पीरियड्स को प्रभावित कर रही है कोरोना वैक्सीन, इस उम्र की लड़कियां हो रही हैं टारगेट
एक स्टडी के अनुसार, टीनएजर लड़कियों में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट देखने को मिले हैं और इनमें पीरियड्स से जुड़ी गड़बड़ियांऔर समस्याएं प्रमुख हैं।
एक स्टडी के अनुसार, टीनएजर लड़कियों में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट देखने को मिले हैं और इनमें पीरियड्स से जुड़ी गड़बड़ियांऔर समस्याएं प्रमुख हैं।
कोरोना वैक्सीन से हुई मौत पे केंद्र ने दिया जवाब।
कोरोना का टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों को ब्लड क्लॉटिंग के साइड एफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में पोस्ट-कोविड वैक्सीनेशन आप कुछ खास लक्षणों पर गौर करके जान सकते हैं कि आपके शरीर में ब्लड क्लॉट्स बन रहे हैं।
अभी तक 5 साल से छोटे बच्चों को वैक्सीनेशन के लिए पात्र नहीं माना गया है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि अब देश में बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स उपलब्ध हो रही है।
यह भारत में 12-17 साल के आयु वर्ग के लिए उपलब्ध होने वाली पहली प्रोटीन बेस्ड कोविड वैक्सीन (protein-based vaccine) होगी।
सीरम इंस्टिट्यूट्स के CEO अदार पूनावाला ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कोवोवैक्स को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिलने की खबर की पुष्टि की।
युवाओं को बधाई देते हुए, मंडाविया ने पोस्ट किया, "हमारे युवा योद्धाओं पर गर्व है! 15-18 आयु वर्ग के 75 प्रतिशत से ज्यादा युवाओं को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है।"
कोवैक्स-19 नामक यह वैक्सीन ईरान में लाखों लोगों को दी जा चुकी है और वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वैक्सीन जानवरों के लिए भी सुरक्षित साबित होगी।
गौरतलब है कि हाल ही में दावा किया गया है कि 5 से 11 साल की उम्र वाले बच्चों के लिए फाइजर की कोविड वैक्सीन किशोर बच्चों या वयस्कों के मुकाबले संक्रामक कोरोना वायरस से कम सुरक्षा प्रदान करती है।
सरकार ने Biological E को Corbevax वैक्सीन की 5 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया है। वैक्सीन का स्टॉक फरवरी अंत तक मिल सकता है। इस वैक्सीन की कीमत 145 रुपये होगी जिसमें सभी टैक्स भी शामिल हैं।
रेगुलेटर्स ने मॉडेरना वैक्सीन को पूरा अप्रूवल दे दिया है। फाइजर 5 साल से ऊपर के बच्चों के लिए अभी तक उपलब्ध है जबकि मोडर्ना 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए अप्रूव्ड है।
डीसीजीआई ने कुछ शर्तों के साथ वयस्क आबादी के उपयोग के लिए कोरोना टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन के लिए रेगुलर मार्केट की मंजूरी दी। इसका मतलब ये नहीं है कि दोनों कोरोना वैक्सीन जल्द ही दवा दुकानों पर मिलने लगेंगी। जानें पहले कहां होंगी ये वैक्सीन उपलब्ध...
