Body में Nutrient की कमी के कारण होती हैं ये दिक्कतें, ना करें नजरअंदाज
इसलिए जरूरी है कि आप nutrients की कमी की वजह से सामने आ रहे लक्षणों को पहचानें. कुछ खास लक्षण हैं, जो बताते हैं कि आप nutrients से भरपूर डाइट नहीं ले रहे.
इसलिए जरूरी है कि आप nutrients की कमी की वजह से सामने आ रहे लक्षणों को पहचानें. कुछ खास लक्षण हैं, जो बताते हैं कि आप nutrients से भरपूर डाइट नहीं ले रहे.
ग्रेटर मैनचेस्टर में जेनेट स्कोफील्ड नाम की एक महिला को अपनी कैंसर की बीमारी के बारे में पता चला। लेकिन पिज्जा के कारण ही इस महिला को अपने लंग कैंसर के बारे में पता चल पाया।
Vitamin Deficiency Causes Dark Circles: आंखों के काले घेरे या डार्क सर्कल कई बार खाने में पोषक तत्वों की कमी के कारण होते हैं, आइए जानते हैं कि किन पोषक तत्वों की कमी से डार्क सर्कल होता है और उसकी कमी कैसे दूर करें।
बेहतर रोग प्रतिरोधक स्वास्थ्य (इम्युन हेल्थ) पाने के मजबूत संकल्प के साथ नये साल की शुरूआत कीजिये। स्वस्थ रोग प्रतिरोधक तंत्र को सहयोग देने के लिये अच्छा पोषण महत्वपूर्ण है। पोषण के खराब स्तर और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता के बीच गहरा संबंध होता है।
Essential nutrients for body: हमारे शरीर को हर दिन कुछ जरूरी न्यूट्रिएंट्स की जरूरत पड़ती है। ये न्यूट्रिएंट्स एनर्जी बढ़ाते हैं और शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं।
अतिरिक्त वजन घुटनों पर अधिक दबाव बनाता है जिससे ब्लीडिंग की समस्या बढ़ सकती है।
डाइटिंग और एक्सरसाइज में से किसी एक का चयन करना मुश्किल है क्योंकि दोनों ही आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं और दोनों ही किसी न किसी तरह वजन कम करने में आप की मदद करती हैं।
स्वस्थ रहने के लिए शरीर को पोषक तत्व मिलना बेहद आवश्यक है। इसलिए आहार में ऐसे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना जरूरी है, जो आपको खास न्यूट्रिएंट्स प्रदान करे। यहां कुछ प्रमुख पोषक तत्वों के बारे में बताया गया है, जो आपके शरीर को रोगमुक्त रखते हैं:
इम्युनिटी समय की जरूरत है, डॉक्टर अलका के अनुसार चाहे हाइपोथायरायडिक हो, हाइपरथायरायडिक, मधुमेह या हृदय रोगी आदि कुछ जरूरी उपायों से अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं। इस लेख में हम आपको इन उपायों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
What is a balanced diet? कैसे शुरू की जाए बैलेंस्ड डाइट?
एक्सट्रा पोषण देने वाले सुपरफूड्स (Indian Superfoods)- जिन पोषक तत्वों की जरूरत हमारे शरीर को होती है वो हमें सिर्फ 3 टाइम के खाने से नहीं मिल पाते हैं। इसलिए जरूरत होती है हम कुछ ऐसे सुपरफूड्स का सेवन करें जो हमें एक्सट्रा पोषण (Extra Nutrition) देने के साथ ही इम्युनिटी को भी बूस्ट करें।
करीना की डाइटीशियन रुजुता ही तैमूर की डायट का भी ख्याल रखती हैं। ऐसे में रुजुता दिवाकर ने तैमूर की डाइट के बारे में बात करते हुए बच्चों को हेल्दी रखने की कुछ टिप्स शेयर की है। अगर आप भी अपने बच्चे को तैमूर की तरह फिट और हेल्दी बनाना चाहते हैं तो रुजुता के बताए गए इन 4 रूल्स को जरूर फॉलो करें।
खाना दोबारा गर्म करना सेहत के लिहाज से सही नही है। क्योंकि, एक्सपर्ट्स के अनुसार, बार-बार गर्म करने से (Reheating Food) भोजन के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। साथ ही डायजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचता है और कैंसर जैसी बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ जाता है। खासकर, इऩ 5 चीज़ों को कभी भी गर्म करके नहीं खाना (Foods one should Never Reheat) चाहिए, जिनके बारे में हम यहां लिख रहे हैं।
अगर डाइट के हिसाब से देखें तो दुनिया आमतौर पर दो तरह की डाइट फॉलो करती है। पहली नॉनवेजिटेरियन डाइट और दूसरी वेजिटेरियन डाइट। क्योंकि नॉनवेजिटेरियन डाइट अधिक टेस्टी और यम्मी दिखती है इसलिए लोग उस ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। लेकिन अगर स्वास्थ्य लाभों की बात की जाए तो सिंपल लगने वाली वेजिटेरियन डाइट सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। हालांकि बीते कुछ समय ये देखा जा रहा है कि लोग अपनी डाइट को लेकर बहुत सीरियस हो रहे हैं और वेजिटेरियन, प्लॉंट बेस्ड व वेगन डाइट की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको नॉनवेजिटेरियन डाइट की तुलना में वेजिटेरियन डाइट के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं ये लाभ
यदि बच्चों की सेहत पर बचपन में सही तरह से ध्यान दिया जाए तो बड़े होकर उनके बीमार पड़ने की संभावना कम होती है। जब बच्चे बढ़ते हैं तो उनके शरीर को बेहतर विकास के लिए प्रोटीन, विटामिन सहित कई अन्य पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। यदि बच्चों की डाइट में इनका अभाव हो गया तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं घेर सकती हैं। इस नेशनल न्यूट्रीशन वीक (National Nutrition Week) के मौके पर हम आपको कुछ ऐसे पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
भारत में सितंबर माह का पहला सप्ताह (1 सितंबर से 7 सितंबर तक) नेशनल न्ट्रीशन वीक (National Nutrition Week) के रूप में मनाया जाता है। यह आयोजन महिला और बाल विकास मंत्रालय के खाद्य और पोषण बोर्ड द्वारा 1982 में मानव शरीर पर पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। जब शरीर में सभी जरूरी पोषक तत्व जाते हैं तो व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरह से होता है। जब आप अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा सब्जियों और फलों को शामिल कर एक संतुलित डाइट लेंगे तो आपको वो तमाम जरूरी तत्व मिलेंगे जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। इनमें से एक है करेला। जी हां, स्वाद में कड़वा लगने वाला कड़वा सेहत का खजाना होता है। बता दें कि सिर्फ कड़वा ही नहीं बल्कि करेले की पत्तियां भी बहुत फायदेमंद होती हैं।
देश के कई हिस्सों को रेड ज़ोन घोषित कर दिया गया। लेकिन, इन सबके बीच राशन या ग्रॉसरी खरीदते समय भी आपको कोविड-19 इंफेक्शन से बचने के लिए सही सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए। इसीलिए, जब आप ग्रासरी खरीदने जाएं, तो इस तरह की टिप्स फॉलो करें।
वजन कम करना हो या लंबी उम्र तक एनर्जी से भरपूर रहना चाहते हों, पैलियो डायट आजमा कर देखें। जानें, पैलियो डाइट (paleo diet benefits) कैसे वजन करता है कम और इसके और क्या-क्या फायदे होते हैं।
Vitamin Deficiency Causes Dark Circles: आंखों के काले घेरे या डार्क सर्कल कई बार खाने में पोषक तत्वों की कमी के कारण होते हैं, आइए जानते हैं कि किन पोषक तत्वों की कमी से डार्क सर्कल होता है और उसकी कमी कैसे दूर करें।
बेहतर रोग प्रतिरोधक स्वास्थ्य (इम्युन हेल्थ) पाने के मजबूत संकल्प के साथ नये साल की शुरूआत कीजिये। स्वस्थ रोग प्रतिरोधक तंत्र को सहयोग देने के लिये अच्छा पोषण महत्वपूर्ण है। पोषण के खराब स्तर और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता के बीच गहरा संबंध होता है।
Essential nutrients for body: हमारे शरीर को हर दिन कुछ जरूरी न्यूट्रिएंट्स की जरूरत पड़ती है। ये न्यूट्रिएंट्स एनर्जी बढ़ाते हैं और शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं।
अतिरिक्त वजन घुटनों पर अधिक दबाव बनाता है जिससे ब्लीडिंग की समस्या बढ़ सकती है।
डाइटिंग और एक्सरसाइज में से किसी एक का चयन करना मुश्किल है क्योंकि दोनों ही आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं और दोनों ही किसी न किसी तरह वजन कम करने में आप की मदद करती हैं।
इम्युनिटी समय की जरूरत है, डॉक्टर अलका के अनुसार चाहे हाइपोथायरायडिक हो, हाइपरथायरायडिक, मधुमेह या हृदय रोगी आदि कुछ जरूरी उपायों से अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं। इस लेख में हम आपको इन उपायों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
करीना की डाइटीशियन रुजुता ही तैमूर की डायट का भी ख्याल रखती हैं। ऐसे में रुजुता दिवाकर ने तैमूर की डाइट के बारे में बात करते हुए बच्चों को हेल्दी रखने की कुछ टिप्स शेयर की है। अगर आप भी अपने बच्चे को तैमूर की तरह फिट और हेल्दी बनाना चाहते हैं तो रुजुता के बताए गए इन 4 रूल्स को जरूर फॉलो करें।
