ब्रेस्टफीड कराने से शिशुओं की इम्यूनिटी होती है बूस्ट, बार-बार होने वाली बीमारियों के खतरे से रहते हैं दूर
Breastfeeding : शिशुओं को ब्रेस्टफीडिंग कराने से कई तरह के लाभ हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसके लाभ क्या हैं?
Breastfeeding : शिशुओं को ब्रेस्टफीडिंग कराने से कई तरह के लाभ हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसके लाभ क्या हैं?
ब्रेस्टफीडिंग कराने से शिशुओं का स्वास्थ्य अच्छा होता है, इससे तमाम बीमारियां शिशुओं से दूर रहती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेस्टफीडिंग करान से महिलाओं को भी बहुत से लाभ होते हैं। कई स्टडी में इस बात का खुलासा भी हुआ है। आइए जानते हैं-
कई महिलाएं इस डर से ब्रेस्टफीडिंग (World Breastfeeding Week) कराना बंद कर देती हैं कि कहीं फीडिंग कराने से उनके ब्रेस्ट का आकार खराब ना हो जाए या फिर कहीं उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो जाए। अगर आपको भी इस बात का डर है, तो घबराएं नहीं आज हम आपको इस लेख के जरिए कुछ उपाय बताएंगे, जिससे आपके ब्रेस्ट का आकार सही रहेगा।
मां का दूध नवजात का पहला आहार है, जिस पर उसका संपूर्ण विकास निर्भर करता है। मां के दूध से बच्चे की मांसपेशियों का निर्माण होता है, लेकिन कुछ मामलों में बच्चों को मिल्क पाउडर या पाउडर वाला दूध पिलाया जाता है। क्या मिल्क पाउडर का कोई नुकसान (Milk Powder Side Effects) भी होता है?
शुरुआत में बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग कराई जाती है, जिससे उन्हें ब्रेस्ट से दूध पीने की आदत हो जाती है। वहीं, जब उन्हें प्लास्टिक का बोतल दिया जाता है, तो उन्हें बोतल का स्पर्श बहुत ही अलग लगता है।
स्तनपान कराने से बच्चों में ब्लड कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है। इसके साथ ही स्तनपान से शिशु की बौद्धिक क्षमता का भी विकास होता है।
नींद आपके बच्चे के व्यक्तित्व और सोने के पैटर्न पर निर्भर करती है। अगर आपका बच्चा पर्याप्त स्तनपान कर रहा है, तो वह अच्छी तरह सोएगा।
क्या आप अपने बच्चे को अपना दूध पिलाती हैं, और क्या आपने भी सुन रखी हैं ब्रेस्टफीड से जुड़ी कुछ अजीब बातें? पढ़ें यह आर्टिकल
मां का दूध जब बच्चा पर्याप्त रूप से पीता है, तो उसे एलर्जी, गैस, कब्ज आदि की समस्याएं नहीं होती हैं।
ब्रेस्टफीडिंग कराने से शिशुओं का स्वास्थ्य अच्छा होता है, इससे तमाम बीमारियां शिशुओं से दूर रहती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेस्टफीडिंग करान से महिलाओं को भी बहुत से लाभ होते हैं। कई स्टडी में इस बात का खुलासा भी हुआ है। आइए जानते हैं-
कई महिलाएं इस डर से ब्रेस्टफीडिंग (World Breastfeeding Week) कराना बंद कर देती हैं कि कहीं फीडिंग कराने से उनके ब्रेस्ट का आकार खराब ना हो जाए या फिर कहीं उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो जाए। अगर आपको भी इस बात का डर है, तो घबराएं नहीं आज हम आपको इस लेख के जरिए कुछ उपाय बताएंगे, जिससे आपके ब्रेस्ट का आकार सही रहेगा।
मां का दूध नवजात का पहला आहार है, जिस पर उसका संपूर्ण विकास निर्भर करता है। मां के दूध से बच्चे की मांसपेशियों का निर्माण होता है, लेकिन कुछ मामलों में बच्चों को मिल्क पाउडर या पाउडर वाला दूध पिलाया जाता है। क्या मिल्क पाउडर का कोई नुकसान (Milk Powder Side Effects) भी होता है?
शुरुआत में बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग कराई जाती है, जिससे उन्हें ब्रेस्ट से दूध पीने की आदत हो जाती है। वहीं, जब उन्हें प्लास्टिक का बोतल दिया जाता है, तो उन्हें बोतल का स्पर्श बहुत ही अलग लगता है।
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