बॉलीवुड अभिनेता फरदीन खान कोविड पॉजिटिव, लेकिन नहीं दिखे संक्रमण के कोई लक्षण
फरदीन खान ने कहा है कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव भले आयी है लेकिन, उनमें कोविड संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है।
फरदीन खान ने कहा है कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव भले आयी है लेकिन, उनमें कोविड संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है।
दुनियाभर के देशों में बच्चों में कोरोना वायरस का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका और यूरोपीय देशों में लाखों बच्चे संक्रमित हुए हैं.
एक नए अध्ययन के अनुसार, तीन किशोरों में आत्मघाती विचार पैरानोइया (paranoia) जैसा भय' और भ्रम की पहचान की गई है। इन तीनों किशोरों में हल्के या बिना लक्षण वाला कोरोनावायरस संक्रमण हुआ था।
अब आप कोविसेल्फ (COVISELF) किट के द्वारा घर पर ही अपना कोरोना टेस्ट (Corona test at home) कर सकते हैं। टेस्ट के रिजल्ट के लिए आपको My Lab Coviself एप डाउनलोड करना होगा।
अब कोरोना मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) नहीं दी जाएगी। इसके अलावा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychlroquine), इवरमेक्टिन (Ivermectin), एजिथ्रोमाइसिन (Azithromycin) और डॉक्सीसाइक्लिन (Doxycycline) जैसी कई दवाएं भी कोरोना मरीजों (Corona Medicines) को नहीं दी जाएंगी।
प्लांट में परियोजना के तहत यहां लिक्विड नाइट्रोजन लिक्विड ऑक्सीजन, इंडस्ट्रीयल और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके प्रतिदिन की क्षमता 1100 से 1500 सिलेंडर की होगी।
बहुत-से लोग ऐसे हैं जिनमें कोरोना संक्रमण होने के बावजूद किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखायी देते। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि, ऐसे लोगों के लिए कोरोना संक्रमण कितना खतरनाक साबित हो सकता है ? (Asymptomatic Covid Patients)
अगर आप सोच रहे हैं कि कोरोना सिर्फ खांसने या फिर छींकने से फैल सकता है तो आप बिल्कुल गलत हैं। अध्ययन में खुलासा हुआ है कि आपके सिर्फ एक-दूसरे के बात करने से कोरोना फैल सकता है।
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया वी.जी. सोमानी ने गुरुवार को इस बात का संकेत दिया कि भारत में नए साल में कोविड-19 का टीका आ सकता है।
कोरोनावायरस के कुछ ऐसे मरीज भी हैं, जो थोड़ा सा इलाज करवाकर या फिर बिना इलाज के इस खतरनाक बीमारी से अपने आप ठीक हो रहे हैं। वहीं, कई लोगों के लिए कोरोनावायरस जानलेवा भी साबित हो रहा है। कोरोना के लक्षणों में इतना व्यापक अंतर देखकर दुनियाभर के वैज्ञानिक काफी हैरान हैं। हालांकि, एक नए अध्ययन में इसके कारणों का (Covid-19 New Research ) खुलासा हुआ है।
जिन लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण नहीं दिख रहे हैं लेकिन रिपोर्ट पॉजीटिव है वह खुद को भाग्यशाली मान रहे हैं क्योंकि उन्हें न तो आक्रामक उपचार से गुजरना पड़ रहा है और न ही अस्पतालों में एडमिट होना पड़ रहा है। लेकिन ऐसे लोगों को ज्यादा खतरा है।
फरदीन खान ने कहा है कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव भले आयी है लेकिन, उनमें कोविड संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है।
दुनियाभर के देशों में बच्चों में कोरोना वायरस का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका और यूरोपीय देशों में लाखों बच्चे संक्रमित हुए हैं.
एक नए अध्ययन के अनुसार, तीन किशोरों में आत्मघाती विचार पैरानोइया (paranoia) जैसा भय' और भ्रम की पहचान की गई है। इन तीनों किशोरों में हल्के या बिना लक्षण वाला कोरोनावायरस संक्रमण हुआ था।
अब आप कोविसेल्फ (COVISELF) किट के द्वारा घर पर ही अपना कोरोना टेस्ट (Corona test at home) कर सकते हैं। टेस्ट के रिजल्ट के लिए आपको My Lab Coviself एप डाउनलोड करना होगा।
प्लांट में परियोजना के तहत यहां लिक्विड नाइट्रोजन लिक्विड ऑक्सीजन, इंडस्ट्रीयल और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके प्रतिदिन की क्षमता 1100 से 1500 सिलेंडर की होगी।
बहुत-से लोग ऐसे हैं जिनमें कोरोना संक्रमण होने के बावजूद किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखायी देते। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि, ऐसे लोगों के लिए कोरोना संक्रमण कितना खतरनाक साबित हो सकता है ? (Asymptomatic Covid Patients)
अगर आप सोच रहे हैं कि कोरोना सिर्फ खांसने या फिर छींकने से फैल सकता है तो आप बिल्कुल गलत हैं। अध्ययन में खुलासा हुआ है कि आपके सिर्फ एक-दूसरे के बात करने से कोरोना फैल सकता है।
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया वी.जी. सोमानी ने गुरुवार को इस बात का संकेत दिया कि भारत में नए साल में कोविड-19 का टीका आ सकता है।
कोरोनावायरस के कुछ ऐसे मरीज भी हैं, जो थोड़ा सा इलाज करवाकर या फिर बिना इलाज के इस खतरनाक बीमारी से अपने आप ठीक हो रहे हैं। वहीं, कई लोगों के लिए कोरोनावायरस जानलेवा भी साबित हो रहा है। कोरोना के लक्षणों में इतना व्यापक अंतर देखकर दुनियाभर के वैज्ञानिक काफी हैरान हैं। हालांकि, एक नए अध्ययन में इसके कारणों का (Covid-19 New Research ) खुलासा हुआ है।
जिन लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण नहीं दिख रहे हैं लेकिन रिपोर्ट पॉजीटिव है वह खुद को भाग्यशाली मान रहे हैं क्योंकि उन्हें न तो आक्रामक उपचार से गुजरना पड़ रहा है और न ही अस्पतालों में एडमिट होना पड़ रहा है। लेकिन ऐसे लोगों को ज्यादा खतरा है।
अब कोरोना मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) नहीं दी जाएगी। इसके अलावा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychlroquine), इवरमेक्टिन (Ivermectin), एजिथ्रोमाइसिन (Azithromycin) और डॉक्सीसाइक्लिन (Doxycycline) जैसी कई दवाएं भी कोरोना मरीजों (Corona Medicines) को नहीं दी जाएंगी।