अगर डाइट के हिसाब से देखें तो दुनिया आमतौर पर दो तरह की डाइट फॉलो करती है। पहली नॉनवेजिटेरियन डाइट और दूसरी वेजिटेरियन डाइट। क्योंकि नॉनवेजिटेरियन डाइट अधिक टेस्टी और यम्मी दिखती है इसलिए लोग उस ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। लेकिन अगर स्वास्थ्य लाभों की बात की जाए तो सिंपल लगने वाली वेजिटेरियन डाइट सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। हालांकि बीते कुछ समय ये देखा जा रहा है कि लोग अपनी डाइट को लेकर बहुत सीरियस हो रहे हैं और वेजिटेरियन, प्लॉंट बेस्ड व वेगन डाइट की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको नॉनवेजिटेरियन डाइट की तुलना में वेजिटेरियन डाइट के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं ये लाभ
यदि बच्चों की सेहत पर बचपन में सही तरह से ध्यान दिया जाए तो बड़े होकर उनके बीमार पड़ने की संभावना कम होती है। जब बच्चे बढ़ते हैं तो उनके शरीर को बेहतर विकास के लिए प्रोटीन, विटामिन सहित कई अन्य पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। यदि बच्चों की डाइट में इनका अभाव हो गया तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं घेर सकती हैं। इस नेशनल न्यूट्रीशन वीक (National Nutrition Week) के मौके पर हम आपको कुछ ऐसे पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
भारत में सितंबर माह का पहला सप्ताह (1 सितंबर से 7 सितंबर तक) नेशनल न्ट्रीशन वीक (National Nutrition Week) के रूप में मनाया जाता है। यह आयोजन महिला और बाल विकास मंत्रालय के खाद्य और पोषण बोर्ड द्वारा 1982 में मानव शरीर पर पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। जब शरीर में सभी जरूरी पोषक तत्व जाते हैं तो व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरह से होता है। जब आप अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा सब्जियों और फलों को शामिल कर एक संतुलित डाइट लेंगे तो आपको वो तमाम जरूरी तत्व मिलेंगे जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। इनमें से एक है करेला। जी हां, स्वाद में कड़वा लगने वाला कड़वा सेहत का खजाना होता है। बता दें कि सिर्फ कड़वा ही नहीं बल्कि करेले की पत्तियां भी बहुत फायदेमंद होती हैं।
देश के कई हिस्सों को रेड ज़ोन घोषित कर दिया गया। लेकिन, इन सबके बीच राशन या ग्रॉसरी खरीदते समय भी आपको कोविड-19 इंफेक्शन से बचने के लिए सही सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए। इसीलिए, जब आप ग्रासरी खरीदने जाएं, तो इस तरह की टिप्स फॉलो करें।
वजन कम करना हो या लंबी उम्र तक एनर्जी से भरपूर रहना चाहते हों, पैलियो डायट आजमा कर देखें। जानें, पैलियो डाइट (paleo diet benefits) कैसे वजन करता है कम और इसके और क्या-क्या फायदे होते हैं।
सुबह के नाश्ते का असर सबसे ज्यादा शरीर के मेटबॉलिज्म पर पड़ता है। अगर सुबह का नाश्ता अच्छा नहीं होता तो मेटबॉलिज्म धीमा पड़ने लगता है। मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ने से शरीर का वजन बढ़ने लगता है और कई तरह की बीमारियां भी होने लगती हैं। तो देर किस बात की आइए जानते हैं नाश्ते में प्रोटीन वाली हेल्दी डाइट के लिए कौन से खाद्य पदार्थ शामिल करना चाहिए।
पांच साल से कम के 34 करोड़ बच्चे जरूरी विटामिनों और अन्य खनिज पदार्थो की कमी से पीड़ित हैं और चार करोड़ बच्चे मोटापा या ज्यादा वजन से पीड़ित हैं। मोटापा या ज्यादा वजन पिछले कुछ सालों में बच्चों में महामारी के रूप में फैला है।
इस समय National Nutrition Week चल रहा है. डाइट में कौन से पोषक तत्व आपको रोगों से बचाते हैं इसकी जानकारी जरूर रखनी चाहिए. हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी होने से पहले ही उससे बचा जा सकता है. एक शोध के अनुसार अगर डाइट में मूंगफली, चना और बादाम को रोजाना शामिल किया जाए तो कोलेस्ट्रॉल लेवल ठीक रहता है. कोलेस्ट्रॉल लेवल ही ब्लड प्रेशर की मुख्य वजह माना जाता है. मूंगफली, चना और बादाम एक तरह से प्लांट बेस्ड डाइट हैं.
