ब्रेस्टफीडिंग किसी भी नवजात बच्चे के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे बच्चे के मानसिक और शीरीरिक विकास में मदद मिलती है। डॉक्टरी सलाह के अलावा बहुत-से घरेलू नुस्खे भी ऐसे हैं जो ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को आजमाने की सलाह देते हैं। कुछ के लिए ये नुस्खे कारगर साबित होते हैं तो कुछ के लिए नहीं। ऐसी ही कुछ महिलाओं ने हमें बताया कि ब्रेस्टफीडिग के दौरान उन्हें कौन-सी खाने की सलाह दी गयी थी।
लुबना ने बताया कि उनकी सास ने उन्हें लहसुन वाला दूध पीने की सलाह दी थी। उनके मुताबिक लहसुन ब्रेस्टफीडिंग के लिए मिल्क सप्लाई बढ़ाता है। बस एक गिलास दूध में 2-3 लहसुन का पेस्ट मिलाकर पीने से आपको अधिक दूध बनने में मदद होगी और पाचन में सुधार भी होगा।
रोहिणी ने बताया ब्रेस्टफीडिंग के दौरान उन्हें शतावरी पावडर पिलाया जाता था। यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो दूध पिलाने वाली मांओं के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है। इससे दूध के उत्पादन में सुधार होता है और आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ती है। इसके अलावा यह थकान दूर कर ताकत भी दिलाती है।
मूंग दाल का पानी और खिचड़ी कई महीनों तक खायी मैंने और मुझे लगता है कि मुझे उसका फायदा भी हुआ है। यह कहना है इला का जिन्होंने हमें बताया कि मूंगदाल भी ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एक फायदे मंद डायट टिप साबित हो सकती है।
डिलिवरी के बाद कुसुम को उनके परिवार वालों ने ढेर सारी हरी सब्ज़ियां खाने की सलाह दी और कुसुम ने उनका सेवन भी किया। दरअसल हरी पत्तेदार सब्ज़ियां आयरन के समृद्ध स्रोत होने के कारण खून में बढ़ोतरी करने में मदद करती हैं। साथ ही इनसे कमज़ोरी दूध होती है। हरी पत्तियां पेट का भी ख्याल रखती हैं क्योंकि उन्हें पचाना आसान होता है।
इसके अलावा घी, सौंफ और मेथी के दानों को नियमित रुप से अपनी डायट में शामिल करने की सलाह उन सभी महिलाओं को दी गयीं और ये भी अपने इन आजमाए हुए नुस्खों की सलाह दूसरों को भी देती हैं।
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