बहुत से लोग मानते हैं कि ओरल सेक्स सेफ है और यह एसटीडी फैलने से रोकता है। लेकिन सच तो यह है कि ओरल सेक्स के दौरान भी एसटीडी फैलने का खतरा है। ओरल सेक्स सेक्स के माध्यम से आपको अलग-अलग तरह की सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिज़िजेज का खतरा बढ़ सकता है- जैसे सिफलिस, दाद, गोनोरिया, और ह्यूमन पपिलोमावायरस (एचपीवी) या शक्तिशाली एचआईवी। हम आपको यहां डराने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि सावधानी के तौर पर, ओरल सेक्स के दौरान भी प्रोटेक्शन इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं। जब ओरल सेक्स पुरुष को मिल रहा हो तो उन्हें कंडोम पहनना चाहिए ताकि महिला पार्टनर को एसटीडी न हो जाए।
आम तौर पर, एसटीडी संक्रमण वैजाइनल फ्लूइड, स्पर्म या खून जैसे शारीरिक तरल पदार्थों के ज़रिए फैलता है। हालांकि ओरल सेक्स में वैजाइनल या अनल पेनिट्रेशन नहीं होता, इसीलिए लोगों को लगता है कि यह एसटीडी ट्रांसमिट करने का जोखिम कम करता है। लेकिन अगर रिसीवर एसटीडी से पीड़ित है और एक्टिव पार्टनर के शरीर पर कट, तकलीफ या मुंह में कैविटी है तो एसटीडी फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
अपने आप को एसटीडी से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है ओरल सेक्स के दौरान डेंटल डैम का इस्तेमाल करना। अगर आप कई लोगों के साथ सेक्स कर चुके हैं या करते हैं, तो आपके लिए यह बहुत ज़रूरी है कि आप डेंटल डैम का इस्तेमाल करें।
एक डेंटल डैम, एक फीमेल कंडोम की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है जो ओरल सेक्स के दौरान एक अड़चन डालने का काम करता है। यह एक पतला, रबर का चौकोर टुकड़ा है, जिसे ओरल सेक्स के दौरान लेबिया या एनस पर रखा जा सकता है। ज़्यादातर डेंटल डैम पतले लेटेक्स रबर से बने होते हैं; हालांकि, ऐसे लोग जिन्हें लेटेक्स से एलर्जी है उनके लिए सिलिकॉन से बने डेंटल डैम भी बाज़ार में उपलब्ध हैं।
यह सामग्री 18 + साल के लिए उपयुक्त है। इसके अभिभावक के मार्गदर्शन की सलाह जरूरी है। अगर आपकी उम्र 18 वर्ष से कम है तो इस पेज पर न आएं। *शर्ते व नियम लागू।
प्रस्तुत प्रतिकृति (इमेज) मूल वर्णन पर आधारित कल्पित प्रतिरूप है।
Read This in English.
चित्रस्रोत:Shutterstock Images.
Follow us on