Breast Cancer Awareness Month 2022: इन 5 स्टेप्स से जानें आपको ब्रेस्ट कैंसर है या नहीं
Breast Cancer Awareness Month 2022: ब्रेस्ट कैंसर एक बीमारी है जिसमें स्तनों की कोशिकाएं बिना किसी रोक के बढ़ने लगती हैं।
Breast Cancer Awareness Month 2022: ब्रेस्ट कैंसर एक बीमारी है जिसमें स्तनों की कोशिकाएं बिना किसी रोक के बढ़ने लगती हैं।
कैंसर के इस रूप ने सर्वाइकल कैंसर को भी पीछे छोड़ दिया है। आज महिलाओं के सभी प्रकार के कैंसर में से 30% मामले ब्रेस्ट कैंसर के हैं। भारत में प्रति 100,000 महिलाओं में से 40 में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलता है और 50% से अधिक रोगी बीमारी के एडवांस स्टेज में निदान के लिए आते हैं।
कोरोना महामारी के कारण हॉस्पिटल जाने के डर की वजह से ऐसी महिलाओं की संख्या बढ़ी है, जो ब्रेस्ट कैंसर के एडवांस स्टेज तक पहुंचने के बाद अस्पताल पहुंच रही हैं। विशेषज्ञ के अनुसार, स्तन कैंसर के दर्ज किए गए तकरीबन 50% मामलों में महिलाओं की उम्र 35 से 50 वर्ष है।
ब्रेस्ट कैंसर के इस प्रकार के बारे में अभी लोगों को बहुत अधिक जानकारी नहीं है। खासकर, 40 साल से कम उम्र की महिलाओं में इस प्रकार के कैंसर के होने की संभावना बहुत ज़्यादा होती है।
Breast Cancer Awareness Month 2021: ब्रेस्ट कैंसर को लेकर लोगों के मन में तमाम तरह की भ्रांतियां होती हैं. इस लेख में जानिए ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े मिथ और फैक्ट्स क्या हैं।
आमतौर से युवतियां अपने मामले में स्तन कैंसर (Breast Cancer) या अन्य किसी रोग की जांच को जरूरी नहीं समझती हैं। उन्हें लगता है कि ये रोग आमतौर पर प्रौढ़ उम्र की महिलाओं को ही घेरते हैं। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है, स्तन कैंसर कम उम्र की महिलाओं को भी हो सकते हैं, समय रहते इसका निदान होने पर जीवन बचाए जा सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है, जिससे हर साल लाखों महिलाएं पीड़ित होती हैं. यहां हम आपको ब्रेस्ट कैंसर के कारण और इससे बचने के उपाय बता रहे हैं.
शोधकर्ताओं ने 1990 से 2014 के बीच के समय के डाटा के आधार भारतीय और पाकिस्तानी महिलाओं में यह शोध किया है। अमेरिका में रटगर्स विश्वविद्यालय से लेखक जया एम सतगोपन ने कहा कि हमारे परिणाम भारतीय और पाकिस्तानी महिलाओं में स्तन कैंसर के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं, कई परिकल्पनाओं का सुझाव देते हुए भविष्य के वैज्ञानिक अध्ययनों को जोखिम कारकों को बेहतर ढंग से समझने के लिए मार्गदर्शन करते हैं।
स्ट कैंसर की समस्या जितनी बड़ी है, उतनी ही बड़ी समस्या है इस बीमारी से जुड़ी हुई झूठी बातें और मिथक, जिन्हें लोग कई बार सच मान लेते हैं। इन मिथकों पर विश्वास करने से कई बार स्थिति बहुत अधिक गम्भीर हो जाती है और महिलाओं के स्वास्थ्य को बहुत अधिक नुकसान भी हो जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही मिथकों के बारे में, और जानते हैं क्या है सच और क्या है झूठ:
भारत में हर 22 में से 1 शहरी महिला को ब्रेस्ट कैंसर है। स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में हर साल करीब 10 प्रतिशत का इजाफा हो रहा है। जिसके मुख्य कारणों में शरीर में प्रजनन वरीयताओं और हार्मोनल असंतुलन जिम्मेदार हैं। डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, हर साल स्तन कैंसर के लगभग 1.38 मिलियन नए मामले सामने आ रहे हैं और 458,000 मौतें हो रही हैं।
ब्रेस्ट कैंसर एक शारीरिक रोग है जो महिलाओं के साथ ही पुरुषों को भी हो सकता है। हालांकि स्तन कैंसर महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है लेकिन पुरुष भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। 400 में से 1 पुरुष को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है। यह कैंसर पुरुषों के स्तन के सेल्स में बनता है। बता दें कि जन्म के साथ से ही महिला और पुरुष दोनों के ब्रेस्ट में सेल्स होती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ये ब्रेस्ट सेल्स ज्यादा होती है। लेकिन इस कैंसर सेल्स से शुरू होता है इसलिए इसका खतरा दोनों को होता है। अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर मंथ के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इस मौके पर आज हम आपको पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके बता रहे हैं।
अक्टूबर महीना 'ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ' (Breast Cancer Awareness Month) के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। 2006 में अक्टूबर महीने को 'ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ' घोषित किया गया था। विश्वभर में महिलाओं में होने वाला कॉमन कैंसर है ब्रेस्ट कैंसर। यदि आप स्तन कैंसर से बचना चाहती हैं, तो अपने ब्रेस्ट की देखभाल करने के लिए फॉलो करें ये 5 जरूरी टिप्स...
WHO के अनुसार, हर साल स्तन कैंसर से लगभग 1.38 मिलियन नए मामले और 458 000 मौतें होती हैं। आंकडे बताते हैं कि भारत में हर 4 मिनट में एक महिला ब्रेस्ट कैंसर की जांच कराती है, जबकि हर 13 मिनट में 1 महिला की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण होती है। स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में अब तक का सबसे आम कैंसर है। जब किसी शरीर में ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत होती है तो इसके लक्षण भी जरूर दिखते हैं।
''ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ'' पर जानें, कुछ ऐसे फूड्स के बारे में, जिनके अधिक सेवन से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
कुछ शोधों में यह पाया गया है कि महिलाएं अगर लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोली का सेवन करती हैं, तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर की संभावना कई गुना अधिक होती है. कुछ शोध में तो यह भी सामने आया है कि बर्थ कंट्रोल इंजेक्शन या गर्भ निरोधक गोलियों के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर की संभावना पचास प्रतिशत तक बढ़ जाती है.
किशोरावस्था में फलों और सब्जियों के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा लगभग 25-30 प्रतिशत तक कम हो जाता है। यदि आप चाहती हैं कि आपको कभी भी ब्रेस्ट कैंसर जैसी घातक बीमारी ना हो, तो कुछ फूड्स को हर दिन अपने खानपान में शामिल करना शुरू कर दें।
हमारे देश में पिछले साल तक लगभग 1,62,468 ब्रेस्ट कैंसर के नए मामले दर्ज हुए। जबकि इनमें भी 87,090 की मृत्यु ब्रेस्ट कैंसर से हुई।
गायिका बियॉन्से नोल्स (Beyoncé Knowles) के पिता मैथ्यू नोल्स ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि वह ब्रेस्ट कैंसर से ग्रस्त हैं। जानें, क्या है मेल ब्रेस्ट कैंसर, इसके कारण, लक्षण और साइड एफेक्ट्स।
Breast Cancer Awareness Month 2022: ब्रेस्ट कैंसर एक बीमारी है जिसमें स्तनों की कोशिकाएं बिना किसी रोक के बढ़ने लगती हैं।
कैंसर के इस रूप ने सर्वाइकल कैंसर को भी पीछे छोड़ दिया है। आज महिलाओं के सभी प्रकार के कैंसर में से 30% मामले ब्रेस्ट कैंसर के हैं। भारत में प्रति 100,000 महिलाओं में से 40 में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलता है और 50% से अधिक रोगी बीमारी के एडवांस स्टेज में निदान के लिए आते हैं।
कोरोना महामारी के कारण हॉस्पिटल जाने के डर की वजह से ऐसी महिलाओं की संख्या बढ़ी है, जो ब्रेस्ट कैंसर के एडवांस स्टेज तक पहुंचने के बाद अस्पताल पहुंच रही हैं। विशेषज्ञ के अनुसार, स्तन कैंसर के दर्ज किए गए तकरीबन 50% मामलों में महिलाओं की उम्र 35 से 50 वर्ष है।
ब्रेस्ट कैंसर के इस प्रकार के बारे में अभी लोगों को बहुत अधिक जानकारी नहीं है। खासकर, 40 साल से कम उम्र की महिलाओं में इस प्रकार के कैंसर के होने की संभावना बहुत ज़्यादा होती है।
Breast Cancer Awareness Month 2021: ब्रेस्ट कैंसर को लेकर लोगों के मन में तमाम तरह की भ्रांतियां होती हैं. इस लेख में जानिए ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े मिथ और फैक्ट्स क्या हैं।
आमतौर से युवतियां अपने मामले में स्तन कैंसर (Breast Cancer) या अन्य किसी रोग की जांच को जरूरी नहीं समझती हैं। उन्हें लगता है कि ये रोग आमतौर पर प्रौढ़ उम्र की महिलाओं को ही घेरते हैं। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है, स्तन कैंसर कम उम्र की महिलाओं को भी हो सकते हैं, समय रहते इसका निदान होने पर जीवन बचाए जा सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है, जिससे हर साल लाखों महिलाएं पीड़ित होती हैं. यहां हम आपको ब्रेस्ट कैंसर के कारण और इससे बचने के उपाय बता रहे हैं.
शोधकर्ताओं ने 1990 से 2014 के बीच के समय के डाटा के आधार भारतीय और पाकिस्तानी महिलाओं में यह शोध किया है। अमेरिका में रटगर्स विश्वविद्यालय से लेखक जया एम सतगोपन ने कहा कि हमारे परिणाम भारतीय और पाकिस्तानी महिलाओं में स्तन कैंसर के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं, कई परिकल्पनाओं का सुझाव देते हुए भविष्य के वैज्ञानिक अध्ययनों को जोखिम कारकों को बेहतर ढंग से समझने के लिए मार्गदर्शन करते हैं।
स्ट कैंसर की समस्या जितनी बड़ी है, उतनी ही बड़ी समस्या है इस बीमारी से जुड़ी हुई झूठी बातें और मिथक, जिन्हें लोग कई बार सच मान लेते हैं। इन मिथकों पर विश्वास करने से कई बार स्थिति बहुत अधिक गम्भीर हो जाती है और महिलाओं के स्वास्थ्य को बहुत अधिक नुकसान भी हो जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही मिथकों के बारे में, और जानते हैं क्या है सच और क्या है झूठ:
भारत में हर 22 में से 1 शहरी महिला को ब्रेस्ट कैंसर है। स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में हर साल करीब 10 प्रतिशत का इजाफा हो रहा है। जिसके मुख्य कारणों में शरीर में प्रजनन वरीयताओं और हार्मोनल असंतुलन जिम्मेदार हैं। डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, हर साल स्तन कैंसर के लगभग 1.38 मिलियन नए मामले सामने आ रहे हैं और 458,000 मौतें हो रही हैं।
ब्रेस्ट कैंसर एक शारीरिक रोग है जो महिलाओं के साथ ही पुरुषों को भी हो सकता है। हालांकि स्तन कैंसर महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है लेकिन पुरुष भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। 400 में से 1 पुरुष को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है। यह कैंसर पुरुषों के स्तन के सेल्स में बनता है। बता दें कि जन्म के साथ से ही महिला और पुरुष दोनों के ब्रेस्ट में सेल्स होती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ये ब्रेस्ट सेल्स ज्यादा होती है। लेकिन इस कैंसर सेल्स से शुरू होता है इसलिए इसका खतरा दोनों को होता है। अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर मंथ के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इस मौके पर आज हम आपको पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके बता रहे हैं।
अक्टूबर महीना 'ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ' (Breast Cancer Awareness Month) के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। 2006 में अक्टूबर महीने को 'ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ' घोषित किया गया था। विश्वभर में महिलाओं में होने वाला कॉमन कैंसर है ब्रेस्ट कैंसर। यदि आप स्तन कैंसर से बचना चाहती हैं, तो अपने ब्रेस्ट की देखभाल करने के लिए फॉलो करें ये 5 जरूरी टिप्स...
WHO के अनुसार, हर साल स्तन कैंसर से लगभग 1.38 मिलियन नए मामले और 458 000 मौतें होती हैं। आंकडे बताते हैं कि भारत में हर 4 मिनट में एक महिला ब्रेस्ट कैंसर की जांच कराती है, जबकि हर 13 मिनट में 1 महिला की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण होती है। स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में अब तक का सबसे आम कैंसर है। जब किसी शरीर में ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत होती है तो इसके लक्षण भी जरूर दिखते हैं।
''ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ'' पर जानें, कुछ ऐसे फूड्स के बारे में, जिनके अधिक सेवन से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
कुछ शोधों में यह पाया गया है कि महिलाएं अगर लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोली का सेवन करती हैं, तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर की संभावना कई गुना अधिक होती है. कुछ शोध में तो यह भी सामने आया है कि बर्थ कंट्रोल इंजेक्शन या गर्भ निरोधक गोलियों के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर की संभावना पचास प्रतिशत तक बढ़ जाती है.
किशोरावस्था में फलों और सब्जियों के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा लगभग 25-30 प्रतिशत तक कम हो जाता है। यदि आप चाहती हैं कि आपको कभी भी ब्रेस्ट कैंसर जैसी घातक बीमारी ना हो, तो कुछ फूड्स को हर दिन अपने खानपान में शामिल करना शुरू कर दें।
हमारे देश में पिछले साल तक लगभग 1,62,468 ब्रेस्ट कैंसर के नए मामले दर्ज हुए। जबकि इनमें भी 87,090 की मृत्यु ब्रेस्ट कैंसर से हुई।
गायिका बियॉन्से नोल्स (Beyoncé Knowles) के पिता मैथ्यू नोल्स ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि वह ब्रेस्ट कैंसर से ग्रस्त हैं। जानें, क्या है मेल ब्रेस्ट कैंसर, इसके कारण, लक्षण और साइड एफेक्ट्स।
ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ 2018 : बचना है ब्रेस्ट कैंसर से, तो अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपचार
अक्तूबर को दुनियाभर में ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है।
आपकी नौकरी डाल सकती है आपको ब्रेस्ट कैंसर के खतरे में!