ब्रेस्टफीडिंग यानी स्तनपान के दौरान गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन के संदर्भ में कुछ अध्ययनों में यह बात कही गयी है कि इसका असर ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन से जुड़ा हुआ है। इसी वजह से ब्रेस्टफीड करवाने वाली महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियां न लेने की सलाह दी जाती है। वैसे कुछ मामलों में स्तनपान की प्रक्रिया प्राकृतिक रूप से गर्भनिरोधक का काम भी करती है। वो महिलाएं जो 6 महीने से कम के शिशु को ब्रेस्टफीड करवा रही हों उन्हें पीरियड्स शुरू न हुए हों तो उन्हें गर्भनिरोधक लेने की जरूरत नहीं होती। इस बारे में डॉ. गीतिका गंगवानी (फॉर्टिस मम्मा मिया की बिजनेस