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सेक्‍स की उम्र में 80 फीसदी लोग होते हैं इस वायरस के शिकार, जानें इससे बचाव के टिप्‍स

सेक्‍स की उम्र में 80 फीसदी लोग होते हैं इस वायरस के शिकार, जानें इससे बचाव के टिप्‍स
जो लोग भी सेक्‍स करते हैं, उनमें एचपीवी (HPV) के होने की संभावना हो सकती है। यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है और इस वायरस के शरीर में पहुंच जाने के बाद भी कुछ खास लक्षण दिखाई नहीं पड़ते हैं। इसलिए जरूरी है कि इस वायरस के बारे में पहले ही जान लें। ©Shutterstock.

ह्यूमन पेपिलोमा वायरस के कारण शरीर के अलग-अलग हिस्सों में मस्से हो जाते हैं। इन अंगों के आधार पर ही इन मस्सों की पहचान होती है। जैसे जिनाइटल वॉर्ट्स या  कॉमन वॉर्ट्स।

Written by Editorial Team |Updated : September 12, 2019 3:17 PM IST

अगर आपके शरीर के कुछ खास हिस्‍सों में मस्‍से यानी वॉर्ट्स हो रहे हैं, तो इन्‍हें हल्‍के में न लें। यह एचपीवी यानी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (Human papillomavirus) (HPV) के लक्षण भी हो सकते हैं। यह एक खतरनाक वायसर है। जो सेक्‍स सक्रियता की उम्र में हमला करता है। इसे एचपीवी यानी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस कहतेे हैं ।

खतरनाक है आंकड़ा

यह एक तरह का छद्मी वायरस होता है, क्‍योंकि कई बार इसका पता ही नहीं चल पाता। सेक्स सक्रियता की उम्र में ज्‍यादातर लोग यानी अस्‍सी फीसदी लोग इसकी चपेट में आते हैं। इसलिए ह्यूमन पेपिलोमा वायरस से कैसे बचा जाए, इस बात की जानकारी होना बहुत जरूरी है। यह  वायरस सिर्फ सेक्‍स ही नहीं, बल्कि ओरल सेक्‍स के जरिए भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। कंडोम ठीक से न लगा हो, तब भी यह एक से दूसरे शरीर में जा सकता है।

एचपीवी के लक्षण

  • यह वायरस कई बार अदृश्‍य रहता है। जबकि सेक्‍स सक्रियता की उम्र में यह किसी को भी हो सकता है।
  • इसमें शरीर के अलग-अलग हिस्‍सों में वॉट्र्स बन जाते हैं। इन अंगों के आधार पर ही इन मस्‍सों की पहचान होती है। जैसे जिनाइटल वॉर्ट्स या  कॉमन वॉर्ट्स। इनमें तलवे का मस्सा और फ्लैट वॉर्ट्स भी शामिल है।

इन लोगों में ज्यादा होता है एचपीवी का जोखिम

-यह वायरस इतना खतरनाक है कि इससे कैंसर भी हो सकता है। पुरुषों में उम्र बढ़ने के साथ इसका खतरा भी बढ़ जाता है।

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- ज्‍यादा पार्टनर रखने वाले लोगों मे यह ज्‍यादा होता है।

-जो लोग ज्‍यादा शराब पीते हैं, उनमें भी इसका जोखिम रहता है।

- वे भी इससे प्रभावित हो सकते हैं, जिनकी इम्‍यूनिटी कमजोर होती है।

एचपीवी से बचाव के टिप्‍स 

न रखें मल्‍टीपल पार्टनर्स 

इससे बचने का सबसे अच्‍छा तरीका है कि  अपने पार्टनर्स की संख्‍या सीमित रखें। एक से अधिक लोगों से सेक्‍स संबंध न बनाएं। ऐसा करने से इस संक्रमण के खतरे को काफी कम किया जा सकता है।

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महिलाओं को करवाना चाहिए टेस्‍ट

एक्सपर्ट का सुझाव है कि महिलाओं को इस वायरस से बचने के लिए  टेस्ट करवाते रहना चाहिए। वरना उनमें गर्भाशय कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यदि गर्भाशय में असामान्य कोशिकाएं पनप रही हैं और इस बात का पता चलने पर इलाज किया जा सकता है।

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कर सकते हैं यह भी उपाय 

एचपीवी संक्रमण के कारण शरीर में अन्य कैंसर होने का भी खतरा रहता है। इनमें मुंह, गला और पुरुष जननांग कैंसर शामिल हैं। अक्सर देखा जाता है कि लक्षण के पता न चलने पर ये कैंसर हो जाते हैं। अगर यौनांग में गांठें हो गई हैं तो उन पर क्रीम, मलहम आदि लगाकर ठीक किया जा सकता है। युवाओं के लिए एचपीवी वायरस से बचने का टीका उपलब्ध है। यह टीका उन्‍‍‍‍‍हें लगवाना चाहिए।