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कंडोम (benefits of condoms) सेफ सेक्स का सबसे आसान और बेहतर तरीका है। इसका सेहत पर कोई नुकसान भी नहीं होता है। ज्यादातर पुरुष इसका इस्तेमाल करते हैं, ताकि असमय गर्भधारण करने से अपनी पार्टनर को बचाया जा सके। कंडोम के कारण शुक्राणुओं का प्रवेश अंडकोष में नहीं हो पाता है, जिससे महिला गर्भधारण करने से बची रहती है। कंडोम का इस्तेमाल करने से आप यौन समस्याओं और यौन संक्रमण से भी बचे रहते हैं। महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए कंडोम उपलब्ध हैं। हालांकि, एक बार में कोई एक ही कंडोम का इस्तेमाल कर सकता है। वैसे, आज भी महिलाओं द्वारा कंडोम (Female condoms) का इस्तेमाल बहुत कम ही किया जाता है। जानें, कंडोम के फायदे (benefits of condoms) क्या हैं...
मेल कंडोम प्लास्टिक कवर की तरह होता है। यह काफी पतला होता है। इसे पुरुष सेक्स के दौरान अपने लिंग (penis) पर पहनते हैं। माना जाता है कि मेल कंडोम से 15 फीसदी तक गर्भधारण का खतरा होता है।
फीमेल कंडोम भी मेल कंडोम (एक प्लास्टिक कवर) जैसा ही होता है, जिसे महिलाएं शारीरिक संबंध बनाने से पहले योनि के भीतर डालती हैं। इसे सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए सेक्स करने से आठ घंटे पहले ही करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से आपके गर्भवती होने का खतरा लगभग 21 प्रतिशत तक ही रहता है।
क्या कंडोम के प्रयोग से एचआईवी का खतरा सच में टल जाता है ?
विदेशों में तो इसका खूब इस्तेमाल करती हैं महिलाएं। अब यह भारत में भी उपलब्ध है। फीमेल कंडोम पूरी सुरक्षा प्रदान करता है। महिलाओं को सुरक्षित यौन संबंध बनाने में मदद करता है। इससे आप स्ट्रॉन्ग बनती हैं। इसके इस्तेमाल से आप अनचाहे गर्भधारण से तो बचती ही हैं, एचआईवी/एड्स से भी दोहरी सुरक्षा प्रदान करता है।
फीमेल कंडोम को ''फेमिडोम'' भी कहते हैं। यह काफी सॉफ्ट होता है, जो बारीक प्लास्टिक से बना होता है। इस प्लास्टिक को पॉलियूरेथेन कहते हैं। इंटरकोर्स के दौरान सीमन को गर्भाशय तक पहुंचने से रोकने के लिए इसे वेजाइना में लगाया जाता है। अगर इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह अनचाहे गर्भ के साथ ही सेक्सुअली ट्रांसमिटेड रोग से लगभग 95 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करता है।
इसे टैम्पून की ही तरह वेजाइना के अंदर इंसर्ट किया जाता है। इसमें कंडोम के इनर रिंग को अंदर की तरफ और आउटर रिंग को बाहर की तरफ रखा जाता है।
सेफ सेक्स का सुरक्षित तरीका है कंडोम, जानें इसके बारे में सब कुछ
इसके इस्तेमाल से आप सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज, संक्रमण और एचआईवी से बचे रहते हैं। अनचाहे गर्भ से बचाता है। साइड इफेक्ट नहीं होता।
जब कपल्स एक-दूसरे में डूब जाते हैं, तो कंडोम के यूज से उनका रोमांच और एक्साइटमेंट कम पड़ जाता है। फिर से पहले की मूड में जाने में वक्त लगता है। फीमेल कंडोम मजबूत होता है, लेकिन सही तरीके से इस्तेमाल न करने पर फट भी जाता है। यह बहुत महंगे भी होते हैं।