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की कोरोनावायरस विषय पर एक्सपर्ट समिति ने 19 जनवरी को कुछ शर्तों के साथ वयस्क आबादी के बीच उपयोग के लिए Covishield और Covaxin को बाजार में उतारने की मंजूरी देने की सिफारिश की।
ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए नोवावैक्स को मंजूरी दे दी है। देश में अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना और फाइजर के बाद अब ये चौथी कोरोना वैक्सीन बन गई है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के डायरेक्टर, एमडी एन्थनी फॉसी ने कहा है कि एफडीए (FDA) 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फाइजर की कोरोना वैक्सीन को अगले महीने अधिकृत कर सकता है।
कुछ पेरेंट्स के मन में बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर कई डर, सवाल हैं जैसे वैक्सीन के साइड एफेक्ट्स क्या होंगे आदि। इन सभी सवालों का जवाब हमें एक बातचीत के दौरान दिया एसएल रहेजा हॉस्पिटल, माहिम-ए फोर्टिस एसोसिएट (मुंबई) की कंसलटेंट नियोनैटोलॉजिस्ट और पीडियाट्रिशियन डॉ. अस्मिता महाजन ने।
उत्तर प्रदेश में सिर्फ तीन दिनों के भीतर तीन लाख से अधिक लोगों को कोविड टीके की बूस्टर डोज मिल चुकी है। वहीं, सिर्फ 9 दिनों में 34 लाख 25 हजार से अधिक किशोरों ने कोरोना की पहली खुराक ले ली है।
एक स्टडी के अनुसार, टीनएजर लड़कियों में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट देखने को मिले हैं और इनमें पीरियड्स से जुड़ी गड़बड़ियांऔर समस्याएं प्रमुख हैं।
अभी तक 5 साल से छोटे बच्चों को वैक्सीनेशन के लिए पात्र नहीं माना गया है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि अब देश में बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स उपलब्ध हो रही है।
यह भारत में 12-17 साल के आयु वर्ग के लिए उपलब्ध होने वाली पहली प्रोटीन बेस्ड कोविड वैक्सीन (protein-based vaccine) होगी।
सीरम इंस्टिट्यूट्स के CEO अदार पूनावाला ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कोवोवैक्स को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिलने की खबर की पुष्टि की।
युवाओं को बधाई देते हुए, मंडाविया ने पोस्ट किया, "हमारे युवा योद्धाओं पर गर्व है! 15-18 आयु वर्ग के 75 प्रतिशत से ज्यादा युवाओं को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है।"
कोवैक्स-19 नामक यह वैक्सीन ईरान में लाखों लोगों को दी जा चुकी है और वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वैक्सीन जानवरों के लिए भी सुरक्षित साबित होगी।
गौरतलब है कि हाल ही में दावा किया गया है कि 5 से 11 साल की उम्र वाले बच्चों के लिए फाइजर की कोविड वैक्सीन किशोर बच्चों या वयस्कों के मुकाबले संक्रामक कोरोना वायरस से कम सुरक्षा प्रदान करती है।
सरकार ने Biological E को Corbevax वैक्सीन की 5 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया है। वैक्सीन का स्टॉक फरवरी अंत तक मिल सकता है। इस वैक्सीन की कीमत 145 रुपये होगी जिसमें सभी टैक्स भी शामिल हैं।
रेगुलेटर्स ने मॉडेरना वैक्सीन को पूरा अप्रूवल दे दिया है। फाइजर 5 साल से ऊपर के बच्चों के लिए अभी तक उपलब्ध है जबकि मोडर्ना 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए अप्रूव्ड है।
डीसीजीआई ने कुछ शर्तों के साथ वयस्क आबादी के उपयोग के लिए कोरोना टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन के लिए रेगुलर मार्केट की मंजूरी दी। इसका मतलब ये नहीं है कि दोनों कोरोना वैक्सीन जल्द ही दवा दुकानों पर मिलने लगेंगी। जानें पहले कहां होंगी ये वैक्सीन उपलब्ध...
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की कोरोनावायरस विषय पर एक्सपर्ट समिति ने 19 जनवरी को कुछ शर्तों के साथ वयस्क आबादी के बीच उपयोग के लिए Covishield और Covaxin को बाजार में उतारने की मंजूरी देने की सिफारिश की।
ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए नोवावैक्स को मंजूरी दे दी है। देश में अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना और फाइजर के बाद अब ये चौथी कोरोना वैक्सीन बन गई है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के डायरेक्टर, एमडी एन्थनी फॉसी ने कहा है कि एफडीए (FDA) 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फाइजर की कोरोना वैक्सीन को अगले महीने अधिकृत कर सकता है।
कुछ पेरेंट्स के मन में बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर कई डर, सवाल हैं जैसे वैक्सीन के साइड एफेक्ट्स क्या होंगे आदि। इन सभी सवालों का जवाब हमें एक बातचीत के दौरान दिया एसएल रहेजा हॉस्पिटल, माहिम-ए फोर्टिस एसोसिएट (मुंबई) की कंसलटेंट नियोनैटोलॉजिस्ट और पीडियाट्रिशियन डॉ. अस्मिता महाजन ने।
उत्तर प्रदेश में सिर्फ तीन दिनों के भीतर तीन लाख से अधिक लोगों को कोविड टीके की बूस्टर डोज मिल चुकी है। वहीं, सिर्फ 9 दिनों में 34 लाख 25 हजार से अधिक किशोरों ने कोरोना की पहली खुराक ले ली है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनिया में मौजूद कोरोनावायरस वैक्सीन्स को ओमिक्रोन वेरिएंट के खिलाफ लगातार सुरक्षा देने के लिए और प्रभावी बनाने की जरूरत है।
फाइजर के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि मार्च में ओमीक्रोन वैरिएंट को टारगेट करने वाला एक कोविड -19 वैक्सीन तैयार होगा।
कोरोना का टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों को ब्लड क्लॉटिंग के साइड एफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में पोस्ट-कोविड वैक्सीनेशन आप कुछ खास लक्षणों पर गौर करके जान सकते हैं कि आपके शरीर में ब्लड क्लॉट्स बन रहे हैं।
देश भर में जहां 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंच गया है, वहीं अब तक बच्चों को वैक्सीन लगनी भी शुरू नहीं हुई है। हालांकि, कई वैक्सीन हैं, जो क्लिनिकल ट्रायल में हैं। जानें, बच्चों के लिए कौन-कौन सी कोविड वैक्सीन जल्द आ सकती है....
कोरोनावायरस का टीका लगाने के बाद लोगों में कई तरह के साइड एफेक्ट्स नजर आ रहे हैंं, जिसमें बुखार, थकान, शरीर दर्द कॉमन है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स ऐसी भी सामने आ रही हैं, जिसमें लोगों को बेहोशी, चक्कर आना जैसे वैक्सीन के साइड एफेक्ट्स नजर आ रहे हैं।
कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं और चाहते हैं कि वैक्सीन का साइड एफेक्ट्स कम हो और इसका पॉजिटिव असर शरीर में अधिक दिखे, तो खानपान में शामिल करें ये फूड्स....
कोरोना के इस संकट में कुछ ऐसी दवाएं हैं जिन्हें कोरोना मरीजों को देकर उनका उपचार किया जा रहा है। आज हम आपको उन 5 दवाओं के नाम बता रहे हैं जिन्हें डॉक्टर कोरोना मरीजों के लिए लिख रहे हैं (Medicines for Corona Patient in hindi)
Corona Vaccine Centre near me in hindi : घर के आस-पास कोरोना वैक्सीन सेंटर (Corona Vaccine Centre) ढूंढ रहे हैं तो आपको बस वॉट्स-ऐप पर एक क्लिक के साथ पूरी जानकारी मिल जाएगी। जानिए स्टेप बाय स्टेप पूरा प्रोसेस।
Corona Vaccine Side Effects on Womens : यूं तो कोरोना के साइड-इफेक्ट सभी पर देखने को मिल रहे हैं लेकिन ये 5 साइड-इफेक्ट सिर्फ महिलाओं पर देखने को मिल रहे हैं। जानिए कौन से हैं ये साइड-इफेक्ट।
Covid Vaccination And Diet: डॉक्टर उमा नायडू (एमडी, हार्वड न्यूट्रीशनल साइकेट्रिस्ट और लेखक) से जानिए कोरोना कवैक्सीन लगवाने के पहले और बाद में कौन से पोषक तत्व हैं जिन्हें हमें हमेशा इस्तेमाल में लाना चाहिए और खाना चाहिए।
भारत में भले ही लोगों को कोरोना वैक्सीन काफी जल्दी-जल्दी मिल रही है लेकिन कई राज्य ऐसे भी हैं जहां कोरोना वैक्सीन का स्टॉक खत्म (Coronavirus vaccine shortages in India) होने वाला है। महाराष्ट्र के कई जिलों में आज से कोरोना वैक्सीन मिलना बंद (Maharashtra shuts vaccination due to corona vaccine shortage) हो गया है।
कोरोना वैक्सीन से हुई मौत पे केंद्र ने दिया जवाब।