ज़्यादातर स्त्री रोग संबंधी समस्याएं ऐसी हैं जिनके लक्षण दिखायी नहीं पड़ते हैं और इनका पता केवल तब ही चलता है जब समस्या आखिरी हद तक बढ़ जाती हैं। गर्भाशय या यूटरीन में होनेवाले फाइब्रॉएड (Uterine fibroids) ऐसी ही एक समस्या है। कई महिलाएं जिनके शरीर में गर्भाशय फाइब्रॉएड विकसित होता है उन्हें चुपचाप तकलीफ सहनी पड़ती है क्योंकि इसके लक्षण पीरियड से जुड़ी समस्याओं या पीएमएस के साथ ओवरलैप हो जाते हैं। वे आम तौर पर इसकी अनदेखी करती हैं जब तक कि समस्या बहुत गम्भीर न हो जाए। गायनकोलॉजिस्ट और फर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ. बंदिता सिन्हा (निदेशकवर्ल्ड ऑफ वूमेन