहीं कर पाता। कई बार तो हालत इतनी गंभीर हो जाती है कि व्यक्ति कुछ खास रंगों की पहचान ही खो देता है। आइए जानते हैं क्या हैं कलर ब्लाइंडनैस के कारण और कैसे रखा जाए आंखों का ख्याल।
अंडे में विटामिन ए पाया जाता है जो बालों को मजबूत बनाने के साथ आंखों की रोशनी बढ़ाता है। नियमित रूप से अंडा खाने से करोटेनॉइड्स की कमी के चलते आंखों की कोशिकाओं में होने वाले क्षरण को रोक जा सकता है इसलिए अंडे खाते रहिए।
कंस्ट्रीक्टेड ब्लड वेसल्स के कारण आंखों के आसपास की स्किन डार्क हो जाते है, जिसके परिणामस्वरूप हमारी बॉडी अधिक मेलेनिन पैदा करती है। इसके साथ-साथ बहुत से कारण है जो आंखों के आस पास के स्किन को नुकसान पहुंचाती है।