• हिंदी

आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है एनल सेक्‍स, जानें दुष्‍प्रभाव  

आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है एनल सेक्‍स, जानें दुष्‍प्रभाव  
अगर आप गुदा सेक्‍स या एनल सेक्स करते हैं तो गुदा मैथुन करने से हाने वाले नुकसान को भी जान लें। ©Shutterstock.

अगर आप गुदा सेक्‍स या एनल सेक्स करते हैं तो गुदा मैथुन करने से हाने वाले नुकसान को भी जान लें।

Written by Editorial Team |Published : May 17, 2019 8:48 PM IST

आज बहुत से युवाओं जिनमें महिलाएं और पुरुषों दोनों शामिल हैं, में एनल सेक्‍स यानी गुदा सेक्‍स लोकप्रिय हो रहा है। उन्‍हें यह एक रोमांचक अनुभव लगता है। इसमें एनल यानी गुदा में लिंग डालकर सम्भोग करने की प्रक्रिया को ही गुदा मैथुन यानि एनल सेक्स कहते हैं। हाल ही के अध्‍ययनों से पता चला है कि गुदा मैथुन के कारण पुरुष और महिलाएं दोनों ही मल असंयम (Incontinence) से ग्रसित हो सकते हैं। मल असंयम का मतलब बार-बार मल त्‍यागने की भावना से है।

यह भी पढ़ें - पेशाब में दुर्गंध, कहीं इस बीमारी का संकेत तो नहीं

क्‍या कहता है शोध

Also Read

More News

शोधकर्ताओं के अनुसार राष्‍ट्रीय स्‍तर पर किये गए सर्वेक्षण में 6150 वयस्‍कों में से 5 प्रतिशत पुरुषों और 37 प्रतिशत महिलाओं ने अपने जीवन में कम से कम 1 बार एनल सेक्‍स करने की कोशिश की। परंतु जिन लोगों ने इसे लगातारा दोहराया उनमें कई गंभीर शारीरिक समस्‍याएं देखने में आईं।

गुदा फटने का जोखिम –  सेक्‍स करने के लिए प्रकृतिक रूप से योनि सेक्‍स सबसे अच्‍छा है। क्‍योंकि प्रकृति ने इसे सेक्‍स करने के लिए ही बनाया है। क्‍योंकि गुदा स्‍वाभाविक रूप से चिकनाई उत्‍पन्‍न नहीं करता है। जिसके कारण गुदा मैथुन करते समय त्‍वचा में अधिक घर्षण होने से गुदा क्षेत्र की त्‍वचा छिल सकती है और आपको दर्द या चोट लग सकती है। इसलिए गुदा सेक्‍स करने के दौरान आपको सेक्‍सुअलाइजैडोस चिकनाई का उपयोग करना चाहिए। क्‍योंकि यह दर्द या चोट की किसी भी संभावना को कम करने में मदद करती है। इस प्रकार की चिकनाई का उपयोग करने पर यह आपके गुदा के अस्‍तर के फटने की संभावना कम हो जाती है।

यह भी पढ़ें - पहली बार करने जा रहे हैं सेक्‍स, तो इन बातों का रखें ध्‍यान

एचआईवी की अधिक संभावना –  एनल सेक्‍स करने का एक फायदा यह है कि यह गर्भाधारण की संभावना को कम कर सकता है। लेकिन गुदा मैथुन करने से होने वाले नुकसान में यौन संक्रमण और विशेष रूप से एचआईवी संक्रमण होने की अधिक संभावना होती है। क्‍योंकि गुदा सेक्‍स करना यौन संक्रमण को फैलने के लिए बहुत ही उपयुक्‍त है। यदि आप एनल सेक्‍स करते समय सुरक्षा यानि कंडोम का उपयोग नहीं करते हैं तो यह विशेष रूप से एचआईवी की संभावना का 30 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है। इसलिए यदि आप गुदा मैथुन का आनंद लेना चाहते हैं तो पर्याप्‍त सुरक्षा साधनों का उपयोग करें।

यह भी पढ़ें – सेक्‍स सवाल : सेक्‍स के बाद वेजाइना से वीर्य का बाहर आ जाना क्‍या सामान्‍य है ?

कैंसर की संभावना - अध्‍ययनों से पता चलता है कि गुदा मैथुन करने से होने वाले नुकसान में कैंसर का खतरा भी शामिल है। शोध से पता चलता है पतली झिल्‍ली होने के कारण गुदा अतिसंवेदनशील होता है। अधिकांश गुदा कैंसर एचपीवी के परिणाम के रूप में दिखाई देते हैं। इसके अलावा इस बात की भी संभावना रहती है कि यदि एचपीवी संक्रमण है तो गुदा के मस्‍सा होने की संभावना भी अधिक बढ़ जाती है। हालांकि यह कैंसर की तरह गंभीर नहीं है लेकिन फिर भी यह असुविधा का कारण हो सकता है।

संक्रमण को बढ़ा सकता है –   स्‍वाभाविक रूप से गुदा सेक्‍स संक्रमण के प्रसार का प्रमुख कारण हो सकता है। गुदा द्वारा मल त्‍यागने का सीधा रास्‍ता है। मल निश्चित रूप से हमारे शरीर का अपशिष्‍ट और संक्रामित उत्‍पाद होता है जो आपको बीमार करने के लिए पर्याप्‍त है। मल जैसे अपशिष्‍ट पदार्थों में हानिकारक बैक्‍टीरिया की अधिक मात्रा होती है। इसलिए यदि आप गुदा सेक्‍स करने के बाद लिंग को अच्‍छी तरह से साफ किये बिना योनि सेक्‍स करना घातक हो सकता है। यह विभिन्‍न प्रकार के संक्रमण के साथ ही यौन संक्रमण को बढ़ा सकता है। इसलिए बिना सुरक्षा के गुदा मैथुन नहीं करना चाहिए।

शरीर को प्रभावित कर सकता है –  अधिक मात्रा में गुदा सेक्‍स करने से शरीर पर दीर्घकालिक प्रभाव हो सकते हैं। ऐसा सुनने में आता है कि नियमित एनल सेक्‍स करने से जीवन में आगे चलकर गुदा स्राव या गुदा प्रसार जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं। हालांकि कुछ लोगों का मानना ऐसा भी है कि ऐसी किसी प्रकार की समस्‍या नहीं होती है। उनके अनुसार गुदा मैथुन लंबी या छोटी अवधि तक करने पर किसी प्रकार के दुष्‍प्रभाव नहीं होते हैं। हालांकि योनि सेक्‍स करने से ऐसे किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होता है। लेकिन अधिक समय तक गुदा संभोग करने से मौजूदा बवासीर की स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है।