एक अनुमान के मुताबिक वैश्विक रूप से 60 से 80 मिलियन विवाहित जोडे बांझपन का शिकार हैं। आईसीएमआर बुलिटेन के अनुसार चैंकाने वाली बात यह सामने आई है कि इनमें से 15 से 20 मिलियन लोग भारत में हैं। इसका मतलब हमारे देश में यह एक बड़ी समस्या है। यह बहुत निराशाजनक होता कि जब आप मातृत्व का अनुभव करना चाहती हों तब उस स्थिति में आपके गर्भ परीक्षण का परिणाम अच्छा न आए। इससे पहले कि आप यह समझें कि अब आईवीएफ ही एक मात्र विकल्प है यह जरूरी है कि आप बांझपन यानी इंफर्टिलिटी की कुछ महत्वपूर्ण