जब कोई महिला मां बनने वाली होती है यानि कि प्रेगनेंट होती है तो हर कोई उसे तरह-तरह की सलाह देता है। हालांकि किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल, स्त्री रोग विशेषज्ञ या प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा दी गई सलाहों का तो गंभीरता पालन करना चाहिए। लेकिन इनके अलावा जब अन्य आम लोग अपनी राय देते हैं या do's and don'ts बताते हैं तो एक गर्भवती के लिए यह समझना मुश्किल हो जाता है कि वह किन बातों को मानें तो किन बातों को नकार दें। यही कारण है कि आज हमारे सामने प्रेगनेंसी से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिन पर लोग अपनी अलग अलग राय रखते हैं। ऐसी स्थिति में एक गर्भवती न सिर्फ सोच में पड़ जाती है बल्कि इससे उसकी शारीरिक और मानसिक हेल्थ भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए आज इस लेख में हम आपको प्रेगनेंसी से जुड़े 5 ऐसी बातें बता रहे हैं जो पूरी तरह से मिथ हैं। आप इन्हें विस्तार से पढ़कर अपनी सारी कन्फ्यूजन दूर कर सकती हैं। तो आइए पढ़ते हैं क्या हैं ये मिथ-
फैक्ट- हां यह सच है कि गर्भवती होने पर आपको अपनी कैलोरी के साथ-साथ पोषक तत्वों का सेवन भी बढ़ाने की आवश्यकता है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि आपको दो लोगों जितना खाने की आवश्यकता है। ओवरईटिंग, विशेष रूप से गलत प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन आपको न केवल मोटापे का शिकार बनाएगा बल्कि गर्भावस्था के बाद आपको वजन कम करने में भी मुश्किल भी हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान मोटापा आपको गेस्टेशनल डायबिटीज और मधुमेह का मरीज भी बना सकता है जो बच्चे की सेहत के लिए बिल्कुल सही नहीं है।
फैक्ट- यह मिथ बहुत प्रचलित है। कई महिलाएं यह दावा करती हैं कि वह गर्भवती के पेट का साइज, शेप और उसकी खाने की पसंद के हिसाब से यह बता सकती हैं कि उसके गर्भ में लड़का है या लड़की है। आपको बता दें कि यह बात पूरी तरह से मिथ है। अगर आप गर्भवती हैं तो इन चीजों पर ध्यान देने के बजाय सिर्फ अपनी हेल्थ और अपने बेबी की हेल्थ के बारे में सोचें। वैसे भी गर्भ में शिशु के लिंग की जांच करवाना पूरी तरह से गैरकानूनी है।
फैक्ट- कई लोगों को यह लगता है कि मॉर्निंग सिकनेस जैसे कि उल्टी होना, चक्कर आना और जी मचलना सिर्फ सुबह के वक्त होता है जबकि ऐसा नहीं है। यह आपको दिनभर में कभी भी हो सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि सिर्फ 2% गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस सुबह के वक्त होती है। जबकि इसके लक्षण दिनभर में कभी भी महसूस किए जा सकते हैं। अगर आपके लक्षण ज्यादा तीव्र हैं तो डॉक्टर के संपर्क करें क्योंकि ये हाइपरमेसिस ग्रेविडरम की स्थिति भी हो सकती है।
फैक्ट- गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना न केवल मुमकिन है बल्कि पूरी तरह से सुरक्षित भी है। अगर आपको किसी तरह की प्रॉब्लम नहीं हो रही है तो प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स किया जा सकता है। लेकिन अगर आपको कोई संदेह है, कोई शारीरिक समस्या है या आप कुछ चीजों पर बात करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से मिलें और परामर्श लें।
फैक्ट- कई महिलाएं इस चीज को लेकर भी भ्रम फैलाती हैं कि अगर महिला का पहला शिशु ऑपरेशन या सीज़ेरियन से हुआ है तो उसका दूसरा बेबी भी सीज़ेरियन से ही होगा। अगर वह चाहे भी तब भी नॉर्मल डिलीवरी नहीं कर सकती है। जबकि ऐसा नहीं है। यह महिला की फिजिकल हेल्थ और उसकी मेडिकल हिस्ट्री पर निर्भर करता है।
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