Corona के नए Variant से फिर डरी दुनिया! जानें क्या है पूरा मामला
इस दौरान राज्यों से परीक्षण बढ़ाने, जीनोम सीक्वेंसिंग और Corona Virus के नए वैश्विक वेरिएंट पर कड़ी नजर रखने को कहा.
इस दौरान राज्यों से परीक्षण बढ़ाने, जीनोम सीक्वेंसिंग और Corona Virus के नए वैश्विक वेरिएंट पर कड़ी नजर रखने को कहा.
Covid-19 New Symptoms : कोरोना ने अब अपने तेवर बदल लिए हैं, जिसे देखकर डॉक्टर भी काफी हैरान है। आइए जानते हैं क्या हैं कोरोना के नए लक्षण?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, H3N2 इन्फ्लुएंजा संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है. बता दें, जनवरी महीने से 19 मार्च के बीच 451 मामले H3N2 के दर्ज हुए हैं, जिसके बाद राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर आ गई हैं.
बता दें कि इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, संक्रमण के बाद कोविड के लक्षण दिखने में तकरीबन 5-6 से दिनों का समय लग सकता है।
जो बच्चे 11 से 17 वर्ष की उम्र के हैं, उनमें कोरोना से संक्रमित होने पर कुछ खास लक्षण नजर आ रहे हैं। एक्सपर्ट बता रहे हैं कौन से हैं वे लक्षण....
WHO ने कोविड के बाद की स्थिति के बारे में कहा है, 'सामान्य लक्षणों में थकान, सांस की तकलीफ, संज्ञानात्मक शिथिलता शामिल हैं, लेकिन अन्य और आमतौर पर रोजमर्रा के कामकाज पर प्रभाव पड़ता है।'
एक्सपर्ट कहते हैं कि वैक्सीन लगा चुके लोगों में कोरोना के लक्षण (Symptoms Of Coronavirus) बहुत हल्के दिख सकते हैं और इन्हें अस्पताल में भर्ती होने का रिस्क भी बहुत कम है।
कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में अधिक संख्या में मरीजों में पोस्ट कोविड जटिलताएं नजर आई हैं। लंग फाइब्रोसिस, सांस फूलना और ऑक्सीजन लेवल का कम होना जैसी जटिलताएं आमतौर पर देखी गई हैं। एक्सपर्ट बता रहे हैं कुछ ऐसे ही लॉन्ग कोविड से जुड़ी जटिलताएं और लक्षणों के बारे में यहां...
कई लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं लेकिन वो जांच नहीं करा रहे हैं। सोलन प्रशासन ने कहा है कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति पाया जाता है तो उस पर कानूनी कार्यवाई होगी।
कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन्स की पुष्टि होने के साथ-साथ कोरोना संक्रमण के नये लक्षणों के बारे में भी चर्चा तेज़ हो गयी है। वैज्ञानिकों ने कुछ दिनों पहले ही बताया कि नाक में तेज़ सरसराहट या जलन (Nasal Burning Sensation) भी कोविड संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है।( Covid-19 New Symptom)
कोरोनावायरस की दूसरी लहर उम्रदराज लोगों से ज्यादा युवाओं को संक्रमित कर रही है। इस लहर में कोरोना पॉजिटिव लोगों में कंजक्टिवाइटिस, बैक पेन, डायरिया, शरीर में दर्द और रैशेज जैसे लक्षण (New Signs of COVID Second Wave in hindi) दिख रहे हैं।
फेफड़ों में कोरोनावायरस का पहुंचना बेहद खतरनाक है, क्योंकि यह निमोनिया का कारण बनता है। लोगों में सांस लेने की समस्या शुरू हो जाती है। शरीर का ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है और समय रहते कोरोना मरीज को इलाज ना मिले तो जान भी जा सकती है।
कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने के बाद भी कई मरीज़ों को लम्बे समय तक गंध समझ पाने में दिक्कत होती है। हालांकि, अब कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि यह गंध और स्वाद की खोई हुई शक्ति दोबारा पायी जा सकती है। (Ways to regain Loss of Smell after Covid-19 in Hindi.)
कोरोनावायरस महामारी के समय बुखार, सर्दी-खांसी, गले में खराश को नजरअंदाज करना आपके लिए मसुबीत बन सकता है। गले में खराश (gale me kharash ke gharelu upchar) जैसी समस्या नजर आ रही है, तो इन घरेलू उपायों को आज से ही आजमाना शुरू कर दें।
जो लोग कोरोनावायरस का इलाज कराने के बाद ठीक हो जा रहे हैं, उन्हें भी पोस्ट कोविड के लक्षण नजर आ रहे हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
आयुर्वेदिक चिकित्सा प्राचीन काल से ही महामारी के समय अपना अमूल्य योगदान देती रही है। बहुत पुराने समय में ऐसी कोई भी मेडिकल व्यवस्था (जैसे टीकाकरण, वैक्सीन इत्यादि) नही थी। ऐसे समय में हमारे आयुर्वेद के महान चिकित्सक चरक एवं सुश्रुत ने आयुर्वेद के नियमों का प्रतिपादन करके महामारी से लाखों लोगों को जीवनदान दिया था।
एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर बच्चों को जल्दी संक्रमित करने के साथ ही घातक भी हो सकती है।
बहुत-से लोग ऐसे हैं जिनमें कोरोना संक्रमण होने के बावजूद किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखायी देते। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि, ऐसे लोगों के लिए कोरोना संक्रमण कितना खतरनाक साबित हो सकता है ? (Asymptomatic Covid Patients)
Covid-19 New Symptoms : कोरोना ने अब अपने तेवर बदल लिए हैं, जिसे देखकर डॉक्टर भी काफी हैरान है। आइए जानते हैं क्या हैं कोरोना के नए लक्षण?
बता दें कि इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, संक्रमण के बाद कोविड के लक्षण दिखने में तकरीबन 5-6 से दिनों का समय लग सकता है।
जो बच्चे 11 से 17 वर्ष की उम्र के हैं, उनमें कोरोना से संक्रमित होने पर कुछ खास लक्षण नजर आ रहे हैं। एक्सपर्ट बता रहे हैं कौन से हैं वे लक्षण....
WHO ने कोविड के बाद की स्थिति के बारे में कहा है, 'सामान्य लक्षणों में थकान, सांस की तकलीफ, संज्ञानात्मक शिथिलता शामिल हैं, लेकिन अन्य और आमतौर पर रोजमर्रा के कामकाज पर प्रभाव पड़ता है।'
एक्सपर्ट कहते हैं कि वैक्सीन लगा चुके लोगों में कोरोना के लक्षण (Symptoms Of Coronavirus) बहुत हल्के दिख सकते हैं और इन्हें अस्पताल में भर्ती होने का रिस्क भी बहुत कम है।
कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में अधिक संख्या में मरीजों में पोस्ट कोविड जटिलताएं नजर आई हैं। लंग फाइब्रोसिस, सांस फूलना और ऑक्सीजन लेवल का कम होना जैसी जटिलताएं आमतौर पर देखी गई हैं। एक्सपर्ट बता रहे हैं कुछ ऐसे ही लॉन्ग कोविड से जुड़ी जटिलताएं और लक्षणों के बारे में यहां...
कई लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं लेकिन वो जांच नहीं करा रहे हैं। सोलन प्रशासन ने कहा है कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति पाया जाता है तो उस पर कानूनी कार्यवाई होगी।
कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन्स की पुष्टि होने के साथ-साथ कोरोना संक्रमण के नये लक्षणों के बारे में भी चर्चा तेज़ हो गयी है। वैज्ञानिकों ने कुछ दिनों पहले ही बताया कि नाक में तेज़ सरसराहट या जलन (Nasal Burning Sensation) भी कोविड संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है।( Covid-19 New Symptom)
कोरोनावायरस की दूसरी लहर उम्रदराज लोगों से ज्यादा युवाओं को संक्रमित कर रही है। इस लहर में कोरोना पॉजिटिव लोगों में कंजक्टिवाइटिस, बैक पेन, डायरिया, शरीर में दर्द और रैशेज जैसे लक्षण (New Signs of COVID Second Wave in hindi) दिख रहे हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने के बाद भी कई मरीज़ों को लम्बे समय तक गंध समझ पाने में दिक्कत होती है। हालांकि, अब कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि यह गंध और स्वाद की खोई हुई शक्ति दोबारा पायी जा सकती है। (Ways to regain Loss of Smell after Covid-19 in Hindi.)
