शुगर लेवल को कम करती हैं ये 3 घरेलू जड़ी बूटियां, एक्सपर्ट ने बताया शुगर का देसी इलाज
शुगर का देसी इलाज: रसोई में मौजूद कुछ बेहतरीन जड़ी-बूटियों की मदद से आयुर्वेद आपको डायबिटीज रोकने और मैनेज करने में मदद कर सकता है।
शुगर का देसी इलाज: रसोई में मौजूद कुछ बेहतरीन जड़ी-बूटियों की मदद से आयुर्वेद आपको डायबिटीज रोकने और मैनेज करने में मदद कर सकता है।
ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज, पीसीओएस, कोलेस्ट्रॉल, थायराइड और अधिक मीठा खाने की शिकायत है के लिए मुखवास एक रामबाण उपाय है।
आयुर्वेद के अनुसार, कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन डायबिटीज के मरीजों को नहीं करना चाहिए इससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
टाइप टू डायबिटीज में अगर ब्लड शुगर को नियंत्रित ना रखा जाए तो वह आपके लिए जानलेवा भी हो सकता है इसलिए जरूरी है कि आप अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें।
नीम की पत्तियां चबाने और इनका जूस पीने से रक्त में ग्लूकोज़ की मात्रा कम होती है। लेकिन, नीम के साथ अलग-अलग हर्ब्स को मिलाकर सेवन करने से फायदे बढ़ जाते हैं। यहां पढ़ें डायबिटीज में नीम के सेवन का एक ऐसा ही तरीका। (Neem-Giloy Juice for Diabetes Control)
Flax Seed Ladoo With Jaggery: अलसी के लड्डू (Alsi Ke Laddu) एक सुपर हेल्दी, हाई प्रोटीन से भरपूर एनर्जी बॉल्स हैं, जिनका सेवन आपका वजन कम करने में सहायक है। जानिए कैसे
भाग्यश्री स्वास्थ्य से जुड़े हेल्दी टिप्स को अक्सर साझा करती रहती हैं। इस बार उन्होंने इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने के लिए कुछ टिप्स साझा किया है।
वर्ल्ड डायबिटीज़ डे: नियमित मॉनिटरिंग और स्वास्थ्य जटिलताओं को दूर रखने के लिए ब्लड शुगर लेवल को संभालने पर जागरूकता बढ़ाई जानी चाहिए।
डायबिटीज डाइट में पसंद किए जाने वाले कई खाद्य और पेय पदार्थों में अब ग्रीन टी और कॉफी को भी एक हेल्दी विकल्प माना जा रहा है। हाल ही में एक शोध के नतीजे इसे समर्थन करते हैं और अगर इस शोध पर भरोसा किया जाए तो ग्रीन टी और कॉफी की पर्याप्त मात्रा पीने से डायबिटीज रोगियों की उम्र बढ़ सकती है ।
टाइप-2 डायबिटीज, शुगर की वह समस्या है, जो व्यक्ति को खराब लाइफस्टाइल के कारण होती है। डायबिटीज को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन सही लाइफस्टाइल (Type-2 Diabetes) अपनाकर आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
टाइप-2 डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जाए, तो आप बहुत हद तक दूसरी शारीरिक समस्याओं से बचे रह सकते हैं। गिलोय हर्ब के सेवन से आप टाइप-2 डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
अतिरिक्त शर्करा एवं ऊर्जा (कैलोरी) को शारीरिक श्रम द्वारा अर्थात् व्यायाम से पचाया जा सकता है, इसीलिए व्यायाम आवश्यक है। इससे चयापचय क्रिया में सुधार होता है तथा शर्करा का पाचन होता है।
डायबिटीज के मरीजों को चोट लगने से परहेज करना चाहिए अन्यथा घाव जल्दी ठीक नहीं होता है और कई बार तो पस बनने लगती है और इंसान के अंग को काटना पढ़ता है।
नियमित तौर पर कैल्शियम का सेवन करने से न सिर्फ डायबिटीज का खतरा कम होता है बल्कि यह रोग हो जाने पर कैल्शियम उससे मुकाबला करने में भी शरीर को सक्षम बनाता है।
शुगर का देसी इलाज: रसोई में मौजूद कुछ बेहतरीन जड़ी-बूटियों की मदद से आयुर्वेद आपको डायबिटीज रोकने और मैनेज करने में मदद कर सकता है।
ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज, पीसीओएस, कोलेस्ट्रॉल, थायराइड और अधिक मीठा खाने की शिकायत है के लिए मुखवास एक रामबाण उपाय है।
आयुर्वेद के अनुसार, कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन डायबिटीज के मरीजों को नहीं करना चाहिए इससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
नीम की पत्तियां चबाने और इनका जूस पीने से रक्त में ग्लूकोज़ की मात्रा कम होती है। लेकिन, नीम के साथ अलग-अलग हर्ब्स को मिलाकर सेवन करने से फायदे बढ़ जाते हैं। यहां पढ़ें डायबिटीज में नीम के सेवन का एक ऐसा ही तरीका। (Neem-Giloy Juice for Diabetes Control)
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भाग्यश्री स्वास्थ्य से जुड़े हेल्दी टिप्स को अक्सर साझा करती रहती हैं। इस बार उन्होंने इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने के लिए कुछ टिप्स साझा किया है।
वर्ल्ड डायबिटीज़ डे: नियमित मॉनिटरिंग और स्वास्थ्य जटिलताओं को दूर रखने के लिए ब्लड शुगर लेवल को संभालने पर जागरूकता बढ़ाई जानी चाहिए।
डायबिटीज डाइट में पसंद किए जाने वाले कई खाद्य और पेय पदार्थों में अब ग्रीन टी और कॉफी को भी एक हेल्दी विकल्प माना जा रहा है। हाल ही में एक शोध के नतीजे इसे समर्थन करते हैं और अगर इस शोध पर भरोसा किया जाए तो ग्रीन टी और कॉफी की पर्याप्त मात्रा पीने से डायबिटीज रोगियों की उम्र बढ़ सकती है ।
टाइप-2 डायबिटीज, शुगर की वह समस्या है, जो व्यक्ति को खराब लाइफस्टाइल के कारण होती है। डायबिटीज को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन सही लाइफस्टाइल (Type-2 Diabetes) अपनाकर आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
टाइप-2 डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जाए, तो आप बहुत हद तक दूसरी शारीरिक समस्याओं से बचे रह सकते हैं। गिलोय हर्ब के सेवन से आप टाइप-2 डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
अतिरिक्त शर्करा एवं ऊर्जा (कैलोरी) को शारीरिक श्रम द्वारा अर्थात् व्यायाम से पचाया जा सकता है, इसीलिए व्यायाम आवश्यक है। इससे चयापचय क्रिया में सुधार होता है तथा शर्करा का पाचन होता है।
डायबिटीज के मरीजों को चोट लगने से परहेज करना चाहिए अन्यथा घाव जल्दी ठीक नहीं होता है और कई बार तो पस बनने लगती है और इंसान के अंग को काटना पढ़ता है।
नियमित तौर पर कैल्शियम का सेवन करने से न सिर्फ डायबिटीज का खतरा कम होता है बल्कि यह रोग हो जाने पर कैल्शियम उससे मुकाबला करने में भी शरीर को सक्षम बनाता है।
टाइप टू डायबिटीज में अगर ब्लड शुगर को नियंत्रित ना रखा जाए तो वह आपके लिए जानलेवा भी हो सकता है इसलिए जरूरी है कि आप अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें।