महिलाओं का बढ़ता मोटापा हार्ट अटैक को देता है दावत, इन बीमारियों का भी रहता है खतरा
Obesity in Women : महिलाओं में मोटापा कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। मुख्य रूप से इससे हार्ट संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
Obesity in Women : महिलाओं में मोटापा कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। मुख्य रूप से इससे हार्ट संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
Heart Diseases In Kids: अगर आपका बच्चा हर छोटी काम को करने में थक जाता है। उसकी सांस फूलने लगती है तो उसका हार्ट चेकअप जरूर करवाएं।
दिल के आकार में परिवर्तन या दिल में छेद की समस्या को जन्मजात हृदय विकार (Congenital Heart Disease) कहा जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार, जन्मजात हृदय विकार (Congenital Heart Disease) बच्चों में जन्म से ही होता है।
एएलसीएपीए दिल की जन्मजात बीमारी है, जिसमें कार्डियक मसल्स (दिल की मांसपेशियां) को ब्लड सप्लाई (खून की आपूर्ति) करने वाली बाईं कोरोनरी आर्टरी आर्योटा की बजाय पल्मोनरी आर्टरी से जुड़ी होती है। इस वजह से दिल की बाईं ओर की मांसपेशियों (कार्डियक मसल्स) को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और इस हिस्से में बिना ऑक्सीजन वाला खून ही पहुंचता है।
बच्ची में एक प्रकार की जन्मजात दिल की बीमारी सुप्राकार्डियक टीएपीवीडी पाई गई, जिसमें फेफड़ों (पल्मोनरी वेन) से आने वाला खून दिल के पीछे एक कॉमन चैम्बर में आता है। इस वजह से फेफड़ों से आने वाले खून दिल तक नहीं पहुंच पाता।
मो के दिल का साइज इतना बढ़ गया था कि यह छाती की हड्डी स्टर्नम के नीचे आ चुका था। स्टर्नम को खोलने के लिए हमने इलेक्ट्रिक साॅ का इस्तेमाल किया। इसमें जोखिम बहुत अधिक था क्योंकि दिल का आकार बड़ा होने के कारण उसे नुकसान पहुंच सकता था।
Obesity in Women : महिलाओं में मोटापा कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। मुख्य रूप से इससे हार्ट संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
दिल के आकार में परिवर्तन या दिल में छेद की समस्या को जन्मजात हृदय विकार (Congenital Heart Disease) कहा जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार, जन्मजात हृदय विकार (Congenital Heart Disease) बच्चों में जन्म से ही होता है।
एएलसीएपीए दिल की जन्मजात बीमारी है, जिसमें कार्डियक मसल्स (दिल की मांसपेशियां) को ब्लड सप्लाई (खून की आपूर्ति) करने वाली बाईं कोरोनरी आर्टरी आर्योटा की बजाय पल्मोनरी आर्टरी से जुड़ी होती है। इस वजह से दिल की बाईं ओर की मांसपेशियों (कार्डियक मसल्स) को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और इस हिस्से में बिना ऑक्सीजन वाला खून ही पहुंचता है।
बच्ची में एक प्रकार की जन्मजात दिल की बीमारी सुप्राकार्डियक टीएपीवीडी पाई गई, जिसमें फेफड़ों (पल्मोनरी वेन) से आने वाला खून दिल के पीछे एक कॉमन चैम्बर में आता है। इस वजह से फेफड़ों से आने वाले खून दिल तक नहीं पहुंच पाता।
मो के दिल का साइज इतना बढ़ गया था कि यह छाती की हड्डी स्टर्नम के नीचे आ चुका था। स्टर्नम को खोलने के लिए हमने इलेक्ट्रिक साॅ का इस्तेमाल किया। इसमें जोखिम बहुत अधिक था क्योंकि दिल का आकार बड़ा होने के कारण उसे नुकसान पहुंच सकता था।
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