चीन की तरह दिल्ली में भी कोरोना की नई लहर ला सकता है ये वेरिएंट, दिवाली के आसपास है ज्यादा खतरा
Omicron BF.7 in India: ओमिक्रोन का ये नया वेरिएंट काफी संक्रामक बताया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली और छठ के बीच ये तेजी से फैल सकता है।
Omicron BF.7 in India: ओमिक्रोन का ये नया वेरिएंट काफी संक्रामक बताया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली और छठ के बीच ये तेजी से फैल सकता है।
स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक डेल्टा के समय लोग कोविड से तो ठीक हो गए थे लेकिन बाद में लंबे समय तक उन्हें सांस लेने में कठिनाई होना और थकान होने जैसे लक्षणों की वजह से कोई भी काम करने में मुश्किल महसूस हो रही थी।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि विशेष रूप से एशिया के कुछ हिस्सों में मामले बढ़ रहे हैं, टीकाकरण कवरेज को बढ़ाने और महामारी प्रतिक्रिया उपायों को उठाने में सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है। (WHO on surge in covid cases)
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की चीफ साइंटिस्ट डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि हमें पहले ही पता था कि जानवरों या इंसानों में ऐसे फिर से दुबारा कोरोना के हाइब्रिड केस देखने को मिल सकते है। इसके मल्टीपल सर्कुलेटिंग वेरिएंट्स की आशा पहले से ही की जा रही थी।
एक तरफ जहां दुनिया के सुविधा संपन्न देश कोरोना की मार झेल रहे हैं तो वही दूसरी तरफ भारत कोरोना के खिलाफ मजबूती के साथ सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के अनुसार फिलहाल देश में ओमीक्रोन ही कोरोना वायरस का प्रमुख स्वरूप है और 21 जनवरी 2022 के बाद रोजाना कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
डॉक्टर अमित कहते हैं कि, इस समय स्वास्थ्य क्षेत्र पर बहुत बड़ा बोझ है, इसलिए आपकी एकता इस कठिन समय में कोरोना को हराने में हमारी मदद कर सकती हैं, और कोविड-19 के पूर्व काल की सामान्य स्थिति में वापस लौटने की आशा जीवित रहेगी।
PM Modi Meeting News Today: प्रधानमंत्री मोदी ने आज कोरोना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की और कोरोनावायरस से लड़ने का तरीका बताया।
देश में बढ़ते ओमिक्रोन को लेकर डब्ल्यूएचओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार लोगों को सावधान कर रहा है ऐसे में जरूरत है कि हम कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें।
Conceiving During Pandemic: अगर आप कोरोनावायरस के दौरान प्रेगनेंसी प्लान कर रही हैं तो आपको यह लेख जरूर पढ़ना चाहिए।
सीनियर डॉक्टर का कहना है कि आने वाले समय में भारत के बच्चे भी कोरोना की चपेट (Coronavirus risk in children) में आ सकते हैं.
COVID-19 Omicron Strain: ओमीक्रोन ने अमेरिका की 73 फ़ीसदी लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, करीब 48 राज्यों में ओमीक्रोन के मामले पाए जा चुके हैं।
ओमिक्रोन वेरिएंट सेल्स को काफी आसानी से इफेक्ट कर सकता है। हमारी तेज इम्यूनिटी होने के बावजूद भी यह वायरस शरीर में और अधिक तेजी से फैल सकता है और हमें अधिक बीमार कर सकता है।
Omicron BF.7 in India: ओमिक्रोन का ये नया वेरिएंट काफी संक्रामक बताया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली और छठ के बीच ये तेजी से फैल सकता है।
स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक डेल्टा के समय लोग कोविड से तो ठीक हो गए थे लेकिन बाद में लंबे समय तक उन्हें सांस लेने में कठिनाई होना और थकान होने जैसे लक्षणों की वजह से कोई भी काम करने में मुश्किल महसूस हो रही थी।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि विशेष रूप से एशिया के कुछ हिस्सों में मामले बढ़ रहे हैं, टीकाकरण कवरेज को बढ़ाने और महामारी प्रतिक्रिया उपायों को उठाने में सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है। (WHO on surge in covid cases)
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की चीफ साइंटिस्ट डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि हमें पहले ही पता था कि जानवरों या इंसानों में ऐसे फिर से दुबारा कोरोना के हाइब्रिड केस देखने को मिल सकते है। इसके मल्टीपल सर्कुलेटिंग वेरिएंट्स की आशा पहले से ही की जा रही थी।
एक तरफ जहां दुनिया के सुविधा संपन्न देश कोरोना की मार झेल रहे हैं तो वही दूसरी तरफ भारत कोरोना के खिलाफ मजबूती के साथ सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के अनुसार फिलहाल देश में ओमीक्रोन ही कोरोना वायरस का प्रमुख स्वरूप है और 21 जनवरी 2022 के बाद रोजाना कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
डॉक्टर अमित कहते हैं कि, इस समय स्वास्थ्य क्षेत्र पर बहुत बड़ा बोझ है, इसलिए आपकी एकता इस कठिन समय में कोरोना को हराने में हमारी मदद कर सकती हैं, और कोविड-19 के पूर्व काल की सामान्य स्थिति में वापस लौटने की आशा जीवित रहेगी।
PM Modi Meeting News Today: प्रधानमंत्री मोदी ने आज कोरोना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की और कोरोनावायरस से लड़ने का तरीका बताया।
देश में बढ़ते ओमिक्रोन को लेकर डब्ल्यूएचओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार लोगों को सावधान कर रहा है ऐसे में जरूरत है कि हम कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें।
Conceiving During Pandemic: अगर आप कोरोनावायरस के दौरान प्रेगनेंसी प्लान कर रही हैं तो आपको यह लेख जरूर पढ़ना चाहिए।
सीनियर डॉक्टर का कहना है कि आने वाले समय में भारत के बच्चे भी कोरोना की चपेट (Coronavirus risk in children) में आ सकते हैं.
COVID-19 Omicron Strain: ओमीक्रोन ने अमेरिका की 73 फ़ीसदी लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, करीब 48 राज्यों में ओमीक्रोन के मामले पाए जा चुके हैं।
ओमिक्रोन वेरिएंट सेल्स को काफी आसानी से इफेक्ट कर सकता है। हमारी तेज इम्यूनिटी होने के बावजूद भी यह वायरस शरीर में और अधिक तेजी से फैल सकता है और हमें अधिक बीमार कर सकता है।