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अनुवादक: Mousumi Dutta
भारतीय मानसिकता के अनुसार माँ बनना और नहीं बनना महिला के ऊपर निर्भर करता है लेकिन जब आप प्रेगनेंट होने के लिए प्लानिंग बना रहे हैं तो आपके पति के शुक्राणु या स्पर्म भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। प्लानिंग के दौरान शायद आप फर्टाइल पीरियड देख कर ही सेक्स कर रहे हैं, ओव्युलेशन को ट्रैक कर रहे होंगे, किताबें या साइट वैगरह सर्च करके इन्फॉर्मेशन ले रहें होंगे। लेकिन इन सबके बीच स्पर्म अपने अलग ही प्लानिंग को लेकर हैं। क्या आप जानते हैं कि स्पर्म की क्वालिटी पर- उम्र के प्रभाव, धूम्रपान, इलेक्ट्रोमैगनेटिक वेभ्स एक्सपोज़र, बहुत ज्यादा सेक्स करने पर भी बुरा असर पड़ता है।
कुछ अध्ययनों के अनुसार जो पुरूष महीने में कम-से-कम चार बार इजाक्यूएट करता है उसके शुक्राणुओं की क्वालिटी बेहतर होती है। साथ ही एक दूसरे अध्ययन से ये साबित हुआ है कि एक ही पार्टनर से सेक्स करने पर उनका स्पर्म क्वालिटी गिरता है और वे कम कामोत्तेजित होते हैं।
शायद आप ये नहीं जानते कि वीर्य और शुक्राणुओं के क्वालिटी के गिरने के कई कारण हो सकते हैं। सेक्स करते वक्त वीर्य की क्वालिटी पार्टनर के सौन्दर्यता और उसके उम्र पर निर्भर करता है। इसलिए जब कोई पुरूष बार-बार एक ही पार्टनर से सेक्स करता है तो उसके स्पर्म और सीमन की क्वालिटी गिरने लगती हैं। लेकिन जब वही पुरूष दूसरे पार्टनर से सेक्स करता है तो स्पर्म दूसरे अंडाणु से मिलन के लिए और ज्यादा एक्टिव हो जाता है।
आपको क्या करना चाहिए?
इसके लिए अपने पार्टनर के शारीरिक बदलाव को दोष न दें। क्योंकि बच्चे के प्लानिंग में दोनों ही समान रूप से प्रयास कर रहे हैं। इसलिए सेक्स लाइफ से बोर होने के जगह पर आपको इनको और ज्यादा एक्टिव और क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए इन टिप्स को अपनाने की कोशिश करनी चाहिए-
चित्र स्रोत: Shutterstock
संदर्भ-
Koukounas E, Over R. Changes in the magnitude of the eyeblink startle response during habituation of sexual arousal. Behav Res Ther. 2000 Jun;38(6):573-84.PubMed PMID: 10846806.