शरीर के हर एक दर्द की दवा है मसाज पोठली, जानें क्या है ये और इसके फायदे
Potli Massage: मसाज पोटली की मदद से शरीर में होने वाली हर एक परेशानी को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
Potli Massage: मसाज पोटली की मदद से शरीर में होने वाली हर एक परेशानी को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
प्राचीन भारतीय ऋषियों ने मानव स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए, जीवन को स्वस्थ रखने के लिए विशिष्ठ चिकित्सा पद्धति तैयार की जिसे पंचकर्म थेरेपी (Panchakarma Therapy) के नाम से जाना जाता है। चरक संहिता सूत्र 30/26 में कहा गया है- स्वस्थस्य स्वास्थ्य रक्षणं, आतुरस्य विकार प्रशमनं। अर्थात आयुर्वेद शास्त्र का उद्देश्य एक स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ रखना और किसी व्यक्ति में होने वाली बीमारियों (मन, शरीर या दोनों) को ठीक करना है।
आयुर्वेद के अनुसार, यदि आप अच्छी नींद लेते हैं, तो शरीर को कोशिकाओं की मरम्मत या निर्माण करने का मौका मिलता है, यह प्रतिरक्षा को मजबूत बनाने में मदद करता है।
यदि सिरदर्द स्ट्रेस एंजायटी जैसी परेशानियों से जूझ रहे हैं तो कान की मसाज करें। आज हम आपको एक काम की बात बताने जा रहे हैं। अगर आप इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो कानों की रोजाना मालिश इसमें काफी कारगर साबित हो सकती है। जानिए कैसे।
पेट पर मालिश करने का भी अलग तरीका होता है, जिससे आपको लाभ मिले. पहले आप पीठ के बल लेट जाएं. इसके बाद हाथों में थोड़ा तेल लेकर तीन मिनट तक मालिश करें.
एंटी एजिंग का राज क्या है जापानी महिलाओं का इस बात को अगर आप जान जाएं तो आप भी उसे जरूर अपनाएंगे। जापानी महिलाएं अपने चेहरे की चमक के लिए एक खास तरीके के मसाज का इस्तेमाल करती हैं।
कई बार पॉल्यूशन, तेज़ धूप, नींद की कमी, सही खानपान न होने के कारण भी त्वचा की रंगत खो जाती है। ऐसे में त्वचा की देखभाल बेहद ज़रूरी है।
Potli Massage: मसाज पोटली की मदद से शरीर में होने वाली हर एक परेशानी को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
प्राचीन भारतीय ऋषियों ने मानव स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए, जीवन को स्वस्थ रखने के लिए विशिष्ठ चिकित्सा पद्धति तैयार की जिसे पंचकर्म थेरेपी (Panchakarma Therapy) के नाम से जाना जाता है। चरक संहिता सूत्र 30/26 में कहा गया है- स्वस्थस्य स्वास्थ्य रक्षणं, आतुरस्य विकार प्रशमनं। अर्थात आयुर्वेद शास्त्र का उद्देश्य एक स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ रखना और किसी व्यक्ति में होने वाली बीमारियों (मन, शरीर या दोनों) को ठीक करना है।
आयुर्वेद के अनुसार, यदि आप अच्छी नींद लेते हैं, तो शरीर को कोशिकाओं की मरम्मत या निर्माण करने का मौका मिलता है, यह प्रतिरक्षा को मजबूत बनाने में मदद करता है।
यदि सिरदर्द स्ट्रेस एंजायटी जैसी परेशानियों से जूझ रहे हैं तो कान की मसाज करें। आज हम आपको एक काम की बात बताने जा रहे हैं। अगर आप इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो कानों की रोजाना मालिश इसमें काफी कारगर साबित हो सकती है। जानिए कैसे।
एंटी एजिंग का राज क्या है जापानी महिलाओं का इस बात को अगर आप जान जाएं तो आप भी उसे जरूर अपनाएंगे। जापानी महिलाएं अपने चेहरे की चमक के लिए एक खास तरीके के मसाज का इस्तेमाल करती हैं।
कई बार पॉल्यूशन, तेज़ धूप, नींद की कमी, सही खानपान न होने के कारण भी त्वचा की रंगत खो जाती है। ऐसे में त्वचा की देखभाल बेहद ज़रूरी है।
पेट पर मालिश करने का भी अलग तरीका होता है, जिससे आपको लाभ मिले. पहले आप पीठ के बल लेट जाएं. इसके बाद हाथों में थोड़ा तेल लेकर तीन मिनट तक मालिश करें.