आयुर्वेदिक चिकित्सा प्राचीन काल से ही महामारी के समय अपना अमूल्य योगदान देती रही है। बहुत पुराने समय में ऐसी कोई भी मेडिकल व्यवस्था (जैसे टीकाकरण, वैक्सीन इत्यादि) नही थी। ऐसे समय में हमारे आयुर्वेद के महान चिकित्सक चरक एवं सुश्रुत ने आयुर्वेद के नियमों का प्रतिपादन करके महामारी से लाखों लोगों को जीवनदान दिया था।
एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर बच्चों को जल्दी संक्रमित करने के साथ ही घातक भी हो सकती है।
बहुत-से लोग ऐसे हैं जिनमें कोरोना संक्रमण होने के बावजूद किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखायी देते। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि, ऐसे लोगों के लिए कोरोना संक्रमण कितना खतरनाक साबित हो सकता है ? (Asymptomatic Covid Patients)
जरूरी नहीं है कि सिर्फ बुखार और खांसी होने पर ही आपको कोरोना टेस्ट कराना है बल्कि आप ऐसे संकेतों से अनजान हैं, जो कोरोना का कारण बन सकते हैं।
Corona Vaccine For Children: ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी बच्चों को कोरोना वायरस वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए शोध कार्य प्रारंभ कर दिया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के नये लक्षणों का पता चला है। वैज्ञानिकों के अनुसार, कोविड टंग और स्किन रैशेज़ जैसी समस्याएं कोविड-19 संक्रमण का संकेत दे सकती हैं। (New Symptoms of Corona)
एक नयी स्टडी के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण के 2 लक्षण ऐसे हैं, जो मरीज के अस्पताल जाने की संभावना बढ़ा सकते हैं। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि अगर समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर इनका उपचार किया जाए तो लोगों को कोविड-19 संक्रमण के गम्भीर खतरों से बचाया जा सकता है । (Coronavirus Symptoms)
वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले साल भर से दुनियाभर में कोरोना वायरस के व्यवहार में कई बदलाव आए हैं। हाल ही में सामने आयी एक स्टडी में तो यह भी दावा किया गया है कि कोविड-19 संक्रमण की वजह बनने वाला वायरस यानि सार्स कोवि-2 भविष्य में अधिक संक्रामक और खतरनाक बन सकता है। (New Symptoms of Covid)
फेफड़ों में कोरोनावायरस का पहुंचना बेहद खतरनाक है, क्योंकि यह निमोनिया का कारण बनता है। लोगों में सांस लेने की समस्या शुरू हो जाती है। शरीर का ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है और समय रहते कोरोना मरीज को इलाज ना मिले तो जान भी जा सकती है।
कोरोनावायरस महामारी के समय बुखार, सर्दी-खांसी, गले में खराश को नजरअंदाज करना आपके लिए मसुबीत बन सकता है। गले में खराश (gale me kharash ke gharelu upchar) जैसी समस्या नजर आ रही है, तो इन घरेलू उपायों को आज से ही आजमाना शुरू कर दें।
जो लोग कोरोनावायरस का इलाज कराने के बाद ठीक हो जा रहे हैं, उन्हें भी पोस्ट कोविड के लक्षण नजर आ रहे हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
गर आपको हाल ही में कोरोना हुआ (Corona Virus) है तो आपको अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है। आज हम आपको 5 ऐसी टिप्स बता रहे हैं जो कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से हाल ही में रिकवर हुए व्यक्ति को ऑफिस जाने के दौरान अपनानी चाहिए।
इस दौरान राज्यों से परीक्षण बढ़ाने, जीनोम सीक्वेंसिंग और Corona Virus के नए वैश्विक वेरिएंट पर कड़ी नजर रखने को कहा.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, H3N2 इन्फ्लुएंजा संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है. बता दें, जनवरी महीने से 19 मार्च के बीच 451 मामले H3N2 के दर्ज हुए हैं, जिसके बाद राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर आ गई हैं.