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पुल आउट शब्द बाहर खींचने की क्रिया को दर्शाता है। इसका मतलब है कि जब आप सेक्स कर रहे है तो अपने पेनिस को वीर्य उत्सर्जन से पहले वेजाइना से बाहर निकाल लें। जिससे आपके शुक्राणु वेजाइना में ना जा सके। इससे महिलाओं को गर्भधारण करने का डर नहीं रहता। आप गर्भाधारण की संभावना को पूरी तरह से खत्म कर सकें। यह भी पढ़ें – क्या थकान से राहत दिलाता है सेक्स ?
जरूर रखें ध्यान
पुल आउट विधि का उपयोग करते वक्त ध्यान रखना चाहिए कि आपके वीर्य की एक बूंद भी योनि में न जा पाए। क्योंकि इस एक बूंद में उपस्थित शुक्राणु गर्भधारण के लिए पर्याप्त होते हैं। यह भी पढ़ें – क्या समलैंगिकों को ज्यादा होता है एड्स का खतरा ?
क्या पुल आउट मेथड सच में काम करती है?
यदि हम इसे 100 फीसदी सही और सुरक्षित माने तो यह पूर्ण रुप से गलत है। लेंकिन यह गर्भ ठहरने को रोकने का सबसे प्रभावी और पुराना तरीका है। विड्रॉल विधि में भी अन्य गर्भनिरोधक की तरह सफल और असफल होने की संभावना बनी रहती है। इस का उपयोग करने वाले लोगों में अध्ययन से पता चला है कि 20% लोग इसमें असफल हो कर गर्भ धारण कर लेते है। फिर भी बहुत से लोगों द्वारा इसका उपयोग किया जा रहा है।
ऐसे अपनाएं इसे - इस विधि का उपयोग कर हम गर्भ रुकने की संभावना को कम कर सकते है। लेंकिन यह तब संभव है जब व्यक्ति इजेकुलेशन से पहले अपने पेनिस को बाहर खींचले। ऐसा उसे संभोग करते समय हर बार करना होता है। व्यक्ति को यह भी चाहिए कि उसका वीर्य महिला यौनि में न जा पाए।
पुल आउट मेथड को सफल और प्रभावी बनाने के लिए आप दूसरे गर्भ निरोधक जैसे कि कंड़ोम, पिल्ल आदि का उपयोग करना चाहिए। यह आपके द्वारा यौन संबंधों में होने वाली गलतियों की संभावना को कम करते है।