एक आम आदमी के लिए इस बात का आकलन काफी कठिन होता है कि उसे क्या खाना है और कितना खाना है. ऐसे कई साधन हैं, जिनके माध्यम से कोई भी यह जान सकता है कि उसे कब, क्या और कितना खाना है.
विटामिन ए, सी, बी 1, बी 6, बी 12 और फोलेट कमी की वजह से लंबे समय में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
हेल्दी पुरुषों में भी प्रजनन क्षमता कम होने की बातें सामने आती रहती हैं। प्रजनन क्षमता का पुरुष के सेहत पर ही सब कुछ निर्भर नहीं करता है।
स्वस्थ रहने के लिए शरीर को पोषक तत्व मिलना बेहद आवश्यक है। इसलिए आहार में ऐसे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना जरूरी है, जो आपको खास न्यूट्रिएंट्स प्रदान करे। यहां कुछ प्रमुख पोषक तत्वों के बारे में बताया गया है, जो आपके शरीर को रोगमुक्त रखते हैं:
एक्सट्रा पोषण देने वाले सुपरफूड्स (Indian Superfoods)- जिन पोषक तत्वों की जरूरत हमारे शरीर को होती है वो हमें सिर्फ 3 टाइम के खाने से नहीं मिल पाते हैं। इसलिए जरूरत होती है हम कुछ ऐसे सुपरफूड्स का सेवन करें जो हमें एक्सट्रा पोषण (Extra Nutrition) देने के साथ ही इम्युनिटी को भी बूस्ट करें।
खाना दोबारा गर्म करना सेहत के लिहाज से सही नही है। क्योंकि, एक्सपर्ट्स के अनुसार, बार-बार गर्म करने से (Reheating Food) भोजन के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। साथ ही डायजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचता है और कैंसर जैसी बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ जाता है। खासकर, इऩ 5 चीज़ों को कभी भी गर्म करके नहीं खाना (Foods one should Never Reheat) चाहिए, जिनके बारे में हम यहां लिख रहे हैं।
मल्टीग्रेन पास्ता खरीदते समय ध्यान से लेबल पढ़ें और ऐसा ही पास्ता खरीदें जिसमें होल ग्रेन का इस्तेमाल किया गया हो।
बेशक आप कद्दू से नफरत करते हैं लेकिन यह आपकी सेहत से उतना ही प्यार करता है!
सुंदर और आकर्षक बाल चाहिए, तो आज ही से इन चीजों को खाना शुरू कर दें!
इसलिए जरूरी है कि आप nutrients की कमी की वजह से सामने आ रहे लक्षणों को पहचानें. कुछ खास लक्षण हैं, जो बताते हैं कि आप nutrients से भरपूर डाइट नहीं ले रहे.
ग्रेटर मैनचेस्टर में जेनेट स्कोफील्ड नाम की एक महिला को अपनी कैंसर की बीमारी के बारे में पता चला। लेकिन पिज्जा के कारण ही इस महिला को अपने लंग कैंसर के बारे में पता चल पाया।
What is a balanced diet? कैसे शुरू की जाए बैलेंस्ड डाइट?