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क्‍या कम उम्र में संबंध बनाने से हो सकते हैं जेनिटल वार्ट्स ?

क्‍या कम उम्र में संबंध बनाने से हो सकते हैं जेनिटल वार्ट्स ?
जननांग मस्से जेनिटल वार्ट्स यौन संक्रामक रोग है, यह किसी भी उम्र में पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित कर सकता हैं। असुरक्षित यौन संबंध जननांग मस्सों के लिए सबसे बड़ा जोखिम कारक है। © Shutterstock

जननांग मस्से जेनिटल वार्ट्स यौन संक्रामक रोग है, यह किसी भी उम्र में पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित कर सकता हैं। असुरक्षित यौन संबंध जननांग मस्सों के लिए सबसे बड़ा जोखिम कारक है।

Written by Editorial Team |Published : November 3, 2018 9:00 PM IST

जननांग मस्से यानी जेनिटल वार्ट्स यौन संक्रामक रोग है, यह किसी भी उम्र में पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित कर सकता हैं। असुरक्षित यौन संबंध जननांग मस्सों के लिए सबसे बड़ा जोखिम कारक है। यह रोग HPV संक्रमण के परिणाम स्वरूप होता है। किसी भी प्रकार के लक्षणों के बिना HPV संक्रमण होना संभव है। जननांग मस्से अक्सर HPV संक्रमण के लगभग 3 महीने बाद ही दिखाई दे सकते हैं। यह भी पढ़़े़ें- जानें क्‍या है पुलआउट मेथड, जो बचाता है अनचाही प्रेगनेंसी से

ये पड़ता है असर

जननांग में मस्से महिलाओं की गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर होने का खतरा बढ़ा देते हैं, तथा पुरुषों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। अतः जननांग मस्सों से बचने के लिए HPV के प्रति सतर्कता रखनी बहुत जरूरी है। यह भी पढेें - बड़ी उम्र की महिलाओं से संबंध बनाने वाले पुरुषों को नहीं पसंद आती छोटी लड़कियां, जानें क्‍यों

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जननांग मस्से एचपीवी यानी ह्यूमन पेपिलोमावायरस के कारण होने वाली सबसे सामान्य यौन संक्रमित बीमारी है। जननांग मस्से पुरुषों और महिलाओं दोनों में जननांग क्षेत्र और गुदा क्षेत्र  में पाए जाने वाले मांस रंग या भूरे रंग के दाने या मस्से होते हैं। जेनिटल वार्ट्स (Genital Warts) मुख्य रूप से किसी भी पुरुष के अंडकोश की थैली (स्क्रोटम), गुदा और लिंग तथा किसी महिला की योनि, गर्भाशय ग्रीवा, प्रजनन नलिका या गुदा (anus) आदि अंगों के आसपास के क्षेत्रों को प्रभावित कर सकते हैं।

जननांग मस्सों को यौन संक्रमित रोग वेनेरियल वार्ट्स या कंडिलोमाटा एसिमिनटा  के रूप में भी जाना जाता है। ह्यूमन पेपिलोमावायरस जननांग मस्सों का कारण बनता है। यह भी पढ़ें – मर्द को भी होता है दर्द, जानें कौन सी हैं वे बातें जिनसे पुरुष होते हैं आहत

ये होते हैं लक्षण 

गुप्तांग के मस्से खुजली, दर्द और असुविधा का कारण बन सकते हैं। ज्यादातर मामलों में ये महिलाओं के लिए बहुत जोखिम दायक हो सकते हैं।

जननांग मस्सों से संक्रमित व्यक्ति, संक्रमण के कई महीनों के बाद लक्षणों को विकसित कर सकता है। जननांग मस्सों को सामान्यता मानव आंखों से देख पाना मुश्किल होता हैं। वे बहुत छोटे त्वचा पर उभार के रूप में या मांस रंग के दाने के रूप में दिखाई देते हैं। अन्य मामलों में इनके शीर्ष फूलगोभी जैसे दिख सकते हैं तथा स्पर्श करने पर चिकने या थोड़े खुरदुरे महसूस हो सकते हैं। यद्यपि जननांग मस्से दर्द रहित हैं, लेकिन वे स्थान, आकार के कारण परेशानी में डाल सकते हैं।

सौ से ज्‍यादा प्रकार का है ये वायरस

अभी तक 100 से अधिक एचपीवी प्रकार के वायरस की पहचान की गई है, इनमें से 40 प्रकार के वायरस में जननांग क्षेत्र को संक्रमित करने की क्षमता पाई जाती है।

एचपीवी वायरस त्वचा संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक अत्यधिक तेजी से संक्रमित हो सकता है। यही कारण है कि इसे यौन संक्रमित बीमारी माना जाता है।

ये हो सकते हैं कारण

इसके अतिरिक्त असुरक्षित यौन संबंध बनाने से भी जननांग मस्सों की बीमारी को ग्रहण किया जा सकता है।

किसी भी प्रोटेक्शन के उपयोग के बिना यौन संपर्क बनाने के कारण।

गर्भ निरोधक गोलियां लेने से।

एक से अधिक पार्टनर होने के कारण।

कम उम्र में यौन संबंध बनाने से भी यह समस्‍या हो सकती है।

ह्यूमन पेपिलोमावायरस  संक्रमित कोशिकाओं की संरचना में बदलाव कर, अनेक प्रकार की जटिलताओं का कारण बन सकता है।