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World Red Cross Day 2020: आज (8 मई) को पूरी दुनिया में ‘वर्ल्ड रेड क्रॉस डे’ (World Red Cross Day 2020) मनाया जाता है। वर्ल्ड रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट डे (world red cross and red crescent day 2020) को मानवीय गतिविधियों (humanitarian activities) को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर में रेड क्रॉस (आईसीआरसी) की अंतर्राष्ट्रीय समिति और राष्ट्रीय समितियों के सदस्यों से द्वारा मनाया जाता है। इस दिन रेड क्रॉस सोसाइटी के सिद्धांतों को ध्यान में रखा जाता है।
वर्ल्ड रेड क्रॉस डे (World Red Cross Day 2020) के दौरान मान्यता प्राप्त सात मूलभूत सिद्धांत निष्पक्षता (impartiality), मानवता (humanity), स्वतंत्रता (independence), तटस्थता (neutrality), स्वैच्छिक (voluntary), विश्वव्यापकता (universality) और एकता (Unity) हैं। इन सभी सिद्धांतों को मुख्य रूप से ध्यान में रखते हुए काम किया जाता है। यह दिन रेड क्रॉस संगठनों के सभी वर्गों द्वारा बाढ़, भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों की मदद करने और उनके जीवन को आपात स्थिति से बचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन एनीमिया (anemia) और ब्लड डोनेशन अवेयरनेस प्रोग्राम भी आयोजित किए जाते हैं।
‘रेड क्रॉस’ और इंटरनेशनल कमीटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC) के संस्थापक हेनरी ड्यूनैंट (Henry Dunant) के जन्मदिन के अवसर पर यह दिन मनाया जाता है। 'वर्ल्ड रेड क्रॉस डे' मनाने का मुख्य उद्देश्य ‘इंटरनेशनल रेड क्रॉस और रेड क्रेसेंट मूवमेंट’ के सिद्धांतों को बढ़ावा देना है। यह दिन ‘इंटरनेशनल रेड क्रॉस सोसायटी’ के वॉलंटियर और उनके काम को समर्पित होता है। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य प्राकृतिक आपदा या युद्ध की स्थिति में फंसे लोगों की मदद कर, उन्हें इससे बाहर निकालना और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों की मदद करना है।
हर साल इस दिवस को एक खास थीम के तहत सेलिब्रेट किया जाता है, ताकि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके। आज के दिन दुनिया भर में कई ऐसे प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं, जिनके जरिए लोगों की मदद की जाती है। पिछले वर्ष ‘वर्ल्ड रेड क्रॉस डे’ का थीम ‘#लव' (#love) था।
जानें, सुरक्षित रक्तदान का महत्व
रेड क्रॉस डे की शुरुआत प्रथम विश्व युद्ध (World War I) के बाद रेड क्रॉस के 14वें इंटरनेशनल कांफ्रेंस में की गई थी। इंटरनेशनल कमिशन द्वारा इसे शुरू किया गया था। रेड क्रॉस के सिद्धांतों को मान्यता 15वें इंटरनेशनल कांफ्रेंस में वर्ष 1934 में मिली, जिसके बाद इसे दुनियाभर में लागू किया गया। ‘इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ द रेड क्रॉस सोसाइटी’ (IFRC) ने ‘लीग ऑफ द रेड क्रॉस सोसायटीज से हर वर्ष इसे मनाए जाने की मांग की।
इसके दो वर्ष बाद ‘वर्ल्ड रेड क्रॉस डे’ मनाने की शुरुआत हुई। पहला ‘वर्ल्ड रेड क्रॉस डे’ 8 मई 1948 को सेलिब्रेट किया गया। उसके बाद 1984 में आधिकारिक रूप से इस दिवस का नाम ‘वर्ल्ड रेड क्रॉस डे (World Red Cross day) और 'रेड क्रेसेंट डे’ (Red Crescent Day) रखा गया। भारत में इसकी स्थापना 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के अनुसार की गई। दुनिया के लगभग 210 देश रेड क्रॉस सोसाइटी से जुड़े हुए हैं।
विश्व रेड क्रॉस दिवस 2019: क्यों मनाया जाता है रेड क्रॉस डे, जानें इसका इतिहास और उद्देश्य
रेड क्रॉस सोसाइटी का मुख्य फोकस ब्लड एकत्र (Blood Collect) करना है। ऐसे कई तरीके हैं, जिनके माध्यम से लोगों को रेड क्रॉस का समर्थन करने और रक्त दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। रेड क्रॉस प्राथमिक चिकित्सा (first aid), आपातकालीन प्रतिक्रिया (emergency response), स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल (health and social care), शरणार्थी सेवाएं (refugee services) प्रदान करने और लापता परिवारों को खोजने में लोगों की मदद करता है।
इसके अलावा युद्ध के समय रेड क्रॉस शस्त्र संघर्ष (armed conflict) में भी लोगों की रक्षा करने में मदद करता है। यह सोसायटी आपातकालीन स्थिति जैसे युद्ध और प्राकृतिक आपदा में लोगों की मदद करती है। वर्ल्ड रेड क्रॉस आत्म-जागरूकता को भी बढ़ावा देता है और युवाओं को उन तकनीकों और तरीकों के बारे में जानने के लिए प्रेरित करता है, जो हमारी पीढ़ी के साथ-साथ अगली पीढ़ी के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए आवश्यक हैं।