Covid-19 Vaccination News: उत्तर प्रदेश में 3 करोड़ से अधिक लोगों ने लगवाया प्रीकॉशन डोज
प्रदेश में प्रीकॉशन डोज लगवाने के लिए भी लोगों में उत्साह पहले जैसा ही है। अगर सबसे ज्यादा सतर्कता डोज की बात करें तो इस मामले में देवरिया जनपद सबसे आगे है।
प्रदेश में प्रीकॉशन डोज लगवाने के लिए भी लोगों में उत्साह पहले जैसा ही है। अगर सबसे ज्यादा सतर्कता डोज की बात करें तो इस मामले में देवरिया जनपद सबसे आगे है।
कोरोना का टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों को ब्लड क्लॉटिंग के साइड एफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में पोस्ट-कोविड वैक्सीनेशन आप कुछ खास लक्षणों पर गौर करके जान सकते हैं कि आपके शरीर में ब्लड क्लॉट्स बन रहे हैं।
Corona Vaccine Update: टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की एक समिति ने शुक्रवार को बैठक के दौरान कोविड-रोधी रूसी वैक्सीन की पहली खुराक को बूस्टर डोज के रूप में देने की सिफारिश की है।
भारत के COVID-19 टीकाकरण कवरेज ने पिछले 24 घंटों में 13 लाख टीकाकरण खुराक के साथ मंगलवार को 185 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार कर लिया है।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की है कि वह देश के लिए प्रस्थान करने से पहले सभी विदेशी यात्रियों के लिए एक निगेटिव कोरोना रिपोर्ट की आवश्यकता को समाप्त कर रही है।
केंद्र सरकार ने वैज्ञानिक के साथ विचार-विमर्श के बाद 12-13 वर्ष और 13-14 वर्ष आयु समूहों के लिए COVID-19 टीकाकरण शुरू करने का निर्णय लिया है। बुधवार सुबह 9 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है।
प्रदेश में 16 मार्च से वृहद अभियान शुरू किया जा रहा है जिसके तहत प्रदेश के इस आयुवर्ग के 1 करोड़ 25 लाख बच्चों को टीके की डोज दी जाएगी।
विश्लेषण से पता चला है कि ओमिक्रॉन के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीजों मे अधिकतर को टीका लग चुका था और इसी वजह से उनमें कोविड संबंधी स्वास्थ्य जटिलताएं कम पाई गई थी।
यह एक ऑब्जर्वेशनल स्टडी है इसलिए इससे अधिक स्पष्ट नतीजे नहीं निकाले जा सकते हैं। इस स्टडी में कुछ खामियां भी पाई जा सकती हैं।
बता दें कि भारत में भी कई एक्सपर्ट्स द्वारा इस बात का खंडन किया जा जा चुका है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन लेने से फर्टिलिटी या पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं नहीं आतीं। वही, इस स्टडी में भी यही बात दोहरायी गयी है। (Covid Vaccination And Periods )
बीएचयू के मुताबिक अध्ययन में पाया गया कि प्रोटोकॉल के अनुसार टीकाकरण कराने वाले व्यक्तियों में संक्रमण के अत्यधिक दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।
मंत्रालय के अनुसार, प्रति दिन औसतन 3.57 लाख की खपत के साथ, यह लाभार्थियों को टीके का उपयोग करने के लिए 30 दिनों से अधिक समय तक बनाए रखेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन के दोनों डोज का प्रभाव 6 महीनों के बाद अपने आप ही खत्म होना शुरू हो जाता है। इसलिए तीसरी डोज इस प्रकार म्युटेट होने वाले वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान करवा सकती है।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, अगले साल 3 जनवरी से 15 से 18 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू होगा। इस टीकाकरण अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे।
Omicron Symptoms: कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों में नजर आते हैं ये 5 लक्षण, भूलकर भी ना करें नजरअंदाज....
स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति ने कोविशील्ड या कोवैक्सिन का टीका लगवाया है, तो उसे उसी वैक्सीन का प्रीकॉशनरी या बूस्टर खुराक का टीका भी लगाया जाएगा।
60 वर्ष से अधिक आयु के वे लोग जो बूस्टर डोज लेना चाहते हैं उन्हें इस सर्टिफिकेट को बनवाना बहुत जरूरी है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने टीकाकरण शिविरों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि 15-18 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू होगा।
प्रदेश में प्रीकॉशन डोज लगवाने के लिए भी लोगों में उत्साह पहले जैसा ही है। अगर सबसे ज्यादा सतर्कता डोज की बात करें तो इस मामले में देवरिया जनपद सबसे आगे है।
Corona Vaccine Update: टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की एक समिति ने शुक्रवार को बैठक के दौरान कोविड-रोधी रूसी वैक्सीन की पहली खुराक को बूस्टर डोज के रूप में देने की सिफारिश की है।
भारत के COVID-19 टीकाकरण कवरेज ने पिछले 24 घंटों में 13 लाख टीकाकरण खुराक के साथ मंगलवार को 185 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार कर लिया है।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की है कि वह देश के लिए प्रस्थान करने से पहले सभी विदेशी यात्रियों के लिए एक निगेटिव कोरोना रिपोर्ट की आवश्यकता को समाप्त कर रही है।
केंद्र सरकार ने वैज्ञानिक के साथ विचार-विमर्श के बाद 12-13 वर्ष और 13-14 वर्ष आयु समूहों के लिए COVID-19 टीकाकरण शुरू करने का निर्णय लिया है। बुधवार सुबह 9 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है।
प्रदेश में 16 मार्च से वृहद अभियान शुरू किया जा रहा है जिसके तहत प्रदेश के इस आयुवर्ग के 1 करोड़ 25 लाख बच्चों को टीके की डोज दी जाएगी।
विश्लेषण से पता चला है कि ओमिक्रॉन के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीजों मे अधिकतर को टीका लग चुका था और इसी वजह से उनमें कोविड संबंधी स्वास्थ्य जटिलताएं कम पाई गई थी।
यह एक ऑब्जर्वेशनल स्टडी है इसलिए इससे अधिक स्पष्ट नतीजे नहीं निकाले जा सकते हैं। इस स्टडी में कुछ खामियां भी पाई जा सकती हैं।
बता दें कि भारत में भी कई एक्सपर्ट्स द्वारा इस बात का खंडन किया जा जा चुका है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन लेने से फर्टिलिटी या पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं नहीं आतीं। वही, इस स्टडी में भी यही बात दोहरायी गयी है। (Covid Vaccination And Periods )
बीएचयू के मुताबिक अध्ययन में पाया गया कि प्रोटोकॉल के अनुसार टीकाकरण कराने वाले व्यक्तियों में संक्रमण के अत्यधिक दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।
मंत्रालय के अनुसार, प्रति दिन औसतन 3.57 लाख की खपत के साथ, यह लाभार्थियों को टीके का उपयोग करने के लिए 30 दिनों से अधिक समय तक बनाए रखेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन के दोनों डोज का प्रभाव 6 महीनों के बाद अपने आप ही खत्म होना शुरू हो जाता है। इसलिए तीसरी डोज इस प्रकार म्युटेट होने वाले वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान करवा सकती है।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, अगले साल 3 जनवरी से 15 से 18 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू होगा। इस टीकाकरण अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे।
Omicron Symptoms: कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों में नजर आते हैं ये 5 लक्षण, भूलकर भी ना करें नजरअंदाज....
स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति ने कोविशील्ड या कोवैक्सिन का टीका लगवाया है, तो उसे उसी वैक्सीन का प्रीकॉशनरी या बूस्टर खुराक का टीका भी लगाया जाएगा।
60 वर्ष से अधिक आयु के वे लोग जो बूस्टर डोज लेना चाहते हैं उन्हें इस सर्टिफिकेट को बनवाना बहुत जरूरी है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने टीकाकरण शिविरों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि 15-18 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू होगा।
Registration For Vaccination For 15 To 18: बच्चों को कोरोनावायरस और ओमीक्रोन वेरिएंट से बचाने के लिए मोदी सरकार ने 15-18 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण 3 जनवरी से करने का ऐलान किया है।
कोरोना का टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों को ब्लड क्लॉटिंग के साइड एफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में पोस्ट-कोविड वैक्सीनेशन आप कुछ खास लक्षणों पर गौर करके जान सकते हैं कि आपके शरीर में ब्लड क्लॉट्स बन रहे हैं।
देश भर में जहां 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंच गया है, वहीं अब तक बच्चों को वैक्सीन लगनी भी शुरू नहीं हुई है। हालांकि, कई वैक्सीन हैं, जो क्लिनिकल ट्रायल में हैं। जानें, बच्चों के लिए कौन-कौन सी कोविड वैक्सीन जल्द आ सकती